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पिछल परी | Horror Story In Hindi | Audio Stories

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STORY READER 03

5 hours ago

[संगीत] स्वागत है आपका स्टोरी रीडर शती चैनल पर आज हम लेकर आए हैं आपके लिए मिस्ट्री से भरी कहानी इस कहानी में हम आपको लेकर जाएंगे एक ऐसे सफर पर जिसमें डर रहस्य और रोमांच सुनने को मिलेगा इसका नाम पिच्छर परी है अगर आप चैनल पर नए हो तो चैनल को सब्सक्राइब करें और वीडियो को लाइक करें अब आप अपने हेड फन लगा ले अब चलते हमारी कहानी की ओर रात का वक्त है आसमान में कुछ-कुछ तारे टिमटिमाते हुए नजर आ रहे हैं जो काले आसमान में जल रहे दिए जैसे लग रहे हैं रात हो चुकी है चारों ओर से काले और राव में भयानक जंगलों से
घिरा हुआ बहुत ही भयानक सा गांव है जारनी आबाद इसी गांव के एक छोटे से धाबी के अंदर तीन दोस्त विजय मोंटी और उनकी सहेली मोनिका बैठे हुए हैं और किसी का इंतजार कर रहे हैं विजय और मोंटी दोनों सगे भाई है मोनिका उनकी मौसी की लड़की है विजय की उम्र 16 साल है मंटी की उम्र 15 साल है तो मोनिका की उम्र भी लगभग 16 साल की होगी वे तीनों एक तक सड़क की ओर देख रहे हैं जैसे किसी का इंतजार कर रहे हो मोनिका चिंता से बोली फ्रेम्स रॉकी अभी तक नहीं आया रात के 10 बजने वाले हैं विजय ने फोन कान के लगाते हुए कहा वो फोन भी तो
नहीं उठा रहा है पिज्जा खाते हुए बोला यार वाकई बहुत देर हो गई है उसे अब तक तो आ जाना चाहिए था मोनिका मुझे तो बहुत टेंशन हो रही है फ्रेंड्स वह ठीक तो होगा ना विजय मोनिका तू फिक्र मत कर वह आ जाएगा तुझे मालूम है ना कि वह अपने वायदे का पक्का है अगर उसने कहा है कि वह आएगा तो समझो जरूर आएगा मोंटी यार कुछ खा लो भूखे रहने से तो कुछ नहीं होने बोला मोनिका एक यह है पांडा खा खा के कैसे मोटा हो गया है मोंटी ओ हेलो मुझे पांडा कहना बंद करो तुम खुद क्या हो छिपकली मोनिका गुस्से से मोंटी की ओर देखने लगी इतने में ए
क 151 वर्ष का हैंडसम लड़का जिसने एक काले रंग का बैग टांग रखा था वहां पर आ खड़ा हुआ उसे देखकर विजय अपनी कुर्सी पर से खड़ा हो गया और उस और इशारा करते हुए बोला रॉकी आ गया रकी को देखकर वे तीनों भावुक हो गए जैसे ना जाने कितने सालों के बाद वे आपस में मिल रहे हो रोकी की आंखों से भी आंसू निकल आए रोकी ने अपनी दोनों बाह फैलाते हुए कहा गले नहीं लगोगे क्या यह सुनकर वे तीनों तेजी से रॉकी की और भागे और उसके गले लग गए और फिर उन चारों की आंखें नम होकर रह गई रॉकी ढाबे में एक कुर्सी पर बैठते हुए यार तुम तीनों की
भी कमाल है मुझे बिन बताए ही अपनी नानी के पास चले आए कम से कम मुझे बता तो दिया होता मैं मैं भी तुम्हारे साथ चला आता मोंटी पिज्जा खाते हुए यार नानी जिद कर रही थी जल्दी हमें अपने पास बुलाने की और तू उस वक्त अपने गांव गया हुआ था इसलिए हमें तुझे बिन बताए ही आना पड़ा रॉकी खैर छोड़ो पांडा अब तो हम जहां आकर एक हो ही गए हैं और सुनाओ क्या खबर है जहां की मोनिका यार रॉकी तुझे क्या बताएं मेरी नानी का यह गांव बड़ा अजीब सा है और देख तो सही यार कितना रावना भी है रॉकी काले भयानक और खौफनाक जंगल की ओर नजर दौड़ा हु
ए वो तो नजर आ रहा है देख तो सही कैसे अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है वह क्या बोलते हैं उसे हां जानलेवा सन्नाटा जो किसी को भी मार डाले तभी धाबी का मालिक बिरजू काका जल्दबाजी में धाबी को बंद करता है और उन चारों के पास आते हुए बोलता है बच्चों अब रात हो गई है इसलिए चुपचाप अपने घर चले जाओ रकी हंसते हुए का अगर घर नहीं गए तो फिर कौन सा भूत आ जाएगा बिरजू काका धीरे से भूत का तो पता नहीं लेकिन वह पिछड़ परी जरूर आ जाएगी यह पिछड़ परी क्या होती है वे चारों एक साथ बोल पड़े बिरजू काका बहुत ही खतरनाक काली डायन होती
है जिसके बड़े-बड़े खून से लाल नाखून होते हैं बड़े-बड़े लंबे काले बाल बहुत ही रावना खून से लथपथ चेहरा बड़े-बड़े दांत और जब वह शिकार करती है तब उल्टे मुंह अपने चारों पैरों पर चलती है और अचानक से शिकार पर झपट पड़ती है और उसे जान से मार डालती है यह सुनकर वे चारों थर थर कांपने लगते हैं और बुरी तरह डर जाते हैं विजय अंकल आप तो हमें डरा रहे हैं रॉकी थर थर कांपते हुए अंकल मैं तो बहुत डर गया हूं लगता है कि मुझे तो अभी हॉट अटैक आएगा इतना कहकर रॉकी और विजय दोनों जोर-जोर से हंसने लगते हैं और आपस में ताली मार
ते हैं लेकिन मोनिका और मोंटी तो बिरजू काका के बात सुनकर सच में ही डर गए थे रोकी हंसते हुए अंकल आप भी ना कमाल करते हैं आपके इन टोटकों से हम नहीं डरने वाले अरे भाड़ में गई पिछ परी विजय और नहीं तो क्या काका आप कहानियां तो अच्छी जोड़ लेते हैं लेकिन ऐसी कहानियां किसी डरपोक आदमी को सुनाएगा हम आपकी इन झूठी बेहदाद बास बातों से नहीं डरने वाले बिरजू काका तुम अभी बच्चे हो इसलिए मेरी बात को समझ नहीं रहे हो तुम्हारा सामना उस पिछड़ परी से होगा ना तब तुम्हारी यह पेंटे गीली होकर रह जाएगी मैं तो तुम्हें सिर्फ चौ
कन्ना कर रहा हूं और हां रात को हर हाल में घर से बाहर मत निकलना वरना मारे जाओगे इतना कहकर बिरजू काका वहां से चला जाता है मोनिका डरते हुए यार मुझे तो बहुत डर लग रहा है अगर वह पिछड़ परी हमारे सामने आ गई तो हमें मारकर खा गई तो मोंटी यार डर तो मुझे भी बहुत लग रहा है उन दोनों को इस तरह डरता दे देखकर रकी और विजय पागलों की तरह हंसने लगते हैं और आपस में ताली मारते हैं मोनिका गुस्से से तुम दोनों को ऐसे वक्त में मजाक सूझ रहा है रॉकी तुम दोनों की भी कमाल है बिरजू काका की बकवास बातों को सच मान रहे हो अरे वह
तो हमें सिर्फ बच्चे समझकर डरा रहा था और तुम दोनों उसकी बातों को सच मान बैठे विजय और नहीं तो क्या यह पिछड़ परी की कहानियां सिर्फ किताबों में ही अच्छी लगती है असल जि में नहीं रोकी बस एक बार वह पिछड़ परी मेरे सामने आ जाए मैं उसके बाल पकड़कर उसे जमीन पर दे मारूंगा विजय अरे वह सामने तो तब आएगी ना जब वह सच में होगी इतना कहकर वे दोनों फिर से जोर-जोर से हंसने लग जाते हैं इतने में जंगल में से जंगली गीदड़ के भोकने की आवाज आती है जिसे सुनकर वे चारों अचानक से डर जाते हैं वो आवाज इतनी भयानक थी कि अगर उनकी जग
ह और कोई भी होता तो डर ही जाता इस भयानक आवाज ने रात के सन्नाटे में बाधा पैदा कर दी थी उस सुनसान और भयानक रात में अचानक से गीदर का रूदन स्वर सुनकर मोंटी और मोनिका तो बुरी तरह डर जाते हैं मंटी पिज ज का पूरा टुकड़ा मुंह में घुसाते हुए यार जल्दी घर चलो नानी हमारा इंतजार कर रही होगी मुझे तो बहुत डर लग रहा है मोनिका यार डर तो मुझे भी बहुत लग रहा है रॉकी यार तुम दोनों जब पैदा हुए थे ना तभी से डरपोक थे देख तो सही विजय दोनों कैसे थरथर कांप रहे हैं वैसे भी मैं तो कहता हूं कि रात में जंगल का एक चक्कर लगाकर
आते हैं मोनिका ओह हेलो रॉकी तू पागल हो गया है क्या अगर पिछड़ परी आ गई तो विजय अरे रॉकी अगर जंगल में चले गए ना तो इन दोनों के तो आ जाएगी सूसू सुसू मोंटी विजय तो अपनी बकवास अपने पास ही रख चल यार मोनिका अपने घर पर चलते हैं इन दोनों को यहीं पर खड़ा रहने दे जब पिछड़ परी आएगी ना तब इन्हें पता चलेगा कि डर क्या होता है और कैसे डर के मारे पेंट गीली हो जाती है इतना कहकर मोनिका और मोंटी दोनों गांव की ओर कदम बढ़ा देते हैं रॉकी विजय के कंधे पर हाथ रखते हुए कुछ तो करना ही पड़ेगा विजय मेरे माइंड में एक बहुत ह
ी खतरनाक खिचड़ी पक रही है रॉकी वो क्या विजय रॉकी के कान में कुछ बोलता है रॉकी यार क्या प्लानिंग है लेकिन अगर इन दोनों को डर के मारे कुछ हो गया तो विजय जो होगा सो देखा जाएगा अब देख हम दोनों मिलकर क्या करते हैं इन्हें आज की रात असली पिछड़ परी से मिलवा ही देते हैं इतना कहकर वे दोनों आपस में हंसते हुए ताली मारते हैं और फिर उन दोनों के पीछे-पीछे गांव की ओर कदम बढ़ा देते हैं नानी का घर रॉकी घर के आगे रुकते हुए पूरे घर की ऊपर से नीचे तक गौर से देखते हुए बोला यार यह कोई घर है या फिर महल विजय यार तुझे मा
लूम भी है क्या यह हमारी नानी की पुश्तैनी हवेली है रॉकी अंदर जाते हुए बाहर से जितनी खूबसूरत है उससे ज्यादा तो यह अंदर से खूबसूरत है यार क्या हवेली है मैं तो कहता हूं कि अब हमेशा यहीं पर ही रहेंगे विजय चल पहले तुझे नानी से मिलवा हूं आजा जल्दी रोकी ने हवेली के अंदर जाकर देखा तो वहां पर नौकरों की भीड़ लगी हुई थी मोंटी और मोनिका डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खा रहे थे मोंटी तो बुरी तरह खाना अपने मुंह में ढूंढ रहा था इतने में एक और से एक बूढ़ी महिला निकल कर आई और बोली बच्चों आज इतनी रात कैसे कर दी मैंने
तुमसे कहा था ना कि रात को चाहे कुछ भी हो जाए हवेली से बाहर मत निकलना चाहे कुछ भी हो जाए इतनी विजय नानी के पास जाते हुए बोला नानी यह हमारा फ्रेंड है रॉकी जिसके बारे में मैंने आपको बताया था कि यह आज आने वाला है इतने में रॉकी ने नानी के पैरों को छूकर आशीर्वाद लिया नानी रॉकी के सर पर हाथ फेरते हुए बोली बेटा अच्छा हुआ तुम भी आ गए यह तीनों हर वक्त तुम्हें ही याद करते रहते थे मोंटी अब जल्दी से आ जाओ खाना खा लो विजय चल रॉकी जल्दी से खाना खाते हैं वरना यह ड्रम सारा खाना ही खत्म कर डालेगा नानी अभी बहुत खा
ना पड़ा है आराम से खाओ इतने में वे चारों ही खाने पर टूट पड़े रॉकी यार यह तो ऐसे लग रहा है जैसे हम किसी महल में बैठकर दावत खा रहे हो मोनिका ऐसा तो अक्सर फिल्मों में होता है मोंटी खाने से अपना मुंह भरते हुए यार जल्दी खाना खा लो बाद में नानी हमें सोने से पहले एक अच्छी सी कहानी सुनाएगी रॉकी नानी आप कोई डरावनी कहानी मत सुना देना नहीं तो मंटी और मोनिका को तो डर के मारे हॉट अटैक ही आ जाएगा इतना कहकर विजय और रॉकी ने आपस में ताली मारी मोनिका गुस्से में ओम लो हम किसी से नहीं डरते विजय पिछ परी से भी नहीं प
िछ परी का नाम सुनते ही नानी तो थरथर कांपने लगी और सारे नौकर हैरानी से विजय के मुंह की ओर देखने लगे डर के मारे एक नौकर के तो हाथ कांपने लगे और दाल से भरा बर्तन जमीन पर जा गिरा रॉकी हैरानी से सबके चेहरों की ओर देख रहा था विजय भी सबके हक्के बक्के को पढ़ने की कोशिश कर रहा था लेकिन वह असफल रहा रोकी कुछ शंका से किया क्या हुआ नानी बेटा तुम पिछ परी के बारे में कैसे जानते हो रॉकी नानी पिछ परी तो सिर्फ कहानियों में होती है असल जिंदगी में नहीं नानी देखो बेटा चुपचाप खाना खाओ और अपने कमरों में जाकर सो जाना औ
र रात को चाहे कुछ भी हो जाए कोई भी आवाज दे हर हाल में दरवाजा मत खोलना और हां आज के के बाद में कभी भी उस मनहूस और खूनी पिछ परी का नाम भी मत ले लेना रकी लेकिन नानी पिछ परी के नाम से आप इतना डर क्यों रहे हो नानी मैंने कहा ना पछल परी का नाम भी मत लेना अब चुपचाप खाना खाओ और अपने अपने कमरों में जाकर सो जाओ इतना कहकर नानी ने एक आदमी रामू काका की ओर कुछ इशारा किया और वहां से चली गई रामू काका भी धीरे-धीरे नानी के पीछे चला गया नानी एक अंधेरे से भरे हुए खुफिया कमरे में जाते हुए रामू इन बच्चों को पिछ परी के
बारे में पता लग चुका है सुरक्षा की पूरी तैयारी करो उस खुफिया कमरे के 10 12 ताले और लगा दो मैं नहीं चाहती कि 20 सालों से बंद वो खुफिया कमरा खुले और हमारा वह राज भी खुल जाए जो हमने पिछले 20 सालों से सबसे छुपा कर रखा है वह 20 साल पहले का राज राज ही रहना चाहिए रामू काका चुपचाप हां में सिर हिला देता है कमरे के बाहर द वाजे के पास रोकी खड़ा चुपचाप सारी बातें सुन रहा था नानी की बातें सुनकर रोकी की आंखें पटी की पटी रह गई नानी की नजर अचानक से ही दरवाजे पर पड़ गई जिस जगह खड़ा होकर रोकी सारी बातें चुपचाप स
ुन रहा था नानी को अपनी और देखकर रोकी तेजी से दीवार के पीछे छिप गया चौकीदार नानी की ओर देखते हुए बोला क्या हुआ मालकिन सब ठीक तो है ना आप उस और ऐसे क्यों देख रही हैं वहां पर तो कोई भी नहीं है नानी अपने होठों पर अंगुली रखकर चौकीदार को चुप रहने का इशारा करने लगी और चौकीदार भी थोड़ा सा भयभीत होकर खामोश हो गया नानी ने धीरे-धीरे अपने कदम उस ओर बढ़ा दिए जिस जगह रॉकी खड़ा था रॉकी को जैसे ही नानी के कदमों की आवाज सुनाई दी तो वह भी भयभीत हो गया नानी धीरे-धीरे दीवार के पास चली गई और जैसे ही पिलर के पीछे देख
ा तो वहां पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था रॉकी पीछे एक सोफे के पीछे छिप गया था नानी वापस चौकीदार के पास आ गई और बोली जितना मैंने कहा है उतना काम हो जाना चाहिए पिछड़ परी के राज को राज ही रहना चाहिए समझे चौकीदार ने हां में सिर हिला दिया और वहां से विदा ली रॉकी भी वहां से निकला और सीढ़ियां चढ़ते हुए ऊपर चला गया ऊपर एक कमरे के आगे विजय खड़ा हुआ था विजय रॉकी को देखते ही बोला यार रॉकी तू अचानक से कहां पर गायब हो गया था मैंने सारी हवेली छान मारी और तू मुझे कहीं भी नहीं मिला अब आजा यह है हमारा कमरा जिसमें ह
म दोनों सोएंगे पास वाला कमरा उन दोनों डरको को मोनिका और मोंटी का है तुझे मालूम है ना कि आज की रात हमें क्या करना है हमने बाहर धावे में क्या प्लान बनाया था रोकी ने चुपचाप हा में सिर हिलाया और अंदर चला गया विजय भी उसके पीछे पीछे अंदर कमरे में चला गया रकी ने दरवाजा बंद कर दिया और खिड़की के पास खड़े होते हुए बोला आज नानी किसी खुफिया कमरे की बात कर रही थी विजय रॉकी के पास जाते हुए बोला खुफिया कमरा कौन सा खुफिया कमरा रॉकी खिड़की से बाहर काले जंगल पर नजर दौड़ते हुए बोला यह तो मुझे भी नहीं पता है लेकिन
नानी उस चौकीदार से कह रही थी कि वह खुफिया कमरा कभी खुलना नहीं चाहिए और उस पछल परी का राज भी हमेशा राज ही रहना चाहिए बड़ी बहकी बहकी बातें कर रही थी नानी मेरे तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था विजय हल्की सी हंसी में यार तू भी ना नानी की बातों में उलझ कर रह गया है यह पिछ परी हकीकत नहीं है यह सिर्फ और सिर्फ एक सपना है अब छोड़ उस पिछ परी को अपने प्लान पर ध्यान दे आज हम एक नकली पिछ परी बनाएंगे इतना कहकर विजय ने बेड पर पड़ी एक हल्की सी उनी सफेद चादर को अपने हाथों में उठा लिया और उसे हवा में घुमाते हुए गौ
र से देखने लग गया लेकिन रकीट भी नानी की बातों में उलझा हुआ था रोकी अपने मन में सोच रहा था आखिर नानी किस खुफिया कमरे की बात कर रही थी और कौन सा राज है जो इतने सालों से छुपाया गया है क्या सच में पछल पड़ी होती है अगर होती है तो यह पिछ परी रहती कहां है क्या नानी को पछल परी के बारे में मालूम है रॉकी इस तरह के ख्यालों में उलझा हुआ था तभी विजय ने उसके कंधे पर हाथ रखा और बोला यार रॉकी आज तुझे क्या हो गया है तेरी यह खामोशी ना मुझे बहुत हल रही है मैंने तो सोचा था कि जब तू जहां आएगा तो हम दोनों मिलकर खूब म
स्ती करेंगे भूख बनकर उन दोनों डरपोक को हराए लेकिन जहां तो सब कुछ उल्टा हो गया तू तो आते ही नानी की बातों में उलझ कर रह गया अरे यार नानी की बातों पर ज्यादा ध्यान मत दे नानी तो बुरी हो चुकी है बेवजह ही ऐसी बहकी बहकी बातें करती रहती है यह पछल बरी भूत प्रेत ये सब ना फालतू के टोटके हैं लोगों के पास असल जिंदगी में ना तो कोई भूत होते हैं और ना ही कोई पिछड़ पड़ी और यह बात तो ढाबे में तूने खुद कही थी ना रकी ने विजय की ओर देखा और उससे उस चादर को लेकर हवा में घुमाते हुए बोला एक वादा करके तू नानी से कुछ नही
ं कहेगा नानी को यह भी मत बताना कि मैंने छिपकर उनकी बातें सुनी थी विजय अरे यार पक्का किसी को भी नहीं बताऊंगा रॉकी ने वो चादर अपने ऊपर ले ली और बोला आज फिर भूत बनने के लिए तैयार हो जा आज अगर उस मोंटी की पेंट गीली नहीं करवाई ना तो फिर मेरा नाम भी रोकी नहीं विजय हंसते हुए वाह मेरे दोस्त यह हुई ना मर्दों वाली बात हां लेकिन भूत ज्यादा डरावना भी मत बनना कहीं उन दोनों को हॉट अटैक ही आ जाए रॉकी हल्की सी हंसी में अरे बस तू देखता जा उन दोनों के पसीना भी निकल जाएगा और उन्हें हॉट अटैक भी नहीं आएगा अच्छा अब य
ह बता कि वो नकली नाखून कहां है रात के 12 बजने वाले हैं लगता है वे दोनों मजे से सो रहे हैं चल आज उनके चेहरों पर 12 बजाते हैं इधर दरवाजे के बाहर कान लगाकर मोंटी और मोनिका इन दोनों की सारी बातें सुन रहे थे मोंटी गुस्से से अपने दांत रगड़ हुए बोला तो यह दोनों हमें उल्लू बनाने की प्लानिंग में लगे हुए हैं इन्हे तो इनकी असली औकात आज मैं दिखाऊंगा इतना कहकर मोंटी ने दरवाज को खोलने के लिए अपना हाथ बढ़ाया ही था कि मोनिका ने उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींच लिया और बोली तू पागल हो गया है क्या मोंटी बदला लेने
के और भी बहुत से तरीके होते हैं इन्हें लगता है कि यह दोनों हमें डराए लेकिन वादा रहा आज हम इन दोनों को भूत बनकर डरा देंगे कहते हैं ना कि जो लोग दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं वे खुद ही एक दिन उसमें गिर जाते हैं हम इन दोनों के साथ में भी कुछ ऐसा ही करेंगे म उलझन में अपना सर खुजाते हुए धीरे से बोला तू आखिर कहना क्या चाहती है मोनिका ने मोंटी का हाथ पकड़ा और उसे कमरे में ले गई मोनिका ने अलमारी खोली और एक काली चादर निकालते हुए बोली आज हो जाए सफेद चादर और काली चादर का मुकाबला उन दोनों को हम बुरी तरह डर
ा देंगे मोंटी लेकिन यार तुझे मालूम है ना कि वे दोनों बिल्कुल भी नहीं डरते हैं और हम दोनों तो एक नंबर के डरपोक हैं अगर वे दोनों नहीं डरे तो मोनिका मंटी के पास आए और उसके कंधे पर हाथ रखते हुए बोली रिलैक्स पांडा डोंट वरी आज देखना तू मोनिका भूतनी का कमाल इतना कहकर मोनिका ने अपने बाल खोल लिए और चेहरे के आगे कर किए मोनिका अपने बालों को और अपने सर को गोल गोल घुमाते हुए बोली अब बताओ मैं लग रही हूं ना असली डायन मोंटी हंसते हुए बोला बाप रे तू तो बिल्कुल ही असली डायन लग रही है तुझे देखकर तो मुझे भी डर लग र
हा है मांग गए यार तुझे मोनिका अपने बाल सही करते हुए बोली अब तो वे दोनों डर जाएंगे मंटी वे दोनों क्या बड़े-बड़े डर जाएंगे तेरा यह रूप देखकर तो मोनिका बेड पर लेटते हुए बोली चल अब जल्दी से सोने की एक्टिंग करते हैं और हां कहीं तू सच में मत सो जाना पांडा कहीं के मोंटी एक और पड़े सोफे पर लेटते हुए बोला पता नहीं है यार मेरा कब नींद आ जाए चल आखिर हम तो देखे कि वे दोनों हमारे साथ क्या खेल खेलेंगे इधर धीरे से रॉकी ने कमरे का दरवाजा खोला और बाहर चारों और नजर दौड़ते हुए अपने पीछे खड़े विजय की और देखकर बोला
अब जल्दी कर हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है रात बहुत हो चुकी है लगता है कि सब लोग सो गए हैं इसीलिए बाहर कोई भी नजर नहीं आ रहा है इतना कहकर रॉकी कमरे से बाहर निकल गया और उसके पीछे पीछे विजय भी बाहर आ गया रॉकी ने विजय के हाथ से वो चादर पकड़ी और बोला प्लान के मुताबिक मैं नीचे ग्राउंड में जाता हूं और तू उन दोनों डरपोक को वहां पर लेकर आना उन दोनों के नीचे आते ही हम उन्हें मिलकर डराए जैसे ही वे दोनों बुरी तरह डर जाएंगे तब हम दबे पांव अपने कमरे में आकर सो जाएंगे और अनजान बनने के नाटक करेंगे समझ गया ना तू
विजय ने हां में सिर हिला दिया रोकी ने वो नकली नाखून लगाए और वहां से चला गया इधर मोनिका और मोंटी अपने कमरे में सोने का नाटक कर रहे थे तभी उनके दरवाजे को धीरे से विजय ने खटखटाया और बोला आ जाओ विजय इतनी डरावनी आवाज में बोला था कि मोनिका अचानक से उठकर बेड पर बैठ गई तभी उसके पास सोफे पर लेटा मोंटी भी उठ गया और धीरे से बोला यह विजय की आवाज लगती है वो हमें डराना चाहता है मोनिका ने खुद को संभाला और खड़ी होकर मोंटी की और देखकर धीरे से बोली चल हम भी डरने का नाटक कर लेते हैं इतना कहकर मोनिका ने वो चादर उठ
ाए और धीरे से दरवाजे के पास जाते हुए बोली कौन है बाहर लेकिन बाहर से कोई जवाब नहीं आया मोंटी ने अपने इशारे से मोनिका को दरवाजा खोलने का इशारा किया मोनिका ने दरवाजा खोल दिया और बाहर निकल गई लेकिन बाहर तो कोई भी नजर नहीं आ रहा था हर और घना अंधेरा छाया हुआ था इतने में एक और किसी ने पर्दा हिलाया मोनिका धीरे से बोली लगता है कि विजय वहां पर है मोनिका और मोंट उसस और कदम बढ़ाते हुए बोले कौन है वहां देखो हमें डराने की कोशिश मत करो हम किसी से भी नहीं डरते हैं पर्दे के पीछे छिपा हुआ विजय पर्दे को जोर से हिल
ाते हुए अपने आप से धीरे से बोला यह तो वक्त ही बताएगा बच्चू की कौन किससे कितना डरता है एक बार बस तुम दोनों मेरे साथ नीचे गार्डन में आ जाओ फिर मैं तुम दोनों को तुम्हारी असली औकात दिखाता हूं इतना कहकर विजय धीरे-धीरे अपने जूते खटखटा हुए नीचे गार्डन की ओर भाग गया मोनिका और मोंटी भी उसके पीछे भागते हुए बोले कौन है वहां रुको कौन है इतना कहकर वे दोनों हवेली के दूसरे गेट के पास जाकर खड़े हो गए इस गेट के बाहर सीधे ही गार्डन था मोनिका मोंटी का हाथ पकड़ते हुए सामने लगे पवारे की और इशारा करते हुए बोली लगता ह
ै कि वे दोनों उसके पीछे छिपकर खड़े हैं मैं धीरे से पीछे से जाऊंगी और इन दोनों को डरा डालूंगी मोंटी ने भी हां में सिर हिला दिया मोनिका ने अपने बाल खोल लिए और अपने आप को उस काली चादर से कवर कर लिया मोनिका तो सच में ही कोई काली डायन लग रही थी इतना कहकर मोनिका पीछे पौधों के पीछे छिप छिप कर जाने लगी और मोंटी भी ग्राउंड में एक और छिपकर खड़ा हो गया बाहर बहुत अंधेरा था जंगल से आ रही कूटों के भौंकने की आवाजें मोटी को अंदर ही अंदर से डरा रही थी एक और पेड़ के पीछे छिपकर खड़े विजय और रॉकी आपस में कुछ खुस फु
सा रहे थे रॉकी ने खुद को सफेद चादर से अच्छी तरह कवर कर रखा था और उसके नकली बड़े-बड़े काले और खून से रंगे हुए नाखून किसी को डराने के लिए काफी थे रॉकी धीरे से विजय के कोहनी मारते हुए बोला तू करके क्या आया है उन दोनों को अब तक तो आ जाना चाहिए था वे दोनों अब तक हवेली से बाहर क्यों नहीं निकले विजय दूसरी और दूसरे दरवाजे की ओर इशारा करते हुए बोला हो सकता है कि हम दोनों पहले दरवाजे के बाहर भेरा लगाकर बैठे रहे और वे दोनों दूसरे दरवाजे से बाहर निकल गए हो रॉकी पेड़ के पीछे से बाहर निकला और ग्राउंड में अपना
कदम रखते हुए बोला हो सकता है चल वहां पर चलकर देखते हैं कि आखिर चल क्या रहा है इतने में ही उन्होंने सामने फव्वारे के पास जो नजारा देखा उसे देखकर उन दोनों की आंखें फटी की फटी रह गई इधर मंटी ने उस नजारे को को देखकर पेंट में ही पेशाब कर डाला मोनिका ने जब उस नजारे को देखा तो वह भागकर एक पेड़ के पीछे छिप गई दोस्तों यह कहानी यहां पर खत्म होती है आपको कहानी कैसी लगी कमेंट में बताओ और चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करें

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