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एक रात का अद्भुत सफ़र | horror story in Hindi | horror story #horrorstories #scary #viral

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SK Stories

6 days ago

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका एसके स्टोरी य चैनल पर यहां हर एपिसोड में एक अनोखा सफर है जहां हम भूत प्रेत पिशाच की अद्भुत कहानियों की खोज करते हैं तो चलिए शुरू करें इस अद्भुत दुनिया का अनजान सफर मुंबई की भागम भाग भरी रात मैं आदित्य एक बड़े शहर के छोटे से फ्लैट में रहता हूं मेरी जिंदगी की अक्सर रातें जब तन्हाई और अंधेरा मेरे साथी बन जाते हैं मुझे डर लगता है लेकिन उस रात कुछ अलग था उस रात की घटनाओं ने मेरी जिंदगी में एक नए मोड का निर्माण किया दोपहर में एक पुराने दोस्त ने मुझे फोन किया और मुझे अपने घर
की याद दिलाई उसने कहा कि उसके परिवार छुट्टी पर गए हैं और वह कुछ दिनों के लिए अकेला है उसने मुझे अपने गेस्ट रूम में रहने के लिए कहा मैंने उसका धन्यवाद किया और त्यौहार की रात को उसके घर के लिए निकल गया घर पहुंचकर मैंने उसके दरवाजे पर दस्तक दी दरवाजा खुला और मुझे उसका दोस्त राहुल मुस्कुराता हुआ मेरा स्वागत किया हमने गले मिलते हुए एक दूसरे का हालचाल पूछा और फिर उसने मुझे गेस्ट रूम में ले गया रात को मैंने सोच लिया कि थोड़ा काम कर लूं मैं अपने लैपटॉप को निकाला और अपने काम में डूबा रहा थोड़ी देर बाद म
ुझे नींद आने लगी लैपटॉप को बंद करके मैंने सोच लिया कि अब सोने का वक्त हो गया है जब मैंने आंखें बंद की तब मुझे एक अजीब सा एहसास हुआ जैसे कोई मुझे देख रहा हो लेकिन जब मैंने आंखें खोली कोई नहीं था शायद मैं बस थकावट की वजह से ऐसा महसूस कर रहा था इसलिए मैं फिर सो गया थोड़ी देर बाद मुझे एक आवाज सुनाई दी मैं उठा और देखा पर कुछ नहीं था शायद मैं बस सपने में ही देख रहा था मैं फिर सो गया सुबह हुई और मैं नींद से उठा नींद में मैंने एक अजीब सा सपना देखा था जो अब भी मेरे दिमाग में घूम रहा था मुझे लगता था कि मै
ं उसे किसी से शेयर करू इसलिए मैंने राहुल को ढूंढा मैंने उसको किचन में देखा जब वह चाय बना रहा था मैं उसके पास गया और अपने सपने के बारे में उससे बताया उसने मुस्कुराया और कहा शायद तूने सुबह-सुबह का सपना देखा है कुछ नहीं होगा लेकिन मेरे मन में एक अजीब सा डर था शायद वह सपना सच हो सकता था मैं चाहता था कि शायद मैं उस घर को और अच्छे से खोजू दोपहर को मैंने घर को घूमना शुरू किया हर कमरा एक अलग कहानी सुना रहा था फिर मैं गेस्ट रूम तक पहुंचा जहां मैंने नींद की सारी खिलवाड़ देखा था मैं वही बेड पर था जहां उस स
पने में मुझे किसी के हाथ पकड़ते हुए देखा था मैंने बेड के नीचे झांकते हुए देखा और मुझे एक पुरानी डायरी मिली उसमें लिखी हुई कुछ कहानियां मुझे बहुत अच्छी लगी मैं पढ़ता रहा और उस समय के लोगों की दुनिया में शाम हुई और मैंने अपने दोस्त से उस डायरी के बारे में बताया उसने भी उसे पढ़ा और बोला यह तो मेरे दादाजी की डायरी है मुझे पता भी नहीं था कि यह यहां पर है राहुल ने मुझे कहा कि उसके दादाजी एक जमींदार थे जो एक पुरानी हवेली में रहते थे उनकी कहानियां हवेली के रहस्यों से भरी हुई थी मैं उससे और ज्यादा सुनने
के लिए उत्सुक था रात को जब मैं वापस अपने गेस्ट रूम में था मुझे वह अजीब एहसास फिर से महसूस हुआ मैं नीचे जाने की कोशिश की लेकिन दरवाजा बंद था मैं समझ गया कि कुछ तो गड़बड़ है मैंने अपने फोन की फ्लैशलाइट को ऑन किया और कमरे को अच्छी तरह से देखा तब मुझे एक छुपा हुआ मिला जिसे मैंने पहले कभी नहीं देखा था मुझे लगा कि शायद यह पैसेज किसी और कमरे तक पहुंचता है मैंने हिम्मत जुटाई और उस पैसेज के अंदर चला गया अंधेरे में मैंने एक छोटा कमरा देखा जहां एक पुरानी कुर्सी और एक तालाब की तरह का बर्तन था लेकिन सबसे अजी
ब चीज वहां पर थी एक पुरानी और काली दीवार पर एक अजीब सा पेंटिंग था उस पेंटिंग पर एक बूढ़ी और भयंकर महिला का रूप था मुझे लगा कि मैं सपनों में ही देख रहा हूं लेकिन जब मैंने पेंटिंग को गहरी नजर से देखा तब मुझे यकीन हुआ कि यह कोई असल में है लेकिन उस समय मेरे दिमाग में एक सवाल था कि यह पेंटिंग यहां क्यों है और इसका क्या मायने है तभी मुझे कुछ आहट सुनाई दी मैं डर गया और वापस अपने गेस्ट रूम की तरफ भा जब मैं वहां पहुंचा तब मैंने दरवाजा खुला देखा मैं अंदर गया और दरवाजा बंद कर दिया मैंने अपने दोस्त को सुबह
सब कुछ बताया उसने मुझसे कहा शायद तुझे कुछ सपने में देखा और अब उसके असर तुझ पर पड़ रहे हैं परंतु मैंने देखा था मैंने महसूस किया था कि कुछ असल में गड़बड़ है मैं चाहता था कि हम दोनों उस पेंटिंग के बाद बारे में और अधिक जाने राहुल ने मुझे अपने साथ हवेली की तहरा करत की और हम दोनों ने उस पेंटिंग के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की लेकिन कोई भी प्रमाणिक जानकारी नहीं मिली फिर हमने हवेली के पुराने दरवाजों को खोलने का फैसला किया जो कि अक्सर बंद रहते थे हवेली के अंदर घूमते हुए हमने एक और कम
रा ढूंढा जो कि पहले से नहीं था इस कमरे में हमने एक और पुरानी डायरी पाई जो कि उस कमरे के कोने में छुपा हुआ था हमने उस डायरी को खोला और पढ़ने डायरी में लिखी हुई कहानियों से पता चला कि यह हवेली किसी भूत प्रेतों के द्वारा घेरी हुई थी एक जमाना था जब यहां पर एक डायन रहती थी जो बच्चों को चुराकर अपने शैतानी शक्तियों का इस्तेमाल करती थी उस डायन की तस्वीर जो जो कि उस पेंटिंग में दिखाई गई थी हवेली के हर कोने में उनकी धमकी बन गई थी रात को हमने फिर से वह कमरा ढूंढा जहां हमने पहले उस पेंटिंग को देखा था मैं चा
हता था कि उस पेंटिंग को और अच्छी तरह से देखूं शायद उसमें कोई राज छुपा हुआ हो जब हम वहां पहुंचे तो हमें उस पेंटिंग पर लिखी हुई एक पुरानी मंत्र की टुकड़े मिली हमने मंत्र को पढ़ना शुरू किया लेकिन तभी कुछ अजीब सा हुआ कमरे में अंधेरा हो गया और एक भयानक आवाज सुनाई दी हमने रोशनी के लिए फ्लैशलाइट ऑन किया लेकिन पेंटिंग गायब हो गया था हम दोनों डर गए और जल्दी से वापस अपने गेस्ट रूम में भागे उस रात मैं नहीं सो पाया मेरे दिमाग में सिर्फ वह पेंटिंग और ओ मंत्र ही घूम रहा था कुछ घंटे बाद मैंने महसूस किया कि कोई
मुझे देख रहा है मैंने आसपास देखा लेकिन कोई नहीं था लेकिन तभी मेरी दिल की धड़कन तेज हो गई जब मैंने अपने सामने एक भयंकर चेहरा देखा वह पेंटिंग फिर से वहां था लेकिन इस बार उसका रूप और भी भयानक था उसने मुझे देखा और एक दरावणी मुस्कान दी मुझे लगा कि मैं पागल हो गया हूं मैं चाहता था कि सब सपना हो लेकिन मैं जानता था कि यह सच है मैंने फ्लैशलाइट ऑन किया और उस पेंटिंग को देखने की कोशिश की लेकिन तभी कमरा फिर से अंधेरा हो गया और उस पेंटिंग ने मुझे अपनी भयानक शक्तियों से पकड़ लिया मैं चिल्लाने लगा लेकिन कोई भ
ी सुनने वाला नहीं था मुझे लगा कि मेरी आखिरी घड़ी आ गई है तभी एक आवाज ने मुझे हिला दिया आदित्य उठो मैंने अपनी आंखें खोली और राहुल को अपने सामने देखा वह मुझे चिंता से देख रहा था मैंने उससे सब कुछ बताया जो मुझे हुआ था राहुल ने कहा शायद यह सब तेरी कल्पना है पर मैं तुझे यहां से ले जाता हूं हम दोनों ने जल्दी से हवेली से बाहर निकलने का फैसला किया जब हम बाहर आए तब हमें एक अजीब सा सुकून महसूस हुआ शायद यह सच था या फिर सिर्फ एक विचार ही हम वहां से चले गए लेकिन वह पेंटिंग और उसकी दरावणी मुस्कान मेरे दिमाग म
ें अब भी बसी है वह घड़ी अब मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गई है और मैं अब तक यह नहीं जान पाया हूं कि क्या उस पेंटिंग में कुछ था या फिर सिर्फ मेरी कल्पना ने मुझे डराया है ब ब

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