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आदमखोर वेंडीगो की 4 ख़तरनाक कहानियाँ - डरना मना है | Horror Kahani BV | Hindi Horror Stories

आदमखोर वेंडीगो की 3 ख़तरनाक कहानियाँ - डरना मना है | Horror Kahani BV | Hindi Horror Stories So guys, I hope you liked this video. if You liked this video then pls subscribe also this channel. 😇 VIDEO EVERY NIGHT AT 09:00 PM DON'T FORGET.. _________________________________________________ *FAIR USE* Copyright Disclaimer under section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, education and research.Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use. _______________________________________________________ Subscribe to my other YT CHANNEL fOR ANIMATED horror stories - @Chitti_chudail _________________________________________________ *Your queries*4 wendigo sounds wendigo horror stories in hindi wendigo stoires wendigo movie wendigo stories in hindi Horror kahani BV bHOOT verse _________________________________________________ Chapters:- 00:00 - Intro 00:40 - First Story Wendigo Encounter 10:43 - 2nd Story Wendigo encounter 17:48 - 3rd Story 26:10 - 4th Story 30:46 - Outro

BHOOT VERSE

1 hour ago

बस अगले ही पन हमने देखा कि वह कुत्ता जो चार पैरों में खड़ा था वह एकदम से अपने दो पैरों में खड़ा हो गया मानो जैसे वो अपने आगे वाले दोनों खुर से मामा जी को कुचलना चाहता हो मैंने बाहर खिड़की से थोड़ा दूर अंधेरे में किसी को खड़ा अगर आपको भूत प्रेतों की सच्ची कहानियां सुनना पसंद है तो जल्दी से मेरे चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए मैं हर हफ्ते आपके लिए बहुत सी मजेदार कहानियां लेकर आता हूं वर्ष में और आज की इस एपिसोड में मैं सुनाने वाला हूं वेंगो की कुछ बेहद ही दिलचस्प कहानियां अगला वीडियो आपको किस टॉपिक प
र चाहिए कमेंट में जरूर बताइएगा कहानी शुरू करने से पहले मैं बता दूं कि मेरा नाम समायरा है और जिस वक्त की मैं आपको घटना बताने वाली हूं व गर्मियों के दिन थे वीकेंड था तो मेरे दोस्तों ने अचानक से एक ट्रिप पैन किया जिसमें मैं थी मेरी दो सहेलिया थी मेरा बॉयफ्रेंड टोनी था और मेरा बड़ा भाई माइकल हम लोगों ने डिसाइड किया कि हम नाइट स्टे के लिए जंगल में जाएंगे वैसे भी गर्मी बहुत थी और हम लोगों को रिफ्रेशमेंट की जरूरत थी मेरे बॉयफ्रेंड टोनी के डैड का लिंटन नाम की एक जगह में एक फार्म हाउस था वह फार्म हाउस चा
रों तरफ से घने फॉरेस्ट से घिरा हुआ था फार्म हाउस से कुछ ही दूरी पर एक प्राइवेट लेक था जो ने की ही डेट की प्रॉपर्टी में आता था वहां आसपास दूसरा और कोई नहीं रहता था करीब 78 किलोमीटर तक सिर्फ फॉरेस्ट एरिया था पहले जब टोनी के डैड फॉरेस्ट में हंटिंग के लिए जाया करते थे तब वह इसी फार्म हाउस में रुकते थे मगर कई सालों से वह फार्म हाउस बंद पड़ा हुआ था वह जगह भले ही कितनी ही खूबसूरत क्यों नहीं थी मगर थी तो वह जंगल के बीच और इसीलिए हम टीनेजर्स के लिए वह जगह ठीक नहीं थी मगर हमें यह बात उस वक्त समझ नहीं आई ह
म तो बस नॉर्मल टीनेजर्स की तरह मौज मस्ती करना चाहते थे इसीलिए हम निकल गए लिंटन स्थित उस फार्म हाउस की तरफ कार मेरा बॉयफ्रेंड टोनी चला रहा था हम दो घंटों में लिंटन तो पहुंच गए मगर अभी हमें उस फार्म हाउस तक का भी सफर तय करना था और वह सफर हमें उस घने फॉरेस्ट के बीच से गुजरती एक कच्ची सड़क में से होकर तय करना था शाम होने को आई थी और जंगल में घुसते ही अंधेरा तेजी से बढ़ने लगा था टोनी ने कार की हेड लाइट्स ऑन की जिस कच्ची सड़क से हम जा रहे थे उसमें शायद हम पहले थे जो कई सालों बाद वहां आए थे क्योंकि सड़
क में कहीं-कहीं पर ऊंची ऊंची घास उगी हुई थी हमारी कार उस घास को कुचल हुए धीमे-धीमे आगे बढ़ रही थी हम सभी वहां आकर बहुत एक्साइटेड थे हमें डर भी लग रहा था क्योंकि हम उस तरह के माहौल में थे जैसा हॉरर मूवीज में होता है थोड़ी देर बाद हम टोनी के डैड की प्रॉपर्टी के पास पहुंचे वहां पर हमें एक गेट मिला जिसमें जंजीर लगी हुई थी और एक पुराना सा ताला लटका हुआ था टनी कार से नीचे उतरा उसने कार की डिग्गी से एक लोहे की रोड निकाली और फिर उस गेट के पास जाकर उसने उस रोड को ताले में फसाया और एक झटके में रड घुमाकर उ
सने ताला तोड़ दिया उसके बाद टोनी वापस कार में आया और फिर हम उस गेट से अंदर गए गेट से एक सीधा रास्ता जंगल के अंदर जाता था उस रास्ते में कुछ दूर आगे जाने के बाद कार की हेड लाइट्स की रोशनी में हमें टोनी का फार्म हाउस दिखाई देने लगा कुछ देर में हम फार्म हाउस के अंदर थे हम सभी एक्साइटेड थे टोनी अपने साथ ढेर सारी शराब और बियर की बोतलें लेकर आया था और थोड़ा सा गांजा भी तो हमारे पास मौज मस्ती का सारा बंदोबस्त था हम उस वीकेंड में बोर नहीं होने वाले थे क्योंकि वहां टाइम पास करने के लिए ना तो फोन सर्विस थे
और ना ही देखने के लिए कोई मूवीज आधी रात में जब पूरे जंगल में गुप्प काला अंधेरा था तब हम सभी उस फार्म हाउस के बाहर आंगन में बन फायर जलाकर बैठे हुए थे और आपस में बातचीत कर रहे थे कुछ बियर की बोतलें पकड़े हुए थे कुछ उंगलियों के बीच भरी हुई सिगरेट फसाकर धुए के छल्ले उड़ा रहे थे हम कुल मिलाकर पांच लोग थे जब हम सभी आपस में हंसी मजा कर रहे थे सभी शराब और गांजे के नशे में चूर थे तभी अचानक मेरी नजर मेरे भाई माइकल की तरफ गई मैंने देखा माइकल बड़ी बड़ी आंखों से जंगल की तरफ देख रहा था उसका चेहरा एकदम फीका प
ड़ चुका था उसकी आंखें किसी चीज पर अटक सी गई थी मैंने अपने बॉयफ्रेंड टोनी का ध्यान माइकल की तरफ डाला तब टोनी ने भी महसूस किया कि मेरा भाई माइकल एकदम फ्रीज हो चुका है उसका चेहरा एकदम भाहीन था नी बोला माइकल क्या तुम ठीक हो पर माइकल ने कोई जवाब नहीं दिया ऐसा लग रहा था जैसे माइकल ने टोने की आवाज सुनी ही नहीं थी यह देखकर मैं और मेरी दोनों सहेलियां डरने लगी माइकल बहुत देर तक बस उसी तरह बैठा रहा तब मैंने गौर किया कि वह जंगल के एक पर्टिकुलर स्पॉट पर घूरे जा रहा था तब मैंने भी गर्दन घुमाकर उसी दिशा में दे
खा जिस तरफ माइकल देख रहा था मुझे पहले तो सिर्फ काला गुप अंधेरा दिखाई दिया लेकिन जब मैंने गौर किया तो मैंने भी उसे देखा तो मैं भी उसे बस देखती ही रह गई कुछ दूरी पर जंगल के पेड़ों के बीच अंधेरे में मुझे एक कुत्ता दिखाई दिया पहले तो मुझे लगा कि शायद किसी आदमी का कुत्ता उससे बिछड़ गया होगा पर जब मुझे ध्यान आया कि वहां दूर दूर तक कोई घर या गांव नहीं है तब मुझे कुछ ठीक नहीं लगा अब मेरी भी नजर उस पर जम चुकी थी और मेरी दोनों सहेलियां भी अब डरी सहमी उसी तरफ देख रही थी दूसरी तरफ टोनी अभी भी माइकल को हिला
हिलाकर होश में लाने की कोशिश कर रहा था मगर माइकल उसी तरफ बड़ी-बड़ी आंखें खोले बेसुत बैठा हुआ था बस अगले ही पल हमने देखा कि वह कुत्ता जो चार पैरों में खड़ा था वह एकदम से अपने दो पैरों में खड़ा हो गया तब हमें वह साफ दिखाई देने लगा मैं अब तक उसे कुत्ता समझ रही थी मगर वह तो करीब 7 फुट ऊंचा एक अजीब सा जानवर था विशाल भयानक बस उसी वक्त मेरा भाई माइकल भी कुर्सी से उठ खड़ा हुआ और फिर माइकल और दूर खला वो जीव जोर से चीखे उन दोनों की चीख पूरे जंगल में गूज उठी और यह देखकर हम तीनों लड़कियों की भी चीख निकल गई
नी हिम्मत वाला था उसने जब उस जीव को देखा तो व नहीं उसने हम तीनों लड़कियों से तुरंत घर के अंदर जाने को कहा और वह खुद माइकल को सहारा देते हुए उसे घर के अंदर ले जाने लगा जब हम सभी घर के अंदर पहुंचे तो हमने सभी दरवाजे खिड़कियां अच्छे से बंद कर ली सारी लाइट्स भी ऑफ कर दी और चुपचाप अपनी सांसे रोक कर बैठ गए अब चारों तरफ सन्नाटा पसर गया लेकिन तभी हमने गौर किया कि मेरा भाई माइकल मुंह ही मुंह में कुछ फुस फुसा रहा था था हमें बिल्कुल भी समझ में नहीं आया कि वह क्या कह रहा था वो कोई दूसरी ही भाषा थी शायद कोई
मंत्र थे क्योंकि थोड़ी देर बाद वह खड़ा उठा और उसने अपनी मुट्ठी में पकड़ी हुई राख को थोड़ा-थोड़ा खिड़की दरवाजों पर गिराने लगा नी ने मेरे कानों में कहा यह तुम्हारा भाई कर क्या रहा है यह तो मैं भी नहीं जानती थी कि वह कर क्या रहा था मैंने नी से कहा बाहर वो क्या चीज थी टोनी बोला मुझे नहीं पता पर वह कोई कुत्ता तो नहीं था मैंने कहा कहीं वह कोई स्किन वकर तो नहीं था तब टोनी बोला मुझे नहीं मालूम पर शायद तुम्हारे भाई को मालूम है अपने भाई को देखो वह किस तरह से मंत्रों का जाप करके घर को सुरक्षित रखने की कोशि
श कर रहा है शायद वह जानता है कि वह चीज क्या है और उसको दूर कैसे रखा जा सकता है उसके बाद मेरा भाई माइकल घुटनों में बैठकर मुंह ही मुंह में मंत्र बुदबुदा नहीं लगा और इस दौरान हम सभी बाहर से उस शैतान के कदमों की आवाज को साफ सुन सकते थे और उसकी गहरी भारी सांसों को भी वह बहुत देर तक उस घर के बाहर मंडरा रहा था वह हवा में हमारी महक लेने के लिए गहरी गहरी सांसे ले रहा था कभी-कभी हम गुस्से से भरी उसकी गुर्रा हट को भी सुन रहे थे मगर मेरे भाई माइकल ने कुछ तो ऐसा पक्का बंदोबस्त कर दिया था कि उस हैवान को हमारी
महक नहीं मिल सकती थी कुछ देर बाद हमें उस शैतान के दूर जाते कदमों की आवाज सुनाई दी और फिर बैठे-बैठे हम सभी की आंखें कब लग गई कुछ पता ही नहीं चला सुबह को एक आवाज को सुनकर मेरी आंख खुली मैंने देखा मेरा भाई बैग में सामान पैक कर रहा था वह काफी बेचैन और डरा हुआ दिखाई दे रहा था मैं ने बाकी लड़कियों को जगाया टोनी बाहर कार में बैठ चुका था उसके बाद हम सभी कार में बैठे और टोनी ने पूरी रफ्तार से कार उस जगह से भगा ली हम सभी एकदम खामोश थे कोई भी एक दूसरे से बात नहीं कर रहा था क्योंकि सभी डरे हुए थे और शायद स
भी के मन में सवाल था कि आखिर वह चीज क्या थी मगर किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह माइकल से पूछ सके माइकल भी एकदम खामोश था उसकी आंखें कार की खिड़की से बाहर जंगल में किसी को ढूंढ रही थी माइकल अभी भी मुंह ही मुंह में वही मंत्र बुदबुदा रहा था शायद उसको डर था कि वह हैवान कहीं से भी आ सकता है मगर हमारी खुश नसीबी थी कि हम उस जंगल से बाहर निकल आए उस दिन के बाद मेरा भाई माइकल शांत हो गया अब वह ज्यादा हंसता बोलता नहीं है इसी वजह से मेरी भी हिम्मत नहीं हुई कि मैं उससे पूछ सकूं कि आखिर उस रात वो चीज क्या थी मगर
हम सभी यही मानते हैं कि उस रात जिसे हमने देखा वो कोई स्किन वकर था मेरा नाम विनिका डेविड है और मेरे साथ तब से पैरानॉर्मल एक्टिविटीज हो रही है जब मैं 5 साल की थी अब मैं 35 साल की हूं मैं आपको मेरे साथ घटे एक सबसे भयानक एक्सपीरियंस के बारे में बताने वाली हूं जिसमें मेरा एनकाउंटर एक ऐसे हैवान से हुआ जिसकी मैं कभी कल्पना भी नहीं कर सकती थी वह अक्टूबर का महीना था उस वक्त में दक्षिणी कैलिफोर्निया के एक स्टेट फॉरेस्ट के नजदीक अपने बेहद करीबी दोस्त मारिया और कैरी के घर पर रुकी हुई थी उनके पास एक कैरावन
थी जो उनके घर के सामने खड़ी थी वह उस कैरावन को मेहमानों के सोने के लिए इस्तेमाल करते थे वहीं पास ही में एक लेक था मैं और मेरी दोनों सहेलियों ने रात का खाना खाया उसके बाद मैं सोने के लिए घर से बाहर खड़े कैरावन में चली गई तब तक आधी रात हो चुकी थी मेरे साथ एक छोटे साइज की मिनिएचर डंड डॉग थी जिसका नाम एनी था कैरावन में पहुंचकर मुझे अपने सामान के लिए जगह बनाकर उन्हें व्यवस्थित करने में वक्त लग गया ठंड बहुत थी मैंने कैरावन का हीटर भी ऑन कर दिया तब तक रात का एक बज चुका था मैंने कैरावन का डोर बंद तो किय
ा था लेकिन अंदर से लॉक करना भूल गई थी वैसे भी मैंने सोचा कि मैं जंगल के बीच में हूं तो यहां चिंता की कोई बात नहीं लेकिन यह मेरी सबसे बड़ी भूल थी मुझे कम से कम कैरावन की खिड़की और दरवाजे के पर्दे लगा देने चाहिए थे खैर आधी रात को मुझे सोने में दिक्कत हो रही थी क्योंकि बाहर मारिया और कैरी के कुत्तों ने भौक भौक कर मेरी नाक में दम करके रखा हुआ था और उनकी बतख ने भी क्वक क्वक करके शोर मचा रखा था मेरी डॉग एनी जो नॉर्मली ब्लैंकेट के अंदर ही सोती थी वह कंबल से बाहर मेरे कूल्हों के ऊपर बैठी हुई सिर उचका उच
का कर खिड़की से बाहर देख रही थी उसने बाहर शायद कुछ देख लिया था वह बेचैन सी लग रही थी मैं उसे शांत करने के लिए बार-बार उसे कंबल के अंदर डाल दी ताकि वह सो जाए मगर वह बार-बार कंबल से बाहर निकलकर मेरे कुल के ऊपर चढ़कर खिड़की से बाहर देखने लगती मुझे अभी लेते लेते कोई 1520 मिनट ही हुए थे कि तभी अचानक से मैंने कैरावन के बाहर से मारिया की आवाज सुनी क्या आया अंदर कोई है और इसके बाद मैंने तुरंत ही एक और आवाज सुनी जैसे कोई कैरावन की बॉडी के ऊपर अपने नुकीले पंजों को घिस रहा हो मैं मारिया को जवाब देने ही वाल
ी थी कि तभी मेरे दिमाग में एक बात गोंधी कि मारिया और कैरी तो अब तक सो चुकी होंगी और दूसरी बात यह कि मारिया तो जानती है कि मैं इस कैरावन में सो रही हूं तो फिर वह ऐसा क्यों पूछ रही है कि कैरावन में कोई है क्या तभी मुझे एहसास हुआ कि कैरावन के बाहर अब सब कुछ शांत हो चुका है मारिया और कैरी के कुत्ते उनकी बतख हैं अब सब शांत हो चुकी है यहां तक कि बाहर बहती हवा की आवाज और झिंगुर की किरकिर भी अब शांत थी ये एकदम उस तरह का सन्नाटा पसर गया था जैसे हॉरर मूवीज में होता है जब कोई खतरा आसपास होता है तो पूरा जंग
ल खामोश हो जाता है बिल्कुल वैसा ही माहौल उस वक्त हो रहा था उस खामोशी को चीरते हुए मेरी डॉगी एनी अचानक से दरवाजे की ओर देखकर भौंकने लगी मानो जैसे उसे एहसास हो गया था कि दरवाजे के बाहर कोई है एनी चूचू करती हुई धरकर मेरे पास आ गई और मेरे पीछे जाकर छुप गई वह अब डर के मारे थरथर कांप रही थी मैं भी बिना हिले डुले चुपचाप लेटी रही क्योंकि मुझे भी लग रहा था कि बाहर कोई है मुझे बहुत जोर से सूसू भी आ रहा था और मुझे याद आया कि मैंने तो कैरावन का दूर अंदर से लॉक ही नहीं किया था मैं बहुत देर तक तो यही सोचती रह
ी कि मुझे उठकर वॉशरूम जाना चाहिए और लगे हाथों डोर को भी अंदर से लॉक कर देना चाहिए या फिर मैं बिना हिले दुले चुपचाप लेटी रहूं बाहर जो भी था उसने मारिया की आवाज हूबहू निकाली थी पहले तो मैंने सोचा कि बाहर कोई स्किन वकर है फिर मुझे याद आया कि स्किन वकर आपके पहचान वालों की आवाज निकालकर आपको अपने पीछे नहीं बुलाते मगर एक वेंडिगो ऐसा कर सकता है वेंडी को इस तरह से इंसानों को उनके घरों से बाहर निकालते हैं छला से और अगर एक बार किसी का सामना वेंगो से हो जाए तो फिर उसका बच पाना नामुमकिन हो जाता है इसलिए मैंन
े खिड़की से बाहर देखने की हिम्मत नहीं की मैं चुपचाप दबे कदम कैरावन के दरवाजे के पास गई और सासे रोककर धीमे से दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया मैंने पूरी कोशिश की कि मैं खिड़की से बाहर ना देखूं उसके बाद मैं वापस दबे कदम अपने बिस्तर में घुसी और अग्नी को भी कं के अंदर घुसाया मैंने चुपचाप अपने फोन में टाइम देखा अब तक रात के ढाई बज चुके थे मेरे कंबल के अंदर घुसते ही बाहर से फिर से हवाओं की साय साय और झींगुर की किरकिर सुनाई देने लगी उसके बाद मारिया और कैरी के कुत्ते भी भोगते हुए कैरावन की तरफ आए और उन्हो
ंने कुछ दूर तक किसी का पीछा किया बतख भी अब क्वक क्वक करने लगी थी कुछ देर बाद मारिया के दोनों कुत्ते भागते हुए कैरावन के पास आए और दरवाजे के पास ही बैठ गए मानो जैसे वो किसी से मेरी सुरक्षा में बैठे हो मैं उस रात बिस्तर से बाहर नहीं निकली अगली सुबह मैंने मारिया से पूछा कि क्या वह कल रात मुझे और अग्नी को देखने कैरावन के पास आई थी मगर मारिया ने वही कहा जो मैं जानती थी मारिया बोली कि वो तो खाना खाने के बाद तुरंत सोने चली गई थी वो रात को वहां नहीं आई थी मैंने मारिया को पिछली रात की सारी बातें बताई पहल
े तो मारिया ने मेरा यकीन नहीं किया फिर उसने बताया कि उसके दादा भी एक दिन सामने इसी जंगल में शिकार के लिए गए थे एक दिन बाद उनकी लाश जंगल के अंदर मिली उनकी लाश को बुरी तरह से नोचा खरचा गया था जब बड़े बुजुर्गों ने उनकी लाश देखी तो सबका यही कहना था कि दादाजी को वैगो ने मारा है मगर हमने कभी यहां ऐसा एक्सपीरियंस नहीं किया मालिया की बात सुनकर मुझे पक्का यकी हो गया था कि कल रात कैरावन के दरवाजे के पास एक वैदी को खड़ा था बस मेरी किस्मत अच्छी थी कि वह अंदर नहीं आया मैंने छोटे मोटे पैरानॉर्मल एक्सपीरियंस क
ई बार किए मगर यह वाला मेरी जिंदगी का सबसे भयानक अनुभव [संगीत] था कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको दो चीजें क्लियर कर दूं पहली तो यह कि मुझे नींद में चलने की बीमारी है मैं रातों में नींद में चलने लगती हूं और ऐसे नॉर्मल काम करने लगती हूं जो कोई जागते वक्त करता है मैं एक कमरे से दूसरे कमरे में चलती हूं अपना फ्रिज खोलती हूं कपड़े धोने के लिए वाशिंग मशीन में डाल के मशीन ऑन कर देती हूं वैक्यूम क्लीनर भी निकाल के चालू कर देती हूं और फिर वापस सोने चली जाती हूं पर यह तब की बात है जब मैं छोटी थी तब यह हर
रात का रूटीन हुआ करता था पर अब मैं 38 साल की हूं और अब मेरे साथ यह साल में एक या दो बार ही होता है कि मैं नींद मचलती हूं बचपन से जवानी तक मैं पहाड़ों के एक छोटे से गांव में रहती थी हमारे घर के बाहर एक बला सा आंगन हुआ करता था उसके बाद खेत थे और फिर घना विशाल जंगल हर रात खाना खाने के बाद मेरे दादा लोग बाहर आंगन में बन फायर जलाकर उसके चारों तरफ बैठ जाते थे और हम छोटे बच्चों को अपनी हंटिंग ट्रिप्स की कहानियां सुनाया करते थे वो हमें बताया करते थे कि किस तरह वेंगो लोगों के साथ छल करके उन्हें अपने पास
बुलाता है और फिर एक बार वैग के झांसे में आकर कोई उसके पास चला गया तो फिर वह कभी वापस नहीं आता है मुझे उनकी बात पर यकीन तो नहीं था क्योंकि वेंडिगो और स्किन वकर की कहानियां सिर्फ बच्चों को डराने के लिए बनाई गई कहानियां होती थी मगर फिर भी मैं अंधेरा होने के बाद घर से बाहर नहीं निकलती थी फिर कुछ सालों बाद मैं पढ़ाई के लिए शहर चली गई और फिर और कुछ सालों बाद मेरी शादी हो गई और फिर साल बीतते गए और मेरे गांव वाले घर में अब कोई नहीं बचा सभी समय के साथ-साथ दुनिया छोड़ के चले गए और वह घर वैसे ही खाली पड़ा
बर्बाद हो रहा था इसलिए मैंने और मेरे हस्बैंड ने सोचा कि गांव का वो घर रिनोवेट करके वहीं रहते हैं वैसे भी मेरे हस्बैंड का वर्क फ्रॉम होम वाला काम था इसलिए पिछले साल गर्मियों में हम गांव वापस गए हम वहां दोपहर में पहुंच गए थे बहुत सालों बाद मैं वहां लौटी थी घर को देखकर बचपन की पुरानी सारी यादें ताजा हो गई हम हमारे साथ हमारे दो जर्मन शेफर्ड कुत्ते भी लेकर आए थे हमारे दोनों कुत्ते उस जगह में आकर बहुत खुश हुए क्योंकि कार से नीचे उतरते ही उन्होंने इधर-उधर दौड़ना शुरू कर दिया था मैंने और मेरे हस्बैंड ने
ने घर की सफाई करके उसे फिलहाल के लिए सोने लायक बनाया उस घर के पीछे एक शेट था जिसमें कंस्ट्रक्शन और खेतीबाड़ी का सामान था मेरे हस्बैंड ने जाकर वह सारा सामान चेक किया और देखा कि घर को रिनोवेट करने के लिए और क्या चीजों की जरूरत पड़ेगी तब तक मैंने रात के खाने का इंतजाम कर लिया था हमारे कुत्ते भी इधर-उधर फिर के वापस घर लौट आए थे शाम हो चुकी थी अंधेरा होने लगा था और फिर रात का खाना खाकर हम सोने चले गए हमारे दोनों कुत्ते भी घर के मेन डोर के पास सोए हुए थे मेरे पति को गर्मी ज्यादा लगती है इसलिए वह खिड़
की के पास खिड़की खोल के सोना पसंद करते हैं इसलिए हमारा बेड खिड़की के पास ही लगा हुआ था हम बिस्तर में घुस चुके थे बाहर ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी जिसकी भीनी भीनी सी आवाज कानों में किसी लोरी के समान सुनाई पड़ रही थी बस कुछ ही देर में हम दोनों गहरी नींद में खो गए आधी रात में एक आवाज को सुनकर मेरी नींद खुली मैंने देखा मेरा हस्बैंड कुत्तों को खोलकर बाहर ले जा रहा था मैंने पूछा कि कहां जा रहे हो तो वह बोला कि कुत्तों को शायद पोटी लगी है 5 मिनट में इन्हें घुमाकर वह वापस लौट आएगा वरना यह अंदर ही गंदा कर दे
ंगे और फिर उसने मुझे सो जाने के लिए कहा और खुद घर से बाहर चला गया मैंने वापस चादर से अपना मुंह ढका और सो गई कुछ देर बाद मैंने अपने पति की आवाज सुनी जो खुली हुई खिड़की के बाहर से आ रही थी वह बोला हनी हनी जरा बाहर आकर यह देखो मैंने अपने चेहरे से चादर हताई और फिर से आवाज आई हनी हनी जरा महर आकर य देखो ये मेरे पति की ही आवाज थी मगर इसमें कुछ अजीब था वह जब बोल रहा था तब एक अजीब सी धीमी सी सीटी की भी आवाज सुनाई दे रही थी बाहर से मेरे हस्बैंड ने फिर से जोर देकर कहा हानी हा नहीं जरा बाहर आकर यह देखो मैं
करवट बदलकर खिड़की के पास गई और बैठकर खिड़की से बाहर देखने लगी बाहर घुप अंधेरा था कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था कुछ दूरी पर शेड था उसके बाहर एक छोटा सा बल्ब टिमटिमाना था मगर उसकी रोशनी यहां खिड़की तक नहीं पहुं पा रही थी मैं जैसे ही अपने हस्बैंड को आवाज देने वाली थी कि तभी वह आवाज फिर से आई हनी हनी जरा बाहर आकर यह देखो तब मैंने उस आवाज की ओर देखा घुप अंधेरे में मुझे कोई खड़ा दिखाई दिया एक काला सा साया वहां पर इतना अंधेरा था कि उस काली परछाई और अंधेरे में अंतर नहीं पता चल पा रहा था मैंने गौर से उसे द
ेखने की कोशिश की कि तभी मेरे कंधे पर एक हाथ आया और मैंने डर कर पीछे पलट कर देखा मेरे पीछे मेरा पति बेड में बैठा हुआ था उसने बड़े प्यार से मेरे सिर को सहला और मुझे वापस बेड में लिटा दिया मैं जब कभी नींद में चलती हूं तो वह इसी तरह मुझे वापस बेड में लिटा देता है बिना मुझे मेरी नींद से जगाए उसको अभी भी यही लग रहा था कि मैं नींद में हूं लेकिन मैंने उससे कहा मैं जाग रही हूं मनी तुम अंदर कब आए मेरा हस्बैंड बोला मैं तो दो मिनट में कुत्ते घुमाकर वापस अंदर आ गया था और तुम्हारे इस तरफ सो गया क्यों क्या हुआ
मैंने कहा तुम अंदर थे तो बाहर से मुझे किसने आवाज दी थी मैंने बाहर खिड़की से थोड़ा दूर अंधेरे में किसी को खड़ा देखा मेरा हस्बैंड बोला अरे तुमने कोई सपना देखा होगा सो जाओ मैंने उसे डांटते हुए कहा मैं जाग रही हूं मैंने तुम्हारी आवाज को साफ-साफ सुना था बाहर कोई तो है उसके बाद हम दोनों वापस खिड़की के पास गए मेरे हस्बैंड ने मोबाइल की फ्लैशलाइट चलाकर खिड़की से बाहर रोशनी डाली मगर अभी बाहर कोई नहीं था तभी हमने हमारे कुत्तों के भोकने की आवाज सुनी और हमने उन्हें भोकते हुए जंगल की ओर भागते सुना मैंने अपने
हस्बैंड से कहा क्या तुमने कुत्ते बाहर ही छोड़ दिए वो बोला हां वो पोटी करने में बहुत देर लगा रहे थे और मुझे नींद आ रही थी इसीलिए मैंने उन्हें बाहर छोड़ दिया फिक्र मत करो वो किसी लोम के पीछे भागे होंगे अभी लौट आएंगे तुम सो जाओ इतना कहकर मेरा पति वापस सो गया मैं लेटे-लेटे उसी आवाज के बारे में और अंधेरे में खड़े उस काले साय के बारे में सोचती रही व काला साया किसी आदमी की तरह सीधा खड़ा था मगर उसके शरीर की आकृति किसी जानवर की तरह दिखाई दे रही थी अंधेरे की वजह से मैं उसे साफ-साफ नहीं देख पाई लेकिन जिस
तरह के उसके फीचर्स थे उससे तो यही लग रहा था कि वो कोई वैग था और मेरे पति की आवाज निकालकर वह मुझे बाहर बुलाना चाहता था उसके बारे में सोचते सोचते कब मेरी आंख लग गई मुझे पता ही नहीं चला सुबह को हमारे दोनों कुत्ते वापस घर आकर दरवाजे के पास सोए हुए थे उनके शरीर में जंगल की मिट्टी और चीर के पेड़ों का लीसा लगा हुआ था वह कल रात जिसके पीछे भागे थे शायद उसे जंगल के अंदर खदेड़ कर वापस लौटे थे पर ना जाने वो किसके पीछे भागे थे क्योंकि अगर वोह वेंगो के पीछे भागे होते तो शायद वो जिंदा वापस नहीं लौटते ये अगली घ
टना मेरे मामा जी के साथ घटी थी मेरे मामा का नाम कपिल है यह तब की बात है जब मेरे मामा 17 साल के थे मंगलवार का दिन था मामा जी गांव से दूर हरमान जी के एक बड़े से मंदिर में दर्शन के लिए गए थे फिर पूरे मंदिर प्रांगण की सफाई करने के बाद वापस घर लौटते हुए उन्हें काफी देर हो गई वहां से गांव तक आने के लिए उन्हें कोई पैसेंजर गाड़ी नहीं मिली इसलिए वह जंगल के बीच पैदल शॉर्टकट रास्ते से वापस गांव आने लगे जंगल के उस रास्ते में मामा जी कई बार आ जा चुके थे लेकिन सिर्फ दिन के वक्त रात में यह उनका पहला मौका था जब
वह उस रास्ते में चल रहे थे रास्ता दिन के मुकाबले रात में काफी डरावना लग रहा था पूरे जंगल में घुप अंधेरा था मामा जी के पास हमेशा माचिस रहती थी जो वह अपने साथ रखते थे ताकि किसी भी मंदिर में बुझे हुए दिए को जला सके उसी माचिस से मामा जी ने चीड़ की लकड़ी लेकर उसकी मशाल बना ली और उसे जला ली अब उसकी रोशनी में मामा जी को रास्ता साफ-साफ दिखाई दे रहा था रास्ते में एकदम खामोशी थी जंगल भी मानु जै से रात में सो चुका था पूरे जंगल में एक दम सन्नाटा पसरा पड़ा था ना हवा चलने की आवाज आ रही थी ना ही किसी जानवर या
पक्षी की आवाज बस मामा जी के पैरों के नीचे चरमरा सूखे पत्तो की आवाज और मशाल में जल रही लकड़ी की आवाज सुनाई दे रही थी मामा जी अब बीच जंगल में थे कि तभी उन्हें पीछे से एक आवाज सुनाई दी मेरी नानी की आवाज नानी बोली अरे बेटा आ गया तू आजा आजा रोटी खा ले मामा जी ने पलटक पीछे देखना चाहा लेकिन फिर वह तुरंत ही रुक गए उन्होंने पीछे पलट कर नहीं देखा बल्कि वह तेज कदमों के साथ गांव की तरफ बरने लगे एक बार फिर से उनके पीछे से आवाज आई अरे बेटा आ गया तू आजा आजा रोटी खा ले इस बार य आवाज एकदम उनके पीछे से आ रही थी
बेहद करीब ऐसा लग रहा था बोलने वाला एकदम उनके पीछे खड़ा है मामा जी की मशाल भी अब बुझती जा रही थी मामा जी अब लगभग उस उबर खाबर रास्तों में भागने लगे तभी मामा जी के पीछे से किसी ने जोर की फूंक मारी और मशाल बुझ गई मामा जी वह बुझी हुई मशाल था में फिर भी दौड़ते रहे और भागते भागते मामा जी को ऐसा महसूस हुआ जैसे किसी ने उनके पैर पकड़ लिए और फिर मामा जी धराम से जमीन में गिर गए तब उन्होंने पलटकर पीछे देखा उनके एकदम सामने एक विशाल बकरा खड़ा था उसके शरीर में काले-काले घने बाल थे सिर में बड़ी-बड़ी मोटी घुमावदा
र सींगे थी उसकी आंखें अंधेरे में लाल चमक रही थी मामा जी की आंखें डर के मारे फटती चली गई और फिर देखते ही देखते वो भयानक बकरा अपने दो पैरों में खड़ा हो गया मानो जैसे वो अपने आगे वाले दोनों खरों से मामा जी को कुचलना चाहता हो मगर तभी मामा जी ने अपनी आंखें बंद कर दी और जोर-जोर से हनुमान चालीसा का जाप करने लगे बस उसी वक्त उनके सामने वह जानवर जोर-जोर से चीखने लगा मामा जी ने हनुमान चालीसा बीच में नहीं रोकी वह आंखें मूंद के जाप करते रहे और वह जानवर भी चीखता रहा और फिर कुछ देर बाद मामा जी ने उसके फकते कदम
ों की आवाज को दूर जाता हुआ सुना मामा जी ने हनुमान चालीसा का जाब पूरा किया और फिर जब उन्होंने अपनी आंखें खोली तो देखा कि वो गांव को जाने वाली मुख्य सड़क पर लेटे हुए थे उन्हें पता ही नहीं चला कि वह कैसे उस जंगल से निकलकर वहां उस सड़क तक आ पहुंचे थे जबकि उन्हें याद था कि वह बीच जंगल में उस रास्ते में गिरे पड़े थे मामा जी ने हनुमान जी का धन्यवाद किया और दौड़कर गांव पहुंचे मामा जी मानते हैं कि उस रात उस अजीब से जानवर से उनकी जान हनुमान जी ने ही बचाई तब से मामा जी ने आजीवन ब्रह्मचारी रहकर हनुमान मंदिर
में सेवा करने का प्रण लिया मगर मैं जब भी गांव जाती हूं तो उस जंगल को घूर कर यही सोचती हूं कि वह हैवान आज भी उसी जंगल में कहीं पर किसी राहगीर का इंतजार कर रहा होगा दोस्तों अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी तो इस वीडियो को लाइक जरूर कीजिएगा अगर अभी तक आपने चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया तो सब्सक्राइब कर लीजिएगा मेरे चैनल में इसी तरह की ढेरों कहानियां है उन्हें भी जरूर सुनिए मुझे और इन कहानियों को यहां तक सुनने के लिए आपका [संगीत] धन्यवाद

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