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Amazing story of Laila Khaled in Urdu & Hindi | Best Islamic history documentary in Urdu & Hindi

Who was Laila Khaled | Amazing story of Laila Khaled | Israel vs palestine history Leila Khaled, a prominent Palestinian activist, gained international attention for her involvement in airplane incidents in the late 1960s. She became known for her role in the 1969 hijacking of TWA Flight 840 and the attempted hijacking of El Al Flight 219 in 1970. Khaled's actions were motivated by her commitment to the Palestinian cause and her desire to draw attention to the plight of her people. Over the years, she has continued to be a vocal advocate for Palestinian rights and has remained active in various political and social movements. Khaled's life and activism symbolize the ongoing struggle for justice and self-determination in the Palestinian territories. yours queries about this topic;- 1-Laila Khaled story in Urdu/Hindi 2-Leila Khaled hijacking movie explained 3-Israel vs Palestinian history ⚠️ Copyright Disclaimer ⚠️ This video ment for educational purpose only we not have own copyrights All rights go to their respective owners . Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research #islamickahani #israel #phalestine #israelpalestineconflict #gaza #israehistory #urdustories

Ameenia TV

5 days ago

29 अगस्त 1969 यह वह दिन था जिसने ना सिर्फ इस्राइल बल्कि पूरी दुनिया को हरत में डाल दिया था क्योंकि इस दिन फलस्तीन की 25 साला खातून ने वह काम कर दिया जिसने इसराइल की नींदे हराम कर दी तारीख इस बहादर फलस्तीनी खातून को लेला खालिद दी हाईजैकर के नाम से याद करती है क्योंकि यह दुनिया की पहली हाईजैकर खातून थी जिसने इसराइल के कई जहाज अगवा किए लेकिन लैला खालिद ने आखिर यह इतना मुश्किल काम क्यों किया इसके लिए हमें आज से तकरीबन 79 या 85 साल पीछे चलना होगा तो आपसे गुजारिश है कि इस वीडियो को आखिर तक देखिए नाजरी
न ये तकरीबन 1914 का दौर था जब इसराइल को एक नाजायज मुल्क बनाने के लिए सहनी यानी जायो निस्ट काफी हद तक कामयाब हो चुके थे और लगभग इसी अरसे में अप्रैल 1914 को फलस्तीन के इलाके हाइफा के रियासी खालिद के यहां एक बच्चे की पैदाइश खती है जिसका नाम लेला खालिद रखा जाता है नाजरीन इनन दिनों फलस्तीनी इसराइलिन यानी यहूदियों के अपने मुल्क में आबाद कारी के खिलाफ आवाजें भी बुलंद कर रहे थे फलस्तीनियन अजीम दूम ही से यहूदियों के खिलाफ तहरीक चलाना शुरू कर दी थी जिसमें लेला खालिद के वालिद भी शामिल थे लेकिन इनका यह एहते
जाज कुछ काम ना आया और फलस्तीनी से बगैर पूछे बिलखिरिया मुल्क यानी इसराइल का कयाम हो गया इसराइल के कयाम के बाद ही फिलिस्तीन ने फलस्तीन की आजादी के लिए तहरीक चलाई अब इस तहरीक में 15 साला लैला खालिद ने मसल्ला जादू जद करने के लिए तहरीक में शामिल होने का फैसला कर लिया इस तहरीक का नाम पॉपुलर फ्रंट फॉर लिबरेशन ऑफ फलस्तीन था अब इस तहरीक में कम उम्र लैला खालिद अपने मासूम चेहरे के साथ सर पर दुपट्टा उड़े फलस्तीन की आजादी के लिए इस तारीख में शामिल थी और वक्त गुजरने के साथ-साथ वह देखते ही देखते इस तारीख का एक
मजबूत रुकन भी बन गई लेकिन इस वक्त इस तहरीक के बारे में तो हर कोई जानता था मगर लेला खालिस से कोई वाकफ ना था लेकिन लैला खालिद का नाम तब मशहूर हुआ जब इसने फलस्तीन की आजादी के लिए एक इसराइली जहाज को हाईजैक कर लिया नाजरीन जहाज को हाईजैक करना और अपने मुतालबा मनवाना सिर्फ मूवीज और ड्रामासोनलाइन 840 को अगवा करना लैला खालिद की मशहरी का बायस बना लैला खालिद ऐसे खुफिया कामों के लिए बाकायदा अपने चेहरे पर कई बार प्लास्टिक सर्जरी भी करवा चुकी थी लैला खालिद ने टीडब्ल्यूए फ्लाइट 840 को कुछ इस तरह से अगवा किया क
े तकरीबन 29 अगस्त 1969 का दिन था जब यह टीडब्ल्यू का जहाज इटली से इसराइल के कैपिटल टील अवीव को जाना था 25 साला लैला खालिद और इनके साथियों ने इस जहाज की फर्स्ट क्लास टिकटें पहले ही से बुक करवा ली थी अब इंतजार इस चीज का था कि वह और इसके साथी किसी ना किसी तरह जहाज में घुस जाए ताकि वह अपने इस मिशन को मुकम्मल तौर पर सर अंजाम दें नाजरीन 29 अगस्त 1969 को यह जहाज बिल्कुल अपनी उड़ान भरने के लिए तैयार था अभी इटली के एयरपोर्ट में लोगों की आमदु राफ जा रही थी और लोग जहाज में बैठने के लिए इंतजार कर रहे थे इन्ह
ीं लोगों में एक खूबसूरत 25 साला नौजवान लड़की लेला खालिद भी अपने आंखों में सनग्लासेस लगाए टीडब्ल्यूए फ्लाइट 840 का इंतजार कर रही थी नाजरीन इस जहाज को हाईजैक करने के लिए लेला हालत खुदा जाने कैसे एयरपोर्ट सिक्योरिटी की आंखों में दूल जाक करर एक पिस्टल और दो ग्रेनेड यानी दस्ती बम अपने साथ लाने में पूरी तरह कामयाब हो चुकी थी लैला खालिद के साथ इनका एक और साथी स्लीम इसवी भी था लेकिन किसी को भी इन पर शक ना हो लिहाजा इसके लिए वह एक दूसरे से अजनबी बनने की अदाकारी कर रहे थे इसके बाद जब जहाज में बैठने का वक्
त आया तो दोनों बगैर किसी दिक्कत के अपने बुक करवाई हुई फर्स्ट क्लास टिकटों में जो कि जहाज के कॉकपिट के पास थी वहां बड़े इत्मीनान के साथ अलग-अलग बैठ गए मगर दोनों की सीटें आसपास ही थी नाजरीन इसके कुछ ही देर के बाद बलाहिर जहाज अपनी रान बढ़ता है जहाज में बैठे मुसाफिर अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए बेताबी के साथ इंतजार कर रहे थे लेकिन शायद वह इस बात से आगाह नहीं थे कि इनके जहाज के साथ आगे क्या होने वाला है बहरहाल दौरान सफर होने वाले वाक्यात और हादसात की तफसील लैला खालिद ने अपनी मशहूर किताब माय पीपल शेल
लाइफ में की है जैसा कि वह इस किताब में लिखती हैं कि दौरान सफर चूंकि मैं और ईवी दोनों अलग बैठे थे इसलिए वेटिंग लच में मौजूद शिकागो में रहने वाला एक यूनानी अमेरिकी मुसाफिर मुझसे कुछ ज्यादा ही अपना इंटरेस्ट दिखा रहा था इसने मुझे बताया कि वह 15 साल अमेरिका में रहने के बाद अपनी वालिदा से मिलने के लिए अपने घर यूनान जा रहा है लैला खालिद इस किताब में लिखती हैं कि एक बार तो मेरे दिल में यह ख्याल आया कि मैं इस से कहूं कि व यह जहाज छोड़कर किसी दूसरे जहाज से सफर कर ले लेकिन फिर बाद में मैंने खुद को इस बात स
े रोक लिया इस तरह के वाकत की तफसील आप लेला लत की किताब में पढ़ सकते हैं बहरहाल जहाज उड़ान भरने के कुछ ही देर के बाद कायदे के मुताबिक एक एयर होस्ट्स लैला हालत के पास आती हैं और उन्हें खाने की कुछ चीजें सर्व करती हैं लेकिन लैला हालत कुछ भी खाने पर आमादा नहीं होती लेकिन साथ ही लेला हालत इस ए रोस से कहती हैं कि मुझे सर्दी लग रही है और मेरे पेट में तकलीफ है लिहाजा आप मेरे लिए एक कमल ला दें लैला लत के यह कहने पर एयर होसेस लेला लत के लिए एक कमल लाकर देती है लेकिन नाजरीन कंबल और ना लेला हालत का सिर्फ एक
बहाना था असल मकसद हथियारों को कंबल के नीचे छुपाना था ताकि सही वक्त पर इनका इस्तेमाल किया जाए इसके बाद अभी तक सब कुछ ठीक ही जा रहा था लेकिन जब जहाज में बैठे पैसेंजर्स को खाना दिया जाने लगा तो लेला खालिद का साथी स्लीम इसवी इस मौके का फायदा उठाते हुए उछलकर जहाज के का पट में घुस गया और दूसरी जानिब इसके साथ ही यानी लेला खालिद भी अपने कमल पर छुपा हुए दो हैंड ग्रेनेट यानी दस्ती बम्स को लेकर दौड़ी जब एयर होस्टेस ने यह सब कुछ देखा तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया इसके बाद लेला खालिद ने फर्स्ट क्लास में बै
ठे तमाम लोगों को पीछे इकॉनमी क्लास में भेज दिया यह सब कुछ देखने के बाद जहाज में बैठे पैसेंजर बहुत ही डरे उसे में हुए दिखाई दे रहे थे इसी दौरान लैला खालिद ने जहाज के पायलट और ट्रैफिक कंट्रोल रूम से डरा धमका कर उन्हें इसराइल के नोरियल एयरपोर्ट पर लैंडिंग करवाने का हुक्म दिया लेकिन यह फैसला लैला हालत की एक चाल थी इसके बाद जहाज के पायलट ने लैला खालिद के हुक्म पर जहाज इसराइल के एयरपोर्ट की तरफ मोड़ दिया लेकिन जहाज जैसे ही इसराइल की हुदूगिरो यह समझने लगे कि इसराइली तैयार इस जहाज को ही उड़ा देंगे लेकिन
ऐसा ना हुआ क्योंकि जब जहाज इसराइल के इस एयरपोर्ट की जानिब बढ़ा तो नीचे सैकड़ों इसराइली फौजी और इसराइली टैंक्स हाईजैकर से निपटने के लिए बिल्कुल तैयार खड़े थे लेकिन जब लैला खालिद ने यह सूरते हाल देखी तो इसने पायलट को जहाज सीरिया के शहर दमस्क ले जाने का हुक्म दिया कहा जाता है कि रास्ते में लेला हालत के हुक्म पर पायलट ने जहाज इनके आबाई गांव हाइफा से भी गुजारा इसके बाद आखिरकार जब यह जहाज अपनी मसाफत तय करता हुआ दमस्क की एयरपोर्ट में लैंड हुआ तो साथ ही लेला खालिद ने मुसाफिरों को रमाल बनाकर फिलिस्तीन क
ी आजादी का मुतालबा किया नाजरीन इस साई जैकिंग की वजह से पूरी दुनिया की तवज्जो फलस्तीनियंस नाजायज साहनी मजलिन की तरफ लाई गई कहा जाता है कि लैला खालिद ने मुसाफिरों को रमाल बनाकर फिलिस्तीनी कैदियों को रहा करने का भी मुतालबा किया और बिलखिरिया दियों की रहाई और हाईजैकर्स की हिफाजत वापसी की शरारत पर तमाम यर मालियों को रहा कर दिया गया यह काम होने के बाद लैला खालिद के साथी ने जहाज के काग पीट को बम से उड़ा दिया नाजरीन इस हाईजैकिंग के बाद लेला हालत को अब पूरी दुनिया पहचान चुकी थी जो कि इनके लिए एक खतरे का ब
ाइज थी लिहाजा उन्होंने इस मसले के हल के लिए और अपने अगले मिशन के लिए अपनी नाक आंखों और मुंह की छह जगह से प्लास्टिक सर्जरी भी करवा ली ताकि इनकी शक्ल और सूरत मुकम्मल तौर पर तब्दील हो जाए नाजरीन इस हाईजैकिंग के बाद अब लेला खालिद का पूरा चेहरा तब्दील हो चुका था इस वाकए के ठीक एक साल के बाद लैला खालिद ने जॉर्डन से यूरोप की तरफ अपना रुख किया अब इनका अगला टारगेट एक और इसराइली जहाज था नाजरीन इस बार हाईजैकिंग में इनका साथ दे रहे थे एक अमेरिक राशी फ्रेडरिक जो कि हाईजैकिंग के कामों के लिए माहिर समझे जाते थ
े लेकिन इस बार जहाज की सिक्योरिटी काफी टाइट थी इस अगले मिशन के लिए जब से दोनों इस जहाज पर बैठे तो शुरू में तो सब कुछ ठीक ही जा रहा था लेला और इसके साथी इस बार इकॉनमी क्लास में बैठे थे और इस दूसरे जहाज को अगवा करने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रहे थे कहा जाता है कि इस बार लेला लत के पास दो दस्ती बम्स थी जबकि इनके साथी के पास एक हैंड ग्रेनेट था इसके बाद सही आने के बाद बाकायदा मंसूबे के तहत लेला खालिद ने इस बार जहाज के कॉकपिट की तरफ भागने की कोशिश की मगर इस मिशन के लिए इनकी किस्मत ने इनका साथ ना दि
या क्योंकि जहाज के पायलट ने इसका दरवाजा ही बंद कर रखा था यह देखते हुए लेला लत ने अपने दोनों हाथों से हैंड गनेड निकाले ही थे कि अचानक तैयार में सवार गार्ड्स ने इन पर फायरिंग शुरू कर दी दूसरी जानिब इनके साथी फ्रेडरिक ने भी जवाबी फायरिंग की मगर गोली लगने की वजह से वह मारा गया इसके बाद लेला हालत पर दो गार्ड्स और मुसाफिरों ने हमला किया और मजीद जहाज में बैठे मुसाफिरों ने इन्हें मारना शुरू कर दिया यह सब कुछ देखते हुए बिलखिरिया नाजरीन लेला लत का यह मिशन बुरी तरह नाकाम हुआ गिरफ्तारी के बाद उन्हें बतानिया
की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया और साथ ही उन्हें अदालती एकामा के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया लेकिन लैला खालिद को जेल में कैद हुए अभी तकरीबन एक ही महीना गुजरा था कि अचानक फलस्तीनी जानबाज ने एक और तैया अगवा कर लिया और उसी तरह मुसाफिरों को माल बनाकर लेला लत की रिहाई का मुतालबा किया जिसकी वजह से लैला लत को जल्दी रिहाई मिल गई नाजरीन कैद से रिहाई मिलने के बाद लैला खालिद अब नहीं जानती थी कि वह मुस्लिम दुनिया की अब एक अजीम शख्सियत बन चुकी हैं रिहाई के बाद लैला खालिद से काफी इंटरव्यूज भी किए गए बहरहाल आजकल ल
ेला हालत तकरीबन 79 वर्ष की हो चुकी हैं और अभी तक अपनी खिदमा सियासत के मैदान में सर अंजाम दे रही हैं उम्मीद है कि आपको इस वीडियो में बहुत सारी नई मालूमात जानने को मिली होंगी अगर आप हमारे चैनल पर नए हैं तो इस को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं तब तक के लिए इजाजत दीजिए अल्लाह हाफिज

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