Main

जाने क्या हैं नीम करौली बाबा जी का इतिहास।Baba Neem Karoli । RS STORY

जाने क्या हैं नीम करौली बाबा जी का इतिहास।Baba Neem Karoli । RS STORY #krishnavani #kainchi dham neem karoli baba #neem karoli baba, #neemkarolibaba #neemkarolimaharajji #neem Karoli dham #neemkarolibabaji #neemkarolibabaashram साथियों आपका हमारे चैनल RS Story में स्वागत है। इस चैनल में आपको ऐतिहासिक कहानियां, हॉरर कहानियां आदि देखने को मिलेंगी। अगर आपको वीडियो अच्छा लगा हो तो कृपया हमारे चैनल को लाइक शेयर व सब्सक्राइब जरूर करें 🙏🙏 आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏 Disclaimer - Video is Educational purpose only. Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing.Non-profit, educational or personal use tips the balance in favour of fair use. Shorts remixing this video inner peace mental health motivational speech. Video, Photos & Music credit by Respected Onwer🙏🙏

Rs Story

4 days ago

दोस्तों जय श्री राम आर एस स्टोरी चैनल में आपका स्वागत है आइए हम आपको नीम करौली बाबा के बारे कुछ बताते हैं नीम करौली बाबा या नीम करौरी बाबा या महाराज जी 1900 से 11 सितंबर 1973 की गणना 20वीं शताब्दी के सबसे महान संतों में होती है इनका जन्मस्थान ग्राम अकबरपुर जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश है जो कि हिरन कांव से 500 मीटर दूरी पर है नीम करौली बाबा समाधि मंदिर वृंदावन कैची नैनीताल भवाली से सा किमी की दूरी पर भवाली गाढ के बाई ओर स्थित है कैची मंदिर में प्रतिवर्ष 15 जून को वार्षिक समारोह मनाया जाता है उस द
िन यहां बाबा के भक्तों की विशाल भीड़ लगी रहती है महाराज जी इस युग के भारतीय दिव्य पुरुषों में से हैं श्री नीम करोली बाबा को हम महाराज जी कहते हैं आइए उनका आरंभिक जीवन जाने उनका जन्म एक धनी ब्राह्मण परिवार में हुआ 11 वर्ष की उम्र में उनके माता-पिता द्वारा शादी कर दिए जाने के बाद उन्होंने साधु बनने के लिए घर छोड़ दिया बाद में वह अपने पिता के अनुरोध पर वैवाहिक जीवन जीने के लिए घर लौट आए वह दो बेटों और एक बेटी के पिता बने ऐसा माना जाता है कि जब तक महाराज जी 17 वर्ष के थे उनको इतनी छोटी सी आयु में सा
रा ज्ञान था बताते हैं भगवान श्री हनुमान उनके गुरु है उन्होंने भारत में कई स्थानों का दौरा किया और विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से जाने जाते थे गंजम में मां तारा तारिणी शक्ति पीठ की यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें हनुमान जी चमत्कारी बाबा के नाम से संबोधित किया करते थे और लोग उनको बहुत मानते थे कहा जाता है कि एक बार बाबा ट्रेन में सफर कर रहे थे लेकिन उनके पास टिकट नहीं था जिस कारण टीटी अफसर ने उन्हें पकड़ लिया बिना टिकट होने के कारण अफसर ने उन्हें अगले स्टेशन में उतरने को कहा स्टेशन क
ा नाम नीम करोली था स्टेशन के पास के गांव को नीम करोली के नाम से जाना जाता है बाबा को गाड़ी से उतार दिया गया और ऑफिसर ने ड्राइवर से गाड़ी चलाने का आदेश दिया बाबा वहां से कहीं नहीं गए उन्होंने ट्रेन के पास ही एक चिमटा धरती पर लगाकर बैठ गए 12 चालक ने बहुत प्रयास किया लेकिन ट्रेन आगे ना चली ट्रेन आगे ना चलने का नाम ही नहीं ले रही थी तभी गाड़ी में बैठे सभी लोगों ने कहा यह बाबा का प्रकोप है उन्हें गाड़ी से उतार देने का कारण ही है कि गाड़ी नहीं चल रही है तभी वहां बड़े ऑफिसर जो कि बाबा से परिचित थे उन्ह
ोंने बाबा से क्षमा मांगी और ड्राइवर और टिकट चेकर दोनों को बाबा से माफी मांगने को कहा सबने मिलकर बाबा को मनाया और उनसे माफी मांगी माफी मांगने के बाद बाबा ने सम्मान पूर्वक ट्रेन पर बैठ गए लेकिन उन्होंने यह शर्त रखी कि इस जगह पर स्टेशन बनाया जाएगा जिससे वहां के गांव के लोग को ट्रेन में आने के लिए आसानी हो जाए क्योंकि वहां लोग आने के लिए मिलो दूर से चलकर आते थे तब जाकर ट्रेन में बैठ पाते थे उन्होंने बाबा से वादा किया और वहां पर नीम करोली नाम का स्टेशन बन गया यहीं से बाबा की चमत्कारी कहानियां प्रसिद्
ध हो गई और इस स्थान से पूरी दुनिया में बाबा का नाम नीम करोली बाबा के नाम से जाना जाने लगा यही से बाबा को नीम करोली नाम मिला था

Comments