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एक Father की Misunderstanding ने Destroy की उसकी Family | Crime Patrol | Inspector Series

Click here to Subscribe to SET India: https://www.youtube.com/channel/UCpEhnqL0y41EpW2TvWAHD7Q?sub_confirmation=1 Ashish and Nidhi plan a trip to Mahabaleshwar with the kids. They seem in a hurry to leave the place. Kids are all excited about the road trip but the couple seems tensed. After 2 days of no contact with their family, things get fishy. Both of their families are concerned about their well being. Stay tuned to see what happened. Show Name: Crime Patrol Satark Season 2 Host: Anup Soni Producers: Prem Krishen Malhotra, Sunil Mehta, Vipul D. Shah, Anirban Bhattacharyya #crimepatrol #क्राइमपेट्रोल #setindia #क्राइमपट्रोलसतर्क #crimepatrolsatark #crimepatrol #crime #thrillers #CP #क्राइमपैट्रॉलसतर्क #livcrime #crimepatroldastak #crimepatroldial100 #anupsoni #crimepatrolsatark #crimepatrolfullepisode #crimepatrollatestepisode #crimepatrolnewepisode #crimepatroldial100 #crimepatrol2024 #crimepatrolserial #crimepatrolbestepisode #crimepatrolsony #crimepatrolnewepisode #bestcrimepatrolepisode #crimepatrolmostpopularepisode #क्राइमपेट्रोल #crimepatrolcases #crimeworld #crimeworld2024 #crimeworldnewepisode #crimeworldbestepisode #crimeworldfullepisode #indiancrime #indiancrimestories About Crime Patrol : ----------------------------------- Crimes tell us, we need to be careful, we need to be watchful. Crimes that tell us lives could have been saved. Every crime we hear of, either warns us to be careful or scares us, it could happen to us. Every crime ignites a feeling, 'It should not have happened. Would knowing the 'Why' behind a crime, help in stopping a crime from happening?' I don’t like the way he looks at me', 'I don’t like the way he/she is behaving', 'I think he/she is out of his/her mind', 'I think he/she has gone crazy'. That gaze, that quirky smile, that persistent stare that unnerves. It is difficult to understand the intentions but the hints are there. In a house a husband and wife argue, and fight. A vessel comes flying, and a glass breaks. The husband is angry and the wife is upset. That hatred, that ego. The distance keeps growing. It is difficult to comprehend the damage, but the cracks are there. Feelings… expressions. Misunderstood, unresolved callings of the heart. The cracks are there. Too wide to be missed. Yet when the heart takes over the mind, the outcome is a mindless tragedy. Crime Patrol - Satark Rahe will attempt to look at the signs, the signals that are always there before these mindless crimes are committed. Instincts/Feelings/Signals that so often tell us that not everything is normal. Maybe, that signal/feeling/instinct is just not enough to believe it could result in a crime. Unfortunately, after the crime is committed, those same signals come haunting. Click here to watch more episodes of the Inspector Series: https://www.youtube.com/playlist?list=PLzufeTFnhupwPXaxlzdWOhhlyKczeyYvR एक Father की Misunderstanding ने Destroy की उसकी Family | Crime Patrol | Inspector Series

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10 days ago

[संगीत] [संगीत] [संगीत] कर [संगीत] [संगीत] द नंबर यू हैव कॉल्ड इज करेंटली स्विच्ड ऑफ प्लीज ट्रा अगेन लेटर थैंक यू तु डायल केलेला नंबर बंद है कृपया थोड़ा वेने पुन प्रयत्न करा नंबर य क करट स् ऑफ नंबर य स् ऑफ आपके द्वारा डायल किया हुआ नंबर अभी बंद है मा निधि का फोन बंद रहा है आशीष का फोन भी ट्राई किया वो भी बंद रहा कल मैंने दोनों को फोन ल था तब तब भी दोनों के फोन बंद थे अतुल मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है मां तुम एक काम करो आशीष के पापा का फोन ट्रा करो हो सकता है आशीष और निधि रितिका और आर को ले कहीं ब
ाहर गए हो या हो सकता है उसके घर कहीं गुरुग्राम में गए हो नमस्ते गायत्री जी बहुत दिनों के बाद रविंद्र जी आशीष और निधि बच्चों को लेकर वहा दिल्ली आए है क्या दो दिन से मैं उन्हें फोन लगा रही हूं दोनों के फोन बंद आ रहे नहीं तो आने वाले थे क्या वो लोग आशीष ने तो मुझे इस बारे में कुछ बताया नहीं और ऐसे कैसे दोनों का फोन बंद आ रहा है आपकी कुछ बात हुई थी इन दिनों उनसे उन्होंने कुछ बताया था ऐसा कि कहीं बाहर जाने का प्रोग्राम बनाया हो और गायत्री जी एक हफ्ता पहले मेरी आशीष से बात हुई थी वही हर बार की तरह हाल
चाल जानने के लिए बस मेरी भी चार दिन पहले बात हुई थी निधि से बातों से लग रहा था कि व परेशान है और अब दो दिन से उनके फोन भी बंद आ रहे हैं कुछ हुआ था क्या गायत्री जी निधि परेशान क्यों थी आशीष ने इस बारे में कुछ मुझे बताया भी नहीं कोई जिक्र भी नहीं किया उसकी बातों से लग रहा था कि वह परेशान है पर उसने कुछ बताया नहीं अब मुझे भी चिंता हो रही है गायत्री जी उन दोनों का फोन ऐसे बंद नहीं रहता है और दोनों बच्चे कहां [संगीत] है [संगीत] मुझे भी दो ना अब क्या कर क मुझे भी दो ना मम्मी देखो ना भया मुझे खेलने नही
ं दे रहे आप हमेशा ऐसे करते बस दो मिनट रुक जा अरे नहीं मुझे दो मुझे भी खेलना है ना करते हो हेलो हेलो विवेक मैं निधि का भाई अतुल बोल रहा हूं हम लोग एक बार मिल भी चुके हैं कौन ति आशीष की वाइफ ओ हां अतुल कैसे हो हां मैं ठीक हूं मैं जोधपुर में हूं मैंने बस इसलिए फोन किया था कि आशीष ऑफिस आया है क्या आशीष तो पिछले दो दिन से ऑफिस नहीं आया और उसने ना ही किसी को कुछ बताया है यहां तक कि उसने हमारे बॉस नितिन को भी कोई इंफॉर्मेशन नहीं दी मैंने कहा भी था उससे कि जाने से पहले नितिन सर को बता के जाए वो कहीं जान
े वाला था कुछ बताया उसने हां फोन आया था उसका दो दिन पहले विवेक मैं निधि और बच्चों को लेकर महाबलेश्वर जा रहा हूं चार दिनों के लिए आज पूरे वेस्टर्न डिवीजन सेल्स टीम की मीटिंग है ऑफिस में और तू बोल रहा है तू महाबलेश्वर जा रहा है प्लान अचानक बना है मैं चेंज नहीं कर सकता मुझे जाना पड़ेगा कब बना प्लान कल तो तूने इसके बारे में मेरे को कुछ नहीं बताया और ये मीटिंग तो पिछले दो हफ्ते से फिक्स है विवेक मुझे जाना पड़ेगा तू किसी तरह मैनेज कर लेना वहां पर त एक काम कर त मुझे नहीं नितिन सर को इफॉर्म कर भाई बॉस व
ो है मैं नहीं तू बता देना सर को और क्या बोलूंगा इतनी इंपोर्टेंट मीटिंग छोड़ के मावर घूमने जा रहा है नहीं नहीं भाई तू इफॉर्म कर दे नहीं तो मा बलेश्वर तू घूमने जाएगा और बॉस की डांड मैं सुनूंगा ठीक है रहने दे मैं ही बता देता हूं सर को लेकिन अदल आशीष ने नितिन सर को कुछ बताया ही नहीं बिना बात किए चला गया और यहां अकेला सारी प्रॉब्लम मैं झेल रहा हूं महाबलेश्वर में कहां रुकने वाले थे कुछ बताया उसने नहीं कुछ नहीं बताया आशीष ने बस इतना ही कहा था कि चार दिनों के लिए व महाबलेश्वर जा रहा [प्रशंसा] [संगीत] [प
्रशंसा] [संगीत] है [संगीत] आशीष शर्मा निधि शर्मा और उनके बच्चे आर्यन और रितिका को घर से गायब हुए अब चार दिन बीत चुके थे और उनके परिवार वालों के पास उनकी कोई खबर नहीं थी निधि का भाई अतुल जो कि जोधपुर में रहता था और आशीष के पिता रविंद्र शर्मा जो गुरुग्राम में रहते थे अब मुंबई के लिए रवाना हो चुके थे सर यह मेरी बहन निधि शर्मा और ये उसका पति आशीष शर्मा और ये आर्यन और तिका आपने इनके घर पर चेक किया किया था सर वहां ताला लगा है सर सिक्योरिटी और पड़ोसियों ने बताया कि कुछ दिन से उन लोगों ने देखा ही नहीं ह
ै इनको महाबलेश्वर में यह लोग रुकने वाले कहां थे पहले भी कभी गए हैं वहां सर आशीष ने अपने कलीग विवेक को सिर्फ इतना बताया था कि वो वहां जा रहा है हमें तो इस वेकेशन के बारे में पता ही नहीं था कहां रुकने वाले हैं ये कहां से पता होगा सर हम बच्चों के स्कूल भी गए थे सर वहां भी कोई इंफॉर्मेशन नहीं थी महाबलेश्वर का एक एक होटल चेक किया गया लेकिन पुलिस को ना आशीष शर्मा या निधि शर्मा के नाम से कोई बुकिंग मिली और ना ही उनकी कोई खबर मुंबई से महाबलेश्वर तक के टोल नाका के सीसीटीवी फुटेजेस से भी कोई लीड नहीं मिली
आशीष की कार ने कोई टोल नाका कभी क्रॉस ही नहीं किया था जो उन्हें महाबलेश्वर ले जा सके [संगीत] [संगीत] सर ये दो मोबाइल मिले हैं क्याय दोनों फोन आशीष के ही है या आशीष और निधि के हो सकता है सर लेकिन मैं पक्का नहीं बोल सकता क्योंकि मुझे नहीं पता वो दोनों कौन सा मोबाइल यूज करते हैं कौन करो फोन हम फार्मा प्रोडक्ट में डील करते हैं और आशीष हमारी कंपनी में सीनियर सेल्स मैनेजर है व शुरू से ही अपने काम में बहुत एफिशिएंट रहा है इसलिए उसका अचानक ऐसे छुट्टी पर चले जाना बहुत अजीब है उसने मुझे इफॉर्म तक नहीं कि
या इनफैक्ट उसके इस बर्ताव से मैं काफी अपसेट भी हुआ था क्या कोई ऐसी बात थी जिसकी वजह से आशीष परेशान था उसकी पत्नी निधि के भाई अतुल ने हमें बताया कि पिछले हफ्ते जब उनकी निधि से बात हुई वो काफी परेशान लग रही थी नहीं सर मेरी जब आशीष से बात हुई तो मुझे कुछ ऐसा लगा नहीं मेरा मतलब है हो सकता है ऐसा कुछ हुआ भी हो पर मुझे महसूस नहीं हुआ और अगर वह परेशान था भी तो अचानक य एक दिन उठकर महाबलेश्वर क्यों चला जाएगा और वो भी बिना किसी को बताए वो लोग महाबले नहीं गए तो फिर कहां गए मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है
वो ऑफिस नहीं आ रहा महाबलेश्वर नहीं गया तो आखिर वो लोग गए कहां मैं अभी मिली थी 5 जुलाई की दोपहर को उससे बच्चों को बस स्टॉप से लेने आई थी हमारी बात भी हुई निधी ने तो कोई जिक्र नहीं किया माब लेशर के बारे में कविता जी क्या हाल फिलहाल में निधि ने आपसे कोई ऐसी बात कही हो जिससे आपको लगा हो कि वह काफी परेशान है निधि तुम एक बार बीकेपी कोचिंग क्लासेस ट्राई करके तो देखो उनके मैथ्स टीचर बहुत ही अच्छे हैं कविता मैंने आर्यन को ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स के लिए सब्सक्राइब कर ली वही उसके लिए ठीक है अरे तेरी बात सही ह
ै लेकिन ऑनलाइन ट्यूटोरियल में टीचर वहां खुद तो नहीं होता ना बच्चों को समझाने के लिए बस कंप्यूटर प सब कुछ बोल देता है तू एक बार क्लासेस तो ट्राई करके देख अगर तू हां बोले तो एक दिन मैं अपने पूजा के साथ आर्यन को भी ले जाती हूं एक दिन का फ्री ट्रायल ऑर्गेनाइज कर देती हूं आर्यन के लिए सच में ऐसे मैक्स टीचर कहीं नहीं मिलेंगे अच्छा ठीक है मैं आशीष से बात करती हूं हमने बस रोजमर्रा की बात की थी उन लोगों का मामले श में जाने का कोई प्लान है ऐसा तो नहीं बोला हो सकता है उनके यहां घर काम करने वाली कमला को कुछ
पता हो मैडम मैं पाच तारीख को गई थी उनके घर काम करने के लिए लेकिन उन्होंने बता ही नहीं उन्हें बाहर जाना है वो भी चार दिनों के लिए हमेशा बाहर जाती है तो मुझे बता देती है कमला आशीष और निधि के बीच कोई झगड़ा वगैरह हुआ था क्या मैंने तो कभी ऐसा कुछ भी नहीं देखा है मैं तो काम करके चली जाती है 6 तारीख को भी आई थी काम करने के लिए तो वो वचमन रमेश है ना उसने बोला साहब और मैडम बच्च लो के साथ कहीं बाहर गए हैं नमस्ते साहब साहब मैंने अतुल जी और साहब के पिताजी दोनों को बताया था मैंने आशिफ साहब और उनकी पत्नी को
अपने बच्चों के साथ जाते हुए देखा था और हां साथ में सामान भी था और साहब ये 15 नंबर का पार्किंग है ना ये उन्हीं का है गाड़ी वहीं लगी थी वो आए गाड़ी में बैठे और निकल गए और कोई नहीं था उनके साथ और कोई नहीं था साहब मैं ही ड्यूटी पे था मुझे पक्का याद है सर सर ये 6 जुलाई का फुटेज ट्रांसफर किया है पेन ड्राइव में इसमें चारों दिखाई दे रहे हैं आशीष उसकी वाइफ निधि और उसके दोनों बच्चे आरन और रितिका महेंद्र जी क्या हस्बैंड वाइफ के बीच में किसी किस्म का कोई टेंशन था सोसाइटी में किसी ने कुछ सुना हो सर ऐसा तो मु
झे कुछ सुनाई या दिखाई नहीं दिया और वैसे मैंने सोसाइटी में कविता जी सेकंड फ्लोर वारी मीना जी और अस्मिता जी से पूछकर बात की थी यह सब भी निधि की बहुत अच्छी दोस्त हैं इन्हें भी किसी झगड़े या परेशानी के बारे में कुछ नहीं पता सर वैसे हस्बैंड वाइफ के बीच में कुछ अंदरूनी बात हो उसके बारे में मैं नहीं बता [संगीत] [संगीत] सकता सर आमतौर पर बच्चे तो घूमने फिरने के लिए काफी एक्साइटेड ते हैं और यहां पर भी बच्चे एक्साइटेड है लेकिन आशीष हो निधि इनके चेहरों को देख के लगता ही नहीं कि ये लोग खुश है आप खुद ही देखि
ऐसा लग नहीं रहा कि छुट्टी प जा रहे चेहरे पर इतनी उदासी महाबलेश्वर वहां तो यह पहुंचे नहीं हमने अपनी तरफ से महाबलेश्वर का हर एक होटल लॉज सब जगह चेक करा है हमने सर्च ऑपरेशन तो लंच कर दिया पर किसी भी बाहरी खतरे की संभावना नजर नहीं आ रही तो साफ है कि महाबलेश्वर वाली बात सिर्फ एक बहाना लेकिन असल बात कुछ और है जो सिर्फ पति पत्नी के बीच हुई जिसकी वजह से परिवार समेत कहीं चले गए हैं पर सर ऐसा कैसे हो सकता है दोनों के बीच में कुछ बात हुई हो और हमें भनक तक ना लगी हो सर अगर दोनों का झगड़ा हुआ होता तो बच्चों
पर उसका असर जरूर होता बच्चे तो खुश नजर आ रहे हैं हां लेकिन निधि और आशिष वो तो खुश नहीं और हो सकता है बच्चों को भी कुछ ना पता जैसे आप लोगों को कुछ नहीं पता किसी खतरे में तो नहीं है सर मुझे सच में उनकी बहुत फिकर हो रही है सर हो भी सकता है पर आप लोग ही बेहतर बता सकते हैं कि अगर खतरा था तो कहां से क्योंकि बाहर से कुछ नजर नहीं आ ने कभी किसी परेशानी के बारे में नहीं बताया मैंने उसके सारे क्लासमेट से बात की है अगर कुछ होता तो किसी ना किसी से जरूर कहती हूं और आर्यन उसकी तो दो हफ्ते पहले ही पैरेंट टीचर म
ीटिंग थी निधि भी आई थी उसमें उसको देखकर बिल्कुल नहीं लग रहा था वो थोड़ी भी परेशान है वो लोग 6 जुलाई को निकले थे उसके चार पांच दिन पहले रितिका और आर्यन के बर्ताव में कोई बदलाव नहीं मैम कोई भी बदलाव नहीं था अगर ऐसा कुछ होता तो मुझे जरूर पता चलता रितिका भी बिल्कुल नॉर्मल थी अगर कुछ बदलाव होता तो मैं नोटिस जरूर करती हूं उ से और अजीब बात तो यह है मैडम कि कल से आर्यन के क्वार्टरली एग्जाम स्टार्ट हुए हैं जो कि बहुत ही इंपॉर्टेंट होते हैं कोई भी मां उस पीच अपने बच्चों को छुट्टियों पे कैसे ले जा सकती है
11 जुलाई 2017 आशीष शर्मा और उसके परिवार के गायब होने के ठीक 5 दिन बाद एक खबर आई जिससे आखिरकार यह पता चला कि वह लोग पूरे परिवार के साथ अपनी कार लेकर मुंबई से किस तरफ निकले थे इस खबर ने इस मिसिंग केस को और भी ज्यादा उलझा दिया था लेकिन इस खबर की ही मदद से पुलिस को आखिरकार आशीष और उसके परिवार को ढूंढने में सही दिशा मिली थी सर दही सर चकना के सीसीटीवी कैमरा में आशीष की कार की फुटेज मिली दहिसर चकना का तो मतलब महाबलेश्वर तो नहीं ग और आशीष ने विवेक को जो बोला था वो सिर्फ एक बहाना ही [संगीत] था [संगीत] इस
तरफ कहां जा सकते हैं लोग एक तो यहां से सर गुजरात जा सकते या फिर घोड़बंदर से राइट लेके नासिक से नासिक साइड में जो टोल न है वहां की 6 जुलाई की सीसीटीवी फुटेज मंगा ली और गुजरात बॉर्डर पर भी इंफॉर्मेशन भेज द दीपक मुझे लगता है कि सबके पीछे कोई अंदरूनी मामला छिपा हुआ है र इन चारों के फोटोग्राफ इधर दाई सर से गुजरात तक और उधर इगतपुरी से नासिक सब एक पुलिस स्टेशन में पहुंच देखते हैं शायद कहीं से कोई खबर आ जाए गुजरात नासिक इगतपुरी क्या इनम से कहीं जा सकते हैं मुझे तो यह समझ में नहीं आ रहा कि ये दोनों बिना
किसी को कुछ बताए हुए कहीं क्यों जाएंगे निधि ने माता को कुछ नहीं बताया गायत्री जी क्या उसे निधि ने आपको अपनी परेशानी की को वजह बताई थी उसने तो ऐसा कुछ नहीं बताया पर उसकी बातों से मुझे ऐसा लगा कि वो परेशान है और मैंने उसको पूछा भी पर उसने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है हां मां सब ठीक चल रहा है आरन और रितिका का स्कूल भी ठीक है जरा बात तो करा दे बच्चों से मां सो गए दोनों बाद में बात कर आती हूं कल या परसों में और कुछ बोलना है नहीं तू ठीक है ना कोई परेशानी है क्या हां मां मैं ठीक बारबार एक ही बात क्यों प
ूछ रही हों कुछ तो बात है तू इतना चिड़चिड़ा कर क्यों बोल रही है मैं चिड़चिड़ी हूं बस थक गई हूं अब बिना मतलब के मेरी चिंता करना छोड़ दे मां और कुछ बोलना या मैं फोन रखू मुझे ऐसा लगा कि आशीष से उसका कोई झगड़ा हुआ होगा इसलिए परेशान है और बताना नहीं चाहती है जी आपकी बेटी और दामाद के बीच कोई अनबन थी या वो दोनों खुश थे साथ थोड़े बहुत झगड़े तो होते थे ऐसे झगड़े हर घर में होते रहते आशीष और निधि के बीच में अगर कोई झगड़ा होता भी था तो व दोनों आपस में सुलझा रते थे मां रविंद्र अंकल अब बात आम झगड़े की नहीं है
वह दोनों गायब है बच्चों के साथ अब किसी से भी कुछ भी छुपा के क्या फायदा तो अब तक बहुत कुछ छुपाया गया क्यों अतुल नहीं मैम ऐसी बात नहीं हैली आशीष और नि के बीच में दो मही महीने में काफी झगड़े बढ़ गए थे और निधि मां को भी कुछ नहीं बताती थी जब उसने खुद से कुछ नहीं बताया तो आप लोग क्यों अंदाजा लगा रहे कि झगड़े बढ़ गए थे रविंद्र कल आप ही बताइए ना जो मुझे बता रहे थे क्या बात है रविंद्र जी अगर कोई भी बात है तो छुपाए नहीं शायद आपकी कोई बात हमें आपकी बेटे बहू और उनके बच्चों तक पहुंचा सकती है मैडम अतुल सही कह
रहा है पिछले दो महीने से आशीष हम से ठीक से बात ही नहीं करता था उसके दिमाग में जरूर कुछ चल रहा था हां तो वो अपने काम को लेकर भी तो परेशान हो सकता है लेकिन इस साल पहली बार हुआ है कि नीधी बच्चों को लेकर छुट्टियों के महीनों जोधपुर नहीं आई हां तो अगर वो आपके यहां नहीं आई इस बार वो गुरुग्राम भी तो नहीं आई अरे लेकिन एक मिनट एक मिनट इस झगड़े का कारण था क्या यही तो नहीं पता मैडम ना मां को कुछ ठीक से पता है ना रविंद्र अंकल को कुछ ठीक से पता है आशीष और निधि ने इस बारे में किसी को कुछ बताया नहीं तो दो महीन
े पहले तक सब कुछ ठीक था बताइए अब सब चुप क्यों है दो महीने पहले तक सब कुछ ठीक था हमें तो सब कुछ ठीक ही लग रहा था दो महीने पहले तक मैडम उन दोनों के बीच में जो कुछ भी चल रहा था उन्होंने हमें कुछ नहीं बताया पर यह बात पक्की है कि कुछ तो ठीक नहीं था उन दोनों के बीच में परेशानी की कोई वजह तो [संगीत] थी दही सर टोल नाके से आशी की कार की फुटेज मिलने के ठीक एक दिन बाद थाने डिस्ट्रिक्ट के मनोर के जंगलों में आशीष की कार मिलने की खबर आई व पर देखो सब सर सर हमें एक गाड़ी उधर ही खड़ी मिली थी अंदर का नजारा बहुत भ
यानक है लाशें मिली करीब एक घंटे पहले य गाड़ी य लोकेट [संगीत] हुई [संगीत] आखिर इस फैमिली में ऐसा हुआ क्या इसने जबरदस्ती कुछ किया हो ऐसा लग तो नहीं रहा सर चांसेस है कि ये केस सुसाइड का हो पूरी फैमिली ने एक साथ किया लेकिन सिर्फ आशीष की बॉडी नहीं सर मैंने एक टीम भेजी पास की वेतन नदी के लिए लेकिन साड़ी देख के तो यही लग रहा है कि पहले सुसाइड करने की कोशिश की गई थी और फिर बाद में हिमत टूट गई [संगीत] हुआ क्या था इंस्पेक्टर और आशीष कहां है आशीष या उसकी डेड बॉडी अब तक बरामद नहीं हु इन्ह देख के लगता है कि
इन्ह जहर देक मारा गया क्राइम स्पॉट पर हमें चॉकलेट का बॉक्स मिला उसे एनालिसिस के लिए हमने लैब भेज दिया इ जहर दिया लगता तो ऐसे ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही हम कुछ कंफर्म कह सकते हैं बाट साहब हमारी तलाश जारी है आज भी तीन ड्राइवर्स गए हैं नदी में लेकिन हमें कुछ मिला नहीं है मैंने दूसरी टीम को नदी के आगे भी छानबीन करने के लिए कहा इस केस में काफी गड़बड़ सुसाइड है मर्डर या फिर मर्डर को सुसाइड का रूप देखकर हमारे सामने प्रोस दिया गया मौत की वजह सीवियर पॉइजनिंग है इन सबको जहरीली दवाई दी गई थी दवाई किस
ी ड्रग कंपोनेंट का मिसयूज किया गया है हां बेरा मैक्सिम का इस्तेमाल किया गया था बच्चों को भी यही दवाई दी गई है हां आपको एक चॉकलेट का बॉक्स मिला था यस दवाई शायद उसी में मौजूद थी बच्चों को मुश्किल से 5 मिनट लगे होंगे कोलैक्स करने में और उनकी मां को लगभग 10 मिनट लगे होंगे और मौत उसके तुरंत बाद ही हो गई होगी ऑफिसर आपका अंदाजा बिल्कुल सही है चॉकलेट में बेरा मैक्सीन मौजूद है व भी काफी ज्यादा क्वांटिटी यह जो बंदा है आश शर्मा फर्मा कंपनी में काम करता है तो पक्का इस ड्रग के बारे में जानता होगा इनफैक्ट हो
सकता है कि इसकी कंपनी इस ड्रग की डिस्ट्रीब्यूटर हो हां सर हमारी कंपनी बेरा मैक्सन की डिस्ट्रीब्यूटर है आशीष सेल्स में था और इसके बारे में जानता था सर यकीन नहीं आता क्या आशीष इस तरह खुद की और अपने परिवार की जान ले सकता है आशीष ने अपने बीवी और बच्चों को मारने के बाद खुद सुसाइड किया है या नहीं यह अब तक क्लियर नहीं हमें सिर्फ उसके बीवी और बच्चों की बॉडी मिली इतना क्लियर है कि उसने जहरीले चॉकलेट क्राइम सीन पर नहीं खाए इसलिए या तो आशीष या उसकी डेड बॉडी अब तक [संगीत] मिसिंग अरे तिका य लो पापा मुझे बर्ग
र चाहिए मुझे भी लेकिन पापा आपने तो कहा था हम हाईवे पर रुककर बर्गर खाएंगे प्लीज पापा मुझे बर्गर ही चाहिए बेटा उसम थोड़ा टाइम है तब तक ये लो चॉकलेट्स खाओ पापा लेकिन हम यहां क्यों रुके हैं बेटा पापा थोड़ा थक गए थोड़ा सा बस ब्रेक लिया है है ना थोड़ी देर के बाद चलेंगे बहुत दूर जाना है ना यहां से लो खाओ [संगीत] [संगीत] [संगीत] सर ये बैरा मैक्सिंग की चार खाली बोटल और दो सिरेंस सुसाइड नोट कहीं नहीं मिला पूरा घर नमा परिवार में ऑफिस में और आस पड़ोस में किसी को भी इनके घर की असली हालत की खबर नहीं और सिचुएश
न इस हद तक बिगड़ गई थी कि सुसाइड करने की नौबत आ पर किसी को भनक तक नहीं लगी इस सुसाइड को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया और यह बैरा मिक्सन की खाली शीशियां भी इस बात का सबूत [संगीत] है [संगीत] आखिर आशीष शर्मा था कहां पुलिस को आशीष की बॉडी अब तक नहीं मिली थी क्या आशीष और निधि दोनों ने सोच समझकर साथ मिलकर इस सुसाइड को प्लान किया था और अगर ऐसा था भी तो इस प्लान में बच्चों को क्यों शामिल किया गया और ऐसी कौन सी बात थी जिससे पूरा परिवार इतना परेशान था और फिर इतना बड़ा कदम उठाने से पहले आशीष और निधि
ने अपने अपने परिवारों से बात तक नहीं की आशीष और निधि के परिवार और जान पहचान वालों के अलावा पूरा शहर ही इस विचित्र सामूहिक आत्महत्या के केस के बारे में सुनकर हैरान था कई अनुमान लगाए जा रहे थे लेकिन सब के सब सच से कोसों दूर थे तीन लाशें मिल गई थी लेकिन चौथी लाश का कोई नामो निशान नहीं था इसलिए ऐसा भी हो सकता था कि आशीष शर्मा जिंदा हो और गायब हो इस भयानक जुर्म को अंजाम देने का कोई ठोस मकसद अब तक सामने नहीं आ पाया था मैडम यरे आशीष और उसकी पत्नी निधि शर्मा के अकाउंट डिटेल उनका एक हाउसिंग लोन है लेकिन
कभी उसका डिपोर्ट नहीं हुआ सारी इंस्टॉलमेंट टाइम पर आई है कोई सस्पिशंस क्शन कोई खरीदी बिकरी जो गैर कानूनी हो मैडम इसकी जानकारी तो मैं नहीं दे पाऊंगा आपको आशीष शर्मा की कंपनी या उसके सीए से बात करनी चाहिए हां इस हाउसिंग लो के अलावा उसके चार एक म्यूचुअल फंड अकाउंट और एक डी मैट अकाउंट भी है अगर मुझसे पूछिए तो मुझे नहीं लगता आशीष शर्मा किसी तरह के फाइनेंसियल स्ट्रेस में सर पिछले छ महीनों में कंपनी के काम के सिलसिले में आशीष भुवनेश्वर कोलकाता लखनऊ और पटना जाते रहे क्या इन सभी जगहो पर अकोमोडेशन आपकी कं
पनी देती जी हां सारी डिटेल्स है हमारे पास सर एमएन ग्रुप ऑफ होटल्स जब भी कोई एंप्लॉई कंपनी के काम से बाहर जाता है तो यही रुकता है क्या आशीष पर काम या परफॉर्मेंस का कोई स्ट्रेस था काम का और परफॉमेंस का स्ट्रेस किसके ऊपर नहीं होता मेरे ऊपर है विवेक और कंपनी के पूरे स्टाफ के ऊपर है पर उसके ऊपर अलग से ऐसा कौन सा स्ट्रेस था यह समझ में नहीं आ रहा और अगर सर उसको कोई स्ट्रेस था भी कोई टेंशन थी भी तो किसी से वो बात करता किसी को बताता और सर आपके कहने पर मैंने हमारे सारे क्लाइंट से बात भी की है स्पेशली जिनक
े साथ आशीष डील करता था लेकिन उनमें से भी किसी ने नोटिस नहीं किया कि आशीष परेशान था ऐसा भी क्या टेंशन थी कौन सा स्ट्रेस था जिसके चलते उसने पूरे परिवार को मा बच्चों तक को नहीं छोड़ा सर मैंने आशीष और निधि के बैंक स्टेटमेंट और फाइनेंशियल डिटेल्स को बारीकी से स्टडी किया कहीं कुछ गड़बड़ नहीं लगता कोई ऐसा ट्रांजैक्शन ही जो गलत या गैर कानूनी हो जैसे बैंक मैनेजर ने हमसे कहा था फैमिली में पैसों को लेकर कोई प्रॉब्लम दिखाई नहीं देती सर आशीष के फोटो को कलकत्ता भुबनेश्वर पटना और उन सभी जगहों पर भेजा जहां पर व
काम से ज्यादा और उन सभी होटल्स में भी जहां पर वो रुकता था दीपक मुझे नहीं लगता कि आशीष इन में से किसी भी जगह जाएगा अगर वो जिंदा है तो और अगर ये सुसाइड नहीं मर्डर है तो जो कि शायद आशीष ने बहुत सोच समझ के कि मर्डर नहीं लगता यही तो अजीब बात है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ये साफ-साफ लिखा है कि तीनों बॉडी पर स्ट्रगल मार्क्स नहीं है निधि आर्यन रितिका तीनों ने चॉकलेट्स खुद खाई थी सर अगर हम मान भी लेते हैं कि रितिका और आर्यन को डरा धमका के चॉकलेट्स खिलाई लेकिन फिर भी निधि का क्या उसने कोई स्ट्रगल नहीं किया
उसने वो जहर वाली चॉकलेट्स चुपचाप खा ली उके घर वाले भी कुछ नहीं जानते कितना अजीब घर में इतना कुछ हुआ और हर कोई एक ही डट लगा रहा है किसी को कुछ नहीं पता सर होप फुली आशीष हमें जिंदा मिल जाए क्योंकि अगर उसकी भी डेड बॉडी मिलती तो शायद एक केस हमेशा के लिए अनसुलझा रह जाएगा और मकसद कभी सामने ही नहीं आएगा जंगल के चप्पे चप्पे में खोज की गई एक एक कोना छाना गया लेकिन आशीष शर्मा की बॉडी कहीं नहीं मिली यह तीन सुसाइड और गुमशुदा आशीष शर्मा का रहस्य पुलिस के लिए भी उतना ही उलझा देने वाला था जितना उन दोनों के परि
वारों के लिए विक्टिम्स के परिवार वाले उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा तो जरूर कर रहे थे पर उन सबकी मौत हुई क्यों यह अब तक एक रहस्य ही [संगीत] था [संगीत] आशीष शर्मा जिंदा था और दरदर भटक रहा था दिशाहीन और निर्जीव [संगीत] [संगीत] हम सब गले में फंदा लगाकर पंखे से लटक कर मर सकते हैं पहले बच्चे फिर तुम फिर [संगीत] [हंसी] [संगीत] मैं [संगीत] हम सब जाकर नदी में कूदकर अपनी जान देंगे नहीं आशीष य नहीं होगा मुझसे निधि यही सबसे आसान तरीका है सब साथ में मर जाएंगे नहीं नहीं समझने की कोशिश करो इसके अलावा जो भी
तरीका होगा व बहुत दर्दनाक होगा हम सबकी बर्दाश्त के बाहर हमारा तो ठीक है मगर बच्चों का क्या निधि निधि प्लीज मेरी बात समझो नदी में कूद के जान देना ही सबसे सही नहीं आशी नहीं [संगीत] बस [संगीत] [संगीत] पुलिस पूरी जद्दोजहद के साथ आशीष को आसपास के सभी शहरों में ढूंढ रही थी लेकिन आशीष इसी शहर मुंबई में भटक रहा था और अब तक पुलिस की नजर में नहीं आया एक रिप्यूट फार्मा कंपनी का एफिशिएंट एंप्लॉई आशीष शर्मा लोगों के दिए गए दान भिक्षा पर जी रहा था शायद उसने जो किया था उसके लिए वह खुद को दोषी मान रहा था शायद उ
से अपने किए पर पछतावा हो रहा था इन भयानक आत्महत्याओं के पीछे का कारण और मकसद और वह एक आदमी जिसकी वजह से यह सब हुआ और इस सबके पीछे का सच अब सामने आने वाला था और इस सच को सामने लाने वाला कोई और नहीं खुद आशीष शर्मा था जो शायद दरदर टक कर अब थक चुका था अपने गुनाहों का प्रश्चित करना चाहता [संगीत] था हेलो विवेक आशीष थक गया हूं मैं थक गया हूं भटकते भटकते आशी तू है कहां मैंने तीनों को मार डाला निधि तिका आर्यन सबको खत्म कर डाला आशीष तू है कहां इस वक्त बोल ना समझ में नहीं आ रहा है कहां जाऊ क्या करूं आशीष त
ू कुछ मत कर त मुझे यह बता तू है कहां मैं आता हूं तुझे लेने के लिए तेरी सोसाइटी के पास तेरे घर के सामने वाली दुकान [संगीत] पर अश तूने क्या कर दिया क्यों किया कुछ तो बोल पर ये क्या हो गया तुझे मां अभी अभी फोन आया कि आशीष मिल गया क्या उसने कुछ कहा क्यों मार डाला उससे सबको उसने अभी तक किसी को कुछ नहीं बताया मां मैं अभी मुंबई के लिए निकल रहा हूं रविंद्र अंगल और कल्पना आटी भी वहां पहुंच रहे होंगे क्यों आशीष ऐसी क्या मजबूरी थी जिसने तुम्हें अपने परिवार की जान लेने पर मजबूर कर दिया हम दोनों ने मिलकर य फ
फ लिया प्लान बनाया था आत्महत्या करने का कई सारी तारीख ढूंढे सबसे आसान यही लगा जिससे किसी को भी तकलीफ नहीं हो मैं किसी को भी दर्द नहीं देना चाहता था नी भी मेरी बात मान [संगीत] गई तुम दोनों ने प्लान कि था सुसाइड का आखिर क्यों सर ऐसी जिंदगी जीने का कोई फायदा नहीं था मैं घुट घुट के नहीं जीना चाहता था सारी गलती मेरी थी निद और बच्चे बेकसूर थे कैसी गलती आशीष कौन सी गलती आखिर ऐसी कौन सी गलती थी जिसने तुम्हें तीन जिंदगी लेने पर मजबूर कर [संगीत] दिया आशीष आराम से बैठो लो आशीष पानी [संगीत] पि आशीष कितनी ब
ार कहा है किसी अच्छी डॉक्टर से चेक अप करवा लो आज चार दिन हो गए तुम्हारी उल्टी बंद होने का नाम ही नहीं ले रही है हां बाबा करा लूंगा खुद परेशान हो गया अपनी तबीयत खराब होने की वजह से तुम आराम [संगीत] करो [संगीत] आशीष शर्मा जी 3500 मैम मैम बता सकते इसमें क्या लिखा है यह आपको सिर्फ डॉक्टर साहब ही बताएंगे मेरा काम सिर्फ रिपोर्ट देना है [संगीत] [संगीत] [संगीत] अरे आशीष तुमने अब तक कपड़े नहीं बदले जल्दी से कपड़े बदलो खाना तैयार है मैं तब तक रितिका और आर्यन को खिला देती [संगीत] हूं क्या हुआ तुम ठीक हो को
ना शीश क्या हुआ कुछ बोलोगे कुछ बताना है तुम्हें क्या बताना चाहते [संगीत] हो जब मैं ऑफिस के काम से पटना गया था मैंने अपना चेकअप करवाया था और इस बार कोलकाता के ट्रिप में फिर से सारे टेस्ट करवाए मुझे लगा पतना की रिपोर्ट गलत आई होगी मगर दोनों जगह के रिजल्ट एक ही है निधि हम एचआईवी पॉजिटिव आशीष लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है ऐसे कोई एचआईवी पॉजिटिव तो नहीं आशीष क्या किया है तुमने अब मैं निधि से और झूठ नहीं बोल सकता था मुझे उसे सब कुछ सच सच बताना पड़ा कौन सा झूठ ऐसा क्या था जो तुम अपनी पत्नी से छुपा रहे थे
मैं कोठों पर जाया करता था हर उस शहर में जहां कंपनी मुझे काम से भेजती [संगीत] थी कुछ दिनों से बल्कि कुछ महीनों से मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था लगातार तबीयत खराब रहती थी भूख नहीं लगती थी बहुत कमजोर हो गया था मैंने पहले भी टेस्ट करवाए थे लेकिन निधि को बताने की कभी हिम्मत नहीं हुई उसे क्या पता था खुद मुझे यकीन नहीं हो रहा था फिर क्रॉस चेक करने के लिए मैंने कोलकाता में फिर से सारे टेस्ट करवाए जो हो चुका था मैं उसे बदल नहीं सकता था लेकिन मुझे डर था कि मेरी गलती की वजह से कई निधि भी तो इस बीमारी के शिका
र नहीं बन गई निधी इस बात से बहुत नाराज थी परेशान थी टूट चुकी थी लेकिन हमारे हालात उससे भी ज्यादा भयानक थे मेरे साथ-साथ अब वो भी खुट रही थी आखिरकार मुझे निधि को समझाना पड़ा कि इस बीमारी के चलते हमारी जिंदगी का अंत दर्दनाक ही होगा और हमारे बाद हमारे बच्चे बिखर जाएंगे अकेले रह जाएंगे लगभग दो महीने तक इस समस्या के बारे में बात करने के बाद निधि और मैंने यह तय किया कि ऐसी दुख और तड़प भरी जिंदगी जीने से बेहतर मर जाना होगा निधि हम हमारी फैमिली और बाहर समाज के लोगों को कैसे मुंह दिखाएंगे इस बीमारी के नाम
भरी लोग घिन से देखते हैं और आर्यन और रितिका उनका क्या हमारे जाने के बाद क्या हाल होगा उनका उनके मां-बाप की बीमारी का कारण जानने के बाद लोगों ने कभी चैन से जीने नहीं देंगे सबसे बचने का सिर्फ एक तरीका है हमें खुद को खत्म करना [संगीत] होगा हमने मरने के कई तरीके ढूंढने की कोशिश की फिर यह तरीका सामने आया मैं एक आदमी को जानता था जिसके पास उसका स्टॉक था मैंने उसे झूठ बोल दिया कि हॉस्पिटल में इमरजेंसी में इसकी जरूरत है और उसने वो बॉटल्स मुझे दे दी तुम सबके मनने का प्लान था पूरे परिवार का जी तुम कैसे बच
गए बीमारी तो तुम्हें ही थी ना मैं डर गया था सर हिम्मत हार गया था [संगीत] [संगीत] मैं [संगीत] [संगीत] मैं डर गया था मुझसे हिम्मत ही नहीं हुई मैं वोह चॉकलेट नहीं खा पाया लेकिन उसके बाद भी मैंने अपनी जान लेने की कोशिश की थी मैं खुद को फांसी लगाने गया लेकिन वह भी नहीं कर पाया उसके बाद मैं कई दिनों तक यूंही भटकता रहा कई बार खुद को मारने की कोशिश भी की मगर कभी हिम्मत नहीं सर मैं गुनहगार हूं अपनी बीवी का अपने बच्चों का मैंने बहुत बेरहम से उन्हें मरते हुए देखा है सब मेरी वजह से तो तुम्हारे एचआईवी पॉजिट
िव होने की रिपोर्ट कहां है तुम्हारे घर की तलाशी में तो हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली और ना ही घटना स्थल पर तुम्हारी गाड़ी में कोई ऐसी रिपोर्ट मिली वो रिपोर्ट मैंने जला दी थी निधि की रिपोर्ट्स वो कहां है मैंने निधि का टेस्ट नहीं करवाया था ने निधि का टेस्ट कभी करवाया नहीं तो तुम्हें कैसे पता था कि निधि एचआईवी पॉजिटिव थी निधि की रिपोर्ट वो कहां है मैंने निधि का टेस्ट नहीं करवाया था ने निधि के टेस्ट कभी करवाए नहीं तो तुम्हें कैसे पता था कि निधि एचआईवी पॉजिटिव थी सर वो मेरी पत्नी थी और एक नॉर्मल कपल
की तरह हमारे बीच भी फिजिकल रिलेशन था तो स्वाभाविक है अगर मुझे एई पॉजिटिव है तो उसे भी होगा और बच्चे उनका क्या उन्हें क्यों मार डाला बच्चे बेकसूर थे सर उन्हें तो पता भी नहीं था कि हमने क्या प्लान किया लेकिन हमारे जाने के बाद कौन संभालता उनको मैं और निधि उन्हें अनाथ बनाकर नहीं जाना चाहते थे समाज में जब सबको पता चलता कि उनके मां-बाप को एचआईवी पॉजिटिव है जीना दुश्वार हो जाता उनका य तुमने निधि के टेस्ट नहीं करवाए बच्चों का कोई लेना देना नहीं था और तुमने उन सबकी जिंदगी खत्म करने का फैसला ले लिया मैं
और निधि नहीं चाहते थे कि हमारे जाने के बाद हमारे बच्चे किसी भी परेशानी का सामना करें इसीलिए फैसला हमने मिलकर लिया लेकिन निधि तो मर गई और तुम जिंदा तुमने अपनी बीमारी की वजह से निधि को मौत के मुह में कूदने पर मजबूर कि तुम डर गए तो मुझे भी मार दीजिए सर मेरी वजह से मेरी बीवी मेरे बच्चे सब चले गए मुझे भी जीने का हक नहीं है सर मार दीजिए सर मुझे मुझे भी मार दीजिए सर क्या बकवास कर रहा है य आदमी सर मुझे इसकी बात पर बिल्कुल भी यकीन नहीं सर कुछ और ही हुआ है कुछ और हुआ तो हम उसे ढूंढ निकालेंगे यह हमारे लिए
भी जाना जरूरी है पर सर ऐसा कैसे हो सकता है सर निधि के साथ इतनी बड़ी बात हो गई और उसने हमें कुछ भी ना बताया हो और सर रिपोर्ट्स क है जिसमें लिखा है कि निधि एचआईवी पॉजिटिव थी और आशीष की रिपोर्ट्स कहां है सर मैं कह रहा हूं बात कुछ और ही है रविंद्र जी वही कुछ हम भी पता करने की कोशिश कर रहे हैं हमने आपके बेटे को टेस्ट के लिए भेजा है उसका कहना है कि उसने अपनी टेस्ट रिपोर्ट जला दी और निधि के टेस्ट कभी करवा ही नहीं गए फिलहाल उसने इतना ही कहा है सर झूठ बोल रहा है आदमी सर वो हत्यारा है सर उसने बच्चों को और
निधि को मार डाला सर उसने प्लान ही बनाया था निधि को और बच्चों को मारने का उसका सर खुद मरने का कभी प्लान था ही नहीं इसलिए बाहर अकेला जिंदा घूम रहा है सर हम आशीष की टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं पर्ज उसके बाद ही फाइल होंगे आशीष को टेस्ट के लिए भेजा गया ताकि उसकी सच्चाई का पता लगाया जा सके या तो यह आशीष शर्मा झूठ बोल रहा है या तो फिर इसे गलत रिपोर्ट्स दी गई होंगी उन दोनों जगहों से जहां से भी इसने टेस्ट करवाए ही इज नॉट एचआईवी पॉजिटिव सर मुझे तो लगता है कि आशीष शर्मा झूठ बोल रहा है मेरी सलाह
तो यही है कि दो तीन लैब्स में और इसकी जांच होनी चाहिए क्या निधि के ब्लड सैंपल से ऐसी कोई बात सामने नहीं बिल्कुल नहीं और अगर ऐसा कुछ होता तो मैं खुद ही बता देती निधि एचआईवी पॉजिटिव नहीं थी सरब तो रिपोर्ट भी सामने आ गई पर यह साफ हो गया कि यह बंदा सफेद झूठ बोल यह पूरी इसकी प्लानिंग बीवी को कॉन्फिडेंस में लेक बीवी और बच्चों को मार दिया और प्लान भी ऐसा बनाया कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना लेकिन किस लिए मकसद क्या था सैंपल्स दूसरे दो-तीन लैब्स में टेस्ट के लिए भेजे गए और वहां भी रिजल्ट यही था आशीष शर्
मा एचआईवी पॉजिटिव नहीं था आशीष से कड़ी पूछताछ की गई ताकि इस जुर्म का असल मकसद सामने आ सके यह पता चल सके कि आशीष झूठ बोल रहा था या नहीं कहीं ऐसा तो नहीं था कि आशीष ने जानबूझकर अपनी पत्नी को एचआईवी पॉजिटिव वाली बात पर यकीन दिलाया था ताकि वह निधि और बच्चों से अपना पीछा छुड़ा सके लेकिन बार-बार पूछने पर भी आशीष अपने पहले बयान पर टिका रहा आशीष शर्मा पर आईपीसी की धारा 302 के तहत अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या करने के चार्जेस लगाए गए केस के ट्रायल के दौरान भी आशीष इसी बात पर टिका रहा यह उसका और उसकी पत्न
ी का आपसी सहमति से लिया गया फैसला था ट्रायल के बाद आशीष शर्मा को उसकी पत्नी और बच्चों के मर्डर के चार्ज में उम्र कैद की सजा सुनाई गई निधि का परिवार समझ ही नहीं पा रहा था कि निधि ने उनसे बात क्यों नहीं की बिना कोई जांच पड़ताल किए उसने इतना भयानक कदम क्यों उठाया आशीष के माता-पिता भी अब तक इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि आशीष ने ऐसे कैसे इतने बड़े जुर्म को अंजाम दे दिया जबकि उसके पीछे का कारण बेमतलब था आशीष ने अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आखिर ऐसा क्यों किया आशीष शर्मा की इस कहानी में सिर्फ उसका अप
राध बोध सामने आया था इसके अलावा इस घटना का कोई जस्टिफिकेशन नहीं था जिन दो लैब्स में उसने पहले टेस्ट करवाए थे शायद वहीं से उसे सच में गलत रिपोर्ट्स दिए गए थे लेकिन इस बात का भी कोई सबूत नहीं मिल पाया आशीष को उन दोनों शहरों में ले जाया गया जहां उसने यह जांच करवाई थी लेकिन आशीष को ना तो डायग्नोस्टिक सेंटर्स के नाम याद थे और ना ही उनकी लोकेशन और ना ही किसी लैब में पुलिस को आशीष के नाम के ब्लड रिपोर्ट के रिकॉर्ड्स मिले क्या आशीष झूठ बोल रहा था या इस सबके पीछे कोई और मकसद था इस पूरे केस को बहुत ही बार
ीकी से स्कैन किया गया लेकिन ना तो आशीष का कोई लव अफेयर और ना ही उसके अतीत की कोई प्रेम कहानी सामने आई जो इस खतरनाक और दुखद अंत के पीछे का मकसद हो सकता था एक आदमी अपनी बीमारी को लेकर बे फजूल के डर की वजह से अपने ही परिवार को तबाह कर बैठा पछतावा और सिर्फ पछतावा बदकिस्मती से ना तो हम गुजरे हुए समय को वापस ला सकते हैं और ना ही उठाए गए कदम को वापस मोड़ सकते हैं आशीष ने जो सड़क ली थी उसका कोई यूटन नहीं था समझदारी इसी बात में होती कि आशीष सेकंड ओपिनियन लेता अपने करीबी रिश्तेदारों से बात करता ऐसे नाजुक
हालात में आपके अपने ही आपको सहारा दे सकते हैं ऐसा भयानक कदम उठाने से रोक सकते हैं अगर आशीष ने भी समझदारी दिखाई होती तो वह तीन मासूम जाने बच सकती थी अब मैं अनूप सोनी आपसे विदा लेता हूं फिर मुलाकात होगी एक और नए केस के साथ और याद रखें क्राइम और आपके बीच में सिर्फ इतना फर्क है कि आप कितने सतर्क हैं सतर्क रहें सुरक्षित रं जय हिंद फॉर मोर अपडेट्स सब्सक्राइब टू आवर चैनल क्लिक द शो लिंक्स एंड एंजॉय वाचिंग द [संगीत] वीडियोस

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