भूतों की टोली से घिरा आदि हनुमान चालीसा
भी भूल चुका था कौन है ये आदि क्यों फंसा भूतों की टोली में आइए जानते हैं दोस्तों
ये बात है उत्तराखंड के जंगलों में बसे एक गांव की जहां एक हनुमान भक्त और एक
तांत्रिक की किसी बात पर नोक झोक हो गई हनुमान भक्त आदि नरम दिल का इंसान वो
तांत्रिक से सॉरी बोलकर चला जाता है पर तांत्रिक इस बात को सीरियसली ले लेता है
वो इस भक्त के ऊपर मारण तंत्र का प्रयोग करता है पर आदि भी कोई साधारण हनुमान भक्त
नहीं था वो रोज 21 हनुमान चालीसा का पाठ करता था रोज की तरह आदि आज शाम को भी
काम
से वापस आ रहा था तभी तांत्रिक द्वारा भेजी गई भूतों की टोली ने उसे रास्ते में
ही घेर लिया इतने भयानक भूतों को देखकर आदि हनुमान चालीसा भी भूल चुका था पर
हनुमान जी याद थे व जोर से चिल्लाता है हनुमान बाबा बचाओ तभी वहां एक बाइक सवार
आता है और सारे भूत पता नहीं कहां गए वो बाइक सवार कोई और नहीं आदि के चाचा थे जो
आदि को घर तक ले आते हैं पर हैरानी वाली बात यह है कि उसके चाचा तो तीन दिन से
बीमार थे जैसे ही वह पलट कर चाचा की ओर बढ़ा चाचा भी कहीं चले गए अगले दिन
तांत्रिक भी आदी से सॉरी बोलता है और कहता
है कि कल शाम को जब मैं मरण क्रिया का
प्रयोग कर रहा था तो करीब 100 बंदरों ने मुझे आसन सहित उठाउ उठा के पटका और मेरी
सारी तांत्रिक किताबें जला दी मुझे तो यह हनुमान भक्ति का चमत्कार लगता है दोस्तों
आपको क्या लगता है कमेंट करके जरूर बताएं
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