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चुडैल Hindi Horror Movie | Horror Stories | Stories in Hindi | Bhoot ki Kahani @DSLH24

------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------ चुडैल Hindi Horror Movie | Horror Stories | Stories in Hindi | Bhoot ki Kahani @DSLH24 @Techihum1 ------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- DISCLAIMER All the characters, incidents, names, and situations used in this story are fictitious. The resemblance to any person living or dead is purely Co-incidental. The following video contains some horror elements, and suitable for a mature audience (15+). ------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Our Social Links: Facebook: https://www.facebook.com/profile.php?id=61556733684162&mibextid=ZbWKwL Instagram: https://www.instagram.com/techihum?igsh=MWlucjR5eWc3cHV5MQ== --------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- #hindistories ​ #scarypumpking #hauntedstories ​

Techi hum

1 day ago

ऊंची ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ भैरवगढ़ गांव काली पहाड़ियों के पीछे था काली पहाड़ियां यानी मौत का घर भैरवगढ़ गांव तक पहुंचने का रास्ता बहुत ही दुर्लभ था रोज रात चलती हवाएं वीराने की खतरनाक कहानियां लोगों के दिलों में अक्सर खौफ फैलाएं रखती थी ऐसे बहुत कम लोग थे जो भैरवगढ़ गांव तक जाने की हिम्मत करते थे लोगों का कहना था कि इस गांव के आसपास पूरी आत्माओं का सहाया हमेशा मंडराया रहता है गांव के लोगों ने वैसे तो किसी बुरी आत्मा या काले साय को नहीं देखा था लेकिन गांव का बच्चा-बच्चा इस बात
को महसूस कर सकता था कि गांव के ऊपर कोई तो खौफनाक साया मंडरा रहा है और उसकी वजह यह थी कि उस गांव में कोई भी लड़का 18 साल का होता उसके 18वें जन्मदिन की रात ठीक रात 12 बजे उसकी मौत हो जाती हर बार उसकी मौत एक रहस्यमय तरीके से होती और इस बार सरपंच सुबेर के बेटे को 18 साल के होने में 1015 दिन ही बाकी रह गए थे सुबेर और जानकी जब यह बातें कर ही रहे थे कि तब रात के लगभग 10 बज चुके थे और हर रात की तरह भैरवगढ़ गांव भयानक काले बादलों और तूफान की आगोश में था अजी सुनते हैं हमारा बेटा भी कुछ दिन बाद 18 साल का ह
ो जाएगा कहीं वो डायन उसे भी खा गई तो कैसी बातें कर रही हो जब वह इस गांव में ही नहीं है तो कोई भी डायन या बुरा साया उसका कैसे कुछ बिगाड़ सकता है उसे कुछ नहीं होगा हां जानती हूं आपने उसे पढ़ाई के बहाने इस गांव से बाहर निकाल शहर भेज दिया है लेकिन यह भी तो सच है ना कि वह बार-बार यहां आने की जिद करता रहता है वह चाहे कितनी भी जिद कर ले जांग की पर मैं उसे इस गांव में कभी वापस नहीं आने दूंगा मैं नहीं चाहता कि गांव के दूसरे लड़को की तरह मेरे बेटे की भी अजीबोगरीब ढंग से मौत हो जाए कभी-कभी तो लगता है कि हम
सब गांव वालों को हिम्मत करके अपने गांव को इस बुरी आत्मा से छुड़वा लेना चाहिए लेकिन कौन जानता है आखिर वह खतरनाक साया किसका है वह काली आत्मा कौन है जो रातों रात हमारे गांव के लड़कों को निगल जाती है सुमेर और जानकी जब यह सारी बातें कर रहे थे तब रात के लगभग 10 बज चुके थे और हर रात की तरह भैरवगढ़ गांव एक भयानक काले तूफान के आगोश में था बाहर चल रही तेज हवाएं और बारिश के बीच कभी-कभी ऐसा लगता जैसे कोई बुरी तरह से चीख रहा है किसी के तड़पने और चीखने की आवाजें गांव के कानों में बार-बार टकराती पर वहां रहने
वाले किसी भी औरत या आदमी के अंदर इतना साहस नहीं था कि वह अपने घर से बाहर कदम रख के उन आवाजों तक पहु पहुच सके सो जाओ जानकी और घर के खिड़की दरवाजे कस कर बंद कर दो अब जानकी सब खिड़कियां ठीक से बंद करने ही लगती है कि तभी उसे अपने घर के दरवाजे पर जोर-जोर से खटखटाने की आवाजें सुनाई देती है इन आवाजों को सुनकर जानकी और सुमेर के चेहरे डर से पीले और हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं जानकी जानकी इतनी रात कौन होगा पता नहीं ऐसा लग रहा है कोई बुरी तरह से दरवाजा खटखटा रहा है अरे हां पर किसी की किसी की आवाज भी तो नहीं
आ रही क्या करूं दरवाजा खोल लू या नहीं कहीं ऐसा ना हो कि किसी को हमारी मदद की जरूरत हो लड़खड़ाते कदमों से सुमेर दरवाजे के करीब जाता है और अपने कान को दरवाजे पर रख धीरे से आवाज देते हुए पूछता है कौन कौन है कौन है वहां तभी एक बेहद डराने वाली आवाज उसके कानों से टकराती है दरवाजा खोलो दरवाजा खोलो ना आज की रात इस गांव में कोई जिंदा नहीं बचेगा मैं जानती हूं तुम्हारा बेटा 18 साल का होने वाला है अगर उसकी जान की जरा भी परवाह है तो दरवाजा खोल दो इस आवाज को सुनते ही सुमेर आकर पीछे हट जाता है और जानकी को पूरी
बात बताता है कहीं वो वो डायन हमारे घर तक तो नहीं पहुंच गई अब हम क्या करेंगे मुझे मुझे दरवाजा खोलना ही होगा जानकी मेरे पास अब कोई रास्ता नहीं है इतना कहकर सुमेर डर से अपनी दोनों आंखें कसक बंद करता है और कांपते हाथों के साथ झटके से दरवाजा खोल देता है तभी किसी के जोर से हंसने की आवाज सुमेर और जानकी को सुनाई दे उस आवाज को सुन दोनों दरवाजे की तरफ देखते हैं और सामने अपने बेटे राहुल को खड़ा देख तंग रह जाते हैं राहुल के हाथ में उसका मोबाइल होता है जिसमें से वह आवाज बज रही थी यह क्या मजाक है और तो यहां
तुझे मना किया था ना गांव में आने को समझ में नहीं आता क्या 18 साल का होने वाला है तू मां आप लोग भी पता नहीं किन अंधविश्वास भरी बातों पर भरोसा करते हैं क्या क्या मैं अपने घर नहीं आ सकता आप लोगों से नहीं मिल सकता देख बेटा हमने तुझे किसी वजह से ही इस गांव से दूर रखा था और और यहां आकर तूने अच्छा नहीं किया चल चल चल मैं तुझे अभी के अभी वापस शहर छोड़कर आता हूं ओो पापा आप बेकार की बातों से परेशान हो रहे हैं बाहर इतना तेज अंधर तूफान चल रहा है कहीं जाने की जरूरत नहीं है मैं बस आप लोग से मिलने आया हूं कुछ द
िन रहकर चला जाऊंगा दिमाग खराब हो गया है इस लड़के का नहीं जानता कि इस गांव में यह सुरक्षित नहीं है किसने कहा था तुझे यहां आने को ये आवाजें सुन बाहर से जो आवाज आ रही है तुझे सुनाई नहीं देती क्या अरे मां जब जोर से तूफान चलता है तेज हवाएं चलती हैं तो इसी तरह की आवाजें आती है ये ये बहुत नॉर्मल है मां नॉर्मल होगी तेरे लिए बेटा चार दिन शहर में पढ़कर आया है तो अपने मां-बाप की बात नहीं मान सकता मां मां मुझे अभी बहुत जोरों से भूख लगी है पहले कुछ खिला दो और रात भी बहुत हो गई है हम इस बारे में कल बात करते ह
ैं ठीक है राहुल के वापस आ जाने से जानकी और सुमेर की आंखों की नींद उड़ गई थी खाना खाने के बाद राहुल तो अपने बिस्तर पर जाकर सो गया लेकिन जानकी और सुमेर पूरी रात उसके कमरे के बाहर पहरेदारी करते रहे उन्हें पल-पल इसी बात का डर था कि कहीं उनके बेटे को कुछ हो ना जाए रात बीती है सुबह का सूरज निकलता है अब जैसे ही वह राहुल को नींद से जागते देखते हैं तो उन दोनों के दिल को सुकून मिलता है अरे मां पापा आप अभी तक यहीं बैठे हैं क्या पूरी रात सोए नहीं जिनकी जवान बेटी की जान को खतरा हो उन मां-बाप को नींद नहीं आती
बेटी बेटा अब तू वापस शहर चला जा देखो मां मैं किसी जरूरी काम से इस गांव में आया हूं और वह काम पूरा होने के बाद मैं खुद यहां से चला जाऊंगा काम गांव में तेरा क्या काम है पापा मैं बचपन से ही इस गांव के बारे में बेहद डरावने किस्से सुनते आया हूं इसीलिए अब मैं उन्हीं किस्सों के ऊपर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाऊंगा रिसर्च करना चाहता हूं कि आखिर सच्चा है क्या हे भगवान लो जी सुन लिया और भेजो इसे पढ़ने के लिए शहर मैंने आपसे पहले ही कहा था मेरी बहन के पास दूसरे गांव भेज दो ना यह शहर जाता और ना उल जलूल की बात इस
के दिमाग में आती जानकी और सुमेर राहुल को समझाने की बहुत कोशिश करते हैं पर वह किसी की बात नहीं सुनता और अपना कैमरा लेकर गांव की पास वाली काली पहाड़ी की तरफ निकल जाता है अब राहुल जैसे ही काली पहाड़ी पर पहुंचता है उसकी नजर पहाड़ी के ठीक बीचोबीच बनी एक पुरानी झोपड़ी पर पड़ती है यहां भी कोई रहता है क्या यह इंटरेस्टिंग होगा राहुल की आवाज पहाड़ों से टकराकर उसके कानों में सुनाई दे रही थी उसने चारों तरफ का नजारा देखकर वहां की तस्वीरें अपने कैमरे में उतारना शुरू कर दिया तभी अचानक राहुल ने अपने कैमरे में ख
ींची हुई तस्वीर को जूम करके देखा और उसमें उसे जो नजर आया वह देखकर राहुल के होश उड़ गए क्या सचमुच उस गांव के ऊपर किसी बुरी आत्मा का साया था क्या राहुल की जान बच पाएगी क्या देखा था राहुल ने उस फोटो में जिसे देखकर वह दंग रह गया इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए इस कहानी का अगला भाग ब

Comments

@INDEAkakidscrafts9487

nyc UCkszU2WH9gy1mb0dV-11UJg/KsIfY6LzFoLM6AKanYDQAg

@HR25.

Oo❤❤❤❤❤

@nanakkumar5618

Ma bhi 18 ka hone wala hu agar ma iss duniya ma hota to Ma 1 saal hor jita 😂😂😂