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एक चेहरा, दो Identities - Part 1 | Crime Patrol | Inspector Series

Click here to Subscribe to SET India: https://www.youtube.com/channel/UCpEhnqL0y41EpW2TvWAHD7Q?sub_confirmation=1 Megha Guleria is walking into the fields leaving everything and everyone behind. She torched herself in an open field. It seemed like she was troubled by her family and just couldn't bear it anymore. The police found her body and there are certain angles that will tear the case into pieces. Stay Tuned! Show Name: Crime Patrol Satark Season 2 Host: Anup Soni Producers: Prem Krishen Malhotra, Sunil Mehta, Vipul D. Shah, Anirban Bhattacharyya #crimepatrol #क्राइमपेट्रोल #setindia #क्राइमपट्रोलसतर्क #crimepatrolsatark #crimepatrol #crime #thrillers #CP #क्राइमपैट्रॉलसतर्क #livcrime #crimepatroldastak #crimepatroldial100 #anupsoni #crimepatrolsatark #crimepatrolfullepisode #crimepatrollatestepisode #crimepatrolnewepisode #crimepatroldial100 #crimepatrol2024 #crimepatrolserial #crimepatrolbestepisode #crimepatrolsony #crimepatrolnewepisode #bestcrimepatrolepisode #crimepatrolmostpopularepisode #क्राइमपेट्रोल #crimepatrolcases #crimeworld #crimeworld2024 #crimeworldnewepisode #crimeworldbestepisode #crimeworldfullepisode #indiancrime #indiancrimestories About Crime Patrol : ----------------------------------- Crimes tell us, we need to be careful, we need to be watchful. Crimes that tell us lives could have been saved. Every crime we hear of, either warns us to be careful or scares us, it could happen to us. Every crime ignites a feeling, 'It should not have happened. Would knowing the 'Why' behind a crime, help in stopping a crime from happening?' I don’t like the way he looks at me', 'I don’t like the way he/she is behaving', 'I think he/she is out of his/her mind', 'I think he/she has gone crazy'. That gaze, that quirky smile, that persistent stare that unnerves. It is difficult to understand the intentions but the hints are there. In a house a husband and wife argue, and fight. A vessel comes flying, and a glass breaks. The husband is angry and the wife is upset. That hatred, that ego. The distance keeps growing. It is difficult to comprehend the damage, but the cracks are there. Feelings… expressions. Misunderstood, unresolved callings of the heart. The cracks are there. Too wide to be missed. Yet when the heart takes over the mind, the outcome is a mindless tragedy. Crime Patrol - Satark Rahe will attempt to look at the signs, the signals that are always there before these mindless crimes are committed. Instincts/Feelings/Signals that so often tell us that not everything is normal. Maybe, that signal/feeling/instinct is just not enough to believe it could result in a crime. Unfortunately, after the crime is committed, those same signals come haunting. Click here to watch more episodes of the Inspector Series: https://www.youtube.com/playlist?list=PLzufeTFnhupwPXaxlzdWOhhlyKczeyYvR एक चेहरा, दो Identities - Part 1 | Crime Patrol | Inspector Series

SET India

11 hours ago

[संगीत] मेघा गुलेरिया के कदम खामोशी में लिपटे हुए खामोशी में लिपटा हुआ था उसके दिल में छुपा हुआ दर्द खामोश बिना एक आवाज किए खामोशी से ही एक फैसला लिए मेघा उस रात अपने ससुराल से निकल गई और अपने चार साल के बेटे जगत को पीछे छोड़ गई थी उसने जाते-जाते एक आखिरी बार अपनी ननद कंचन गुलेरिया ससुर रचो गुलेरिया और सास पार्वती गुलेरिया को देखा [प्रशंसा] और फिर बाहर निकल गई अपने घर से दूर अपने अंदर के समेटे हुए दर्द [संगीत] से [संगीत] लेकिन उस रात उसका उठाया यह एक कदम आगे कई जिंदगियां तबाह करने वाला था मेघा ग
ुलेरिया ने य कदम क्यों उठाया था वह आखिर कैसी जिंदगी जी रही थी उसके साथ ऐसा क्या हुआ था जिसकी वजह से उसने अपनी ही जान लेने के बारे में सोचा क्या उस रात मेघ गुलेरिया ने आत्महत्या करने के अपने फैसले को अंजाम दे दिया था इस रात से पहले दिन के उजाले में आखिर मेघा गुलेरिया के साथ ऐसा क्या हुआ था कि वह इस तरह का कठोर कदम उठाने जा रही थी जगत जगत रुक दूध पी ले बेटा क्या कर रहा है बेटा बहुत सारा काम है ऐसा मत कर छोड़ ये सब छोड़ नहीं नहीं पहले दूध पीले बहुत काम दूध पीले बहुत सारा काम है पी ले बेटा बे आई मास
ा कितनी देर हो गई ले मैंने सब्जी काट दी है यह सब काम तुझे करना चाहिए ना जा जल्दी से खाना बना और भजन के बापू को खेत में देया देर हो गई बाबू जी चल आगे से जल्दी आना सुन रुक जरा अरे कुछ खा करर जा आ बैठ बाऊज वो घर पर बहुत काम है मैं घर पर खा लूंगी कैसी है मेघ मैं ठीक हूं ज जी बापू कह रहे बैठने के लिए तो बैठ ना नहीं वो घर पर काम है मुझे निकलना होगा जगत पूछ रहा था बापू दिल्ली कब बुलाएंगे और कितना वक्त लगेगा हम दोनों को यहां पर नहीं रहना है बस थोड़े दिन रुक जा मेघ दो पैसे इकट्ठा कर लेने दे उसके बाद मैं
तुझे और जगत को बुला लूंगा अपने पास तुझे तो पता है मैं खुद तेरे भाई और उसकी पत्नी के साथ रहता हूं बहुत छोटा सा कमरा है वहां अपना कमरा कब तक हो जाएगा थोड़ा टाइम तो लगेगा आसान नहीं है यहां किराए पर कमरा लेने के लिए बहुत सारा पैसा जमा करना पड़ता है हमारी बहुत याद आती है मैं कौन सा सुकून से हूं तुम दोनों के बिनाया मेरी तो आंखें तरस गई तुम दोनों को देखे ले चलो ना हमें यहां से मेघ कोई तकलीफ है वहां ए मेघ बोल ना क्या हुआ कुछ नहीं हुआ है मैं ठीक हूं तेरी आवाज से लग रहा है तू कुछ छुपा रही है झे तकलीफ है प
र बता नहीं रही नहीं कोई परेशानी नहीं [संगीत] है जगत दादा यह देखो यह ड्राइंग मैंने बनाई है कितना सुंदर है है ना [संगीत] [प्रशंसा] मेगा कितना सुंदर मोर बनाया इसने जी बापू जी रोज रोज क्या जरूरत है बापू के जाके आने की मेरे मां बापू का घर है वो हालचाल पूछने के लिए तो जाऊंगा ना इसी बहाने मेघ के बड़े हालचाल पूछे जा रहे हैं मेरे छोटे भाई की बीवी है व अकेली है बेचारी दिल्ली जाते वक्त भजन कह कर गया था सबका ख्याल रखना तू भी जाया कर रोज नहीं तो दो चार दिन में एक बार खोज खबर ले आया कर बापू य देखो जोधपुर में
सर्कस लगा है हम भी चलेंगे ना हा हा और जगत को भी साथ ले जाएंगे जगत को ही साथ ले जाना मेघा को नहीं क्या अनाप शनाप बात कर रही है तू लता तू आज इतनी चुप मे कुछ बोल क्यों नहीं रही क्या बोलू मां बोलने को कुछ है ही नहीं मां हूं मैं तेरी फोन पर भी तेरी आवाज से पहचान सकती हूं कुछ हुआ है क्या वहां क्या हुआ है बेटा कुछ बोल क्यों नहीं रही है ससुराल वाले परेशान कर रहे हैं क्या व पार्वती बहन और रणछोड़ भाई सा ने कुछ उल्टा सीधा तो नहीं बोल दिया तुझे नहीं मां ऐसी कोई बात नहीं है साफसाफ बता बेटा दहेज मांग रहे हैं
क्या वो लोग मैं तेरी मां भी हूं और तेरा बापू भी हूं बता मुझे दहेज मांग रहे हैं क्या वो [संगीत] लोग मां मां [संगीत] मां [संगीत] मां बुआ मां कहां है अरे रसोई में होगी देख ना नहीं मिल रही जाके दादी से पूछ जा दादी मां कहां है अरे कहां होगी होगी यही गई मैंने सब जगह ढूंढा नहीं मिल रही बाहर जाके देख जा मैंने उधर भी देखा नहीं मिल रही मैं जब उठा तब कमरे में भी नहीं थी भाभी भाभी भाभी आप यहां हो क्या [प्रशंसा] भाभी ए धनीराम हमारी बह मेघ को देखा क्या नहीं र छोड़ भाई साह हमने तो नहीं देखा नहीं बापू यहां तो न
हीं आई बापू जी वही कहीं होगी यहां क्यों आएगी सुबह उठे तो दरवाजा खुला हुआ था सब जगह देखा घर में आंगन में अगल बगल में कहीं नहीं मिली कैसे चली गई तू मुझे क्या देख रही है मुझे कैसे पता होगा वो कहां गई है एक काम करते हैं चल चलकर उसको ढूंढते हैं बाबली हो गई काका अो काका क्या हुआ रे दिखी क्या मैगा वो आपके खेत पर आग लगा ली खुद को क्या क्या कह रहा है तू मिट्टी का तेल डालकर पूरी तरह से जल गई है [संगीत] वो मे पता नहीं भाई साब यह कैसे हो गया सुबह जब हम सोकर उठे तो यह मेगा घर पर नहीं थी दरवाजा खुला हुआ था बस
तभी से ढूंढ रहे थेय मेघ ने खुद नहीं जलाया होगा किसीने किसीने मेघ ऐसा क्यों करेगी बापू तेल का डब्बा हमारे ही रसोई का है स्टॉप के लिए इस्तेमाल होता है आत्महत्या क्यों की तुम्हारी बह ने पता नहीं साहब इसने ऐसा क्यों किया हम तो इसे सुबह से ढूंढ रहे थे मुझे भी कुछ नहीं पता साहब मैं इसका जेठ हूं पर मैं मेरे बीवी और बच्चे के साथ अलग घर में रहता हूं व रात में तेल का डब्बा लेकर घर से निकल गई और किसी को कुछ पता ही नहीं चला कोई आवाज नहीं हुई क्या कोई आवाज नहीं सुनी मेरी बेटी ने कोई आवाज नहीं सुनी इसकी सास
ने कोई आवाज नहीं सुनी इसका बेटा वो तो इसके पास ही सोता है सा उसने भी कोई आवाज नहीं [संगीत] सुनी क्या हुआ बुआ पता नहीं जगत लेकिन सब ऐसा क्यों बोले के मा मर गई समझ में नहीं आ रहा ऐसा क्या हुआ जो उसने आत्महत्या कर कल रात को कोई झगड़ा हुआ था क्या नहीं रे तासे कुछ भी नहीं हुआ और झगड़ा होता तो आवाज सुनाई दी थी सोने से पहले भी कुछ भी नहीं बताया मे ने ये आप क्या बोल रहे हैं भैया ऐसा कैसे हो सकता है मेघा आत्महत्या मुझे भी कुछ समझ नहीं आ रहा भजन तेरी तो रोज बात होती थी ना उसके साथ तू फोन करता था उ उसने तु
झे कुछ कहा था आप क्या पूछ रहे हैं भैया मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है किसी को अंदाजा नहीं है भजन मेघा ने अपने आप को आग क्यों लगाई है अभी जैसलमेर में उसकी मां तक बात पहुंचाई है पुलिस कह र है लाश को पोस्टमार्टम के लिए लेके जाना पड़ेगा सबको थाने बुलाया है तू भी जल्दी बमर [संगीत] आा भैया मेरे जीज जी को देखा क्या भजन जी जीज जी जीज जी आपसे कुछ कहा था क्या उसने मेघ के परिवार के साथ उसका भाई गुंजन भी इस सवाल का जवाब ढूं रहा था कि आखिर मेघा ने आत्महत्या क्यों की मेघा की खबर मिलते ही उसकी मां गायत्री चौहा
न तुरंत जैसलमेर से बाड़मेर के लिए निकली जहां मेघा की लाश का पोस्टमार्टम किया जा रहा था मेघा गुलेरिया ने आत्महत्या क्यों की थी इस सवाल के साथ एक और अहम सवाल खड़ा हो गया था कि क्या मेघा ने वाकई आत्महत्या की थी मेघा गुलेरिया ने आखिर आत्महत्या क्यों की थी उसने कठोर कदम क्यों उठा या फिर ये एक हत्या थी जिसे किसी ने बखूबी आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की डॉक्टर विक्टिम की मा का कहना है पीढ़ी सुसाइड नहीं कर सकती डेड बॉडी बुरी तरह से जल चुकी है ऐसे में जलने से पहले अगर स्ट्रगल हुआ भी होगा तो उसका कोई नि
शान ढूंढ पाना अब पॉसिबल नहीं डेड बॉडी को देखकर मैं इतना कह सकता हूं कोई हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया है और अगर गला दबा करके भी मारा गया होगा तो भी अब पता नहीं चल पाएगा तो आप कंफर्म कर रहे हैं कि नहीं कंफर्म नहीं कर रहा हूं लेकिन डेड बॉडी को देखकर लगता है कि यह सुसाइड है मेरी बेटी को मारा गया है मे आत्महत्या नहीं कर सकती उसके सास ससुर और वो जेठ उसका भूपेन उन्होंने उसे मार डाला और मिलकर य सब नाटक रचा र है गायत्री जी हम रिपोर्ट लिख रहे हैं और सबसे सवाल किए जाएंगे क्या मेघा के ससुराल वाले से दज
के लिए परेशान करते थे मेरी बच्ची पतर ही भीतर सारे दुख दबा कर बैठी थी कुछ बोल नहीं थी पर उस उसकी खामोशी में महसूस कर पाई और समझ गई थी कि उसे उसके ससुराल वाले परेशान कर रहे थे दहेज बहेज की कोई बात नहीं है साहब मेघा से कभी हमने एक हेला तक नहीं मांगा से ब्याह करके आई हमने कभी भी कुछ भी नहीं मांगा पता नहीं ये दहेज की बात कहां से आई आप लोगों ने कुछ नहीं किया तो ऐसे ही बिना वजह आपकी बह घनी रात में अपना बच्चा छोड़कर घर से मिट्टी का तेल लेकर निकल गई खुद को जला साहब हमने उससे कभी कुछ नहीं मांगा अब उसने ऐस
ा क्यों किया हमें नहीं पता अगर दहेज नहीं मांग त क्यों जला लिया उसने या फिर मारा गया उसे मेघा की मां ने कंचन मां और बापू का नाम लिया भजन बोल रही है यह सब दहेज मांग रहे तुझे सामने आकर बोलना पड़ेगा भजन तू बता क्या मां और बापू मेघा से दहेज मांगे आप बताइए अगर कुछ हुआ नहीं तो मेघ ने ऐसा क्यों किया उसने हमें बिना बताए कदम उठाया भजन तू बोल तुझसे कुछ कहा था [संगीत] मेघा कोई तकलीफ है वहां तेरी आवाज से लग रहा है तू कुछ छुपा रही है कोई परेशानी नहीं है सब ठीक है बस हमें जल्दी वहां पर बुला [संगीत] [प्रशंसा] [
संगीत] लो हेलो मेघा कमरा देख लिया किराए पर अगले महीने में ले रहा हूं दो हफ्ते में गांव आ रहा हूं तुझे और जगत को लेने मेे अब तो खुश है ना अब यहीं प रहेंगे साथ में दिल्ली में और जगत के लिए अच्छा स्कूल भी देख लिया है मेघा कुछ बोल ना मेघ क्या हुआ हफ्ते भर से देख रहा हूं तेरी आवाज कुछ अजीब सी लग रही है मुझे कुछ हुआ है क्या कुछ नहीं हुआ है सब ठीक [संगीत] है बापू बापू [संगीत] [प्रशंसा] नाथुराम जी हमने अपनी बहू से कभी कुछ नहीं मांगा एक धेला तक नहीं लिया उससे अगर हमने उससे कुछ लिया होता तो आपको पता चलता
हां ब्याह के पहले एक साइकिल उन्होंने जरूर दी थी लेकिन अब मेघ की मां हम पर दहेज उत्पीड़न का केस लगा रही है नाथूराम जी आप इंस्पेक्टर साहब को अच्छी तरह जानते हैं आप ही समझाइए उन्हें यह दहेज वाली बात बिल्कुल गलत है छोरी मरी है उनकी आत्महत्या की है उसने अरे तो हमें थोड़ी पता कि उसने अपनी जान क्यों ली क्यों ली कैसे ली इसका जवाब तो आप ही लोग देंगे ना भजन और उसके बीच में कोई गड़बड़ तो नहीं थी इसका जवाब तो आप लोगों को देना होगा कि अचानक यही मिट्टी का तेल लेकर के आपकी बहू खेत में यही शौकिया तो अपने आप को
आग नहीं लगा लेगी ना हमारे घर में उसकी किसी से कोई बातचीत नहीं हुई अगर हुई होती तो हमको पता चलता कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है तो हम लोग उसे कम से कम उसे समझाने की कोशिश तो करते हैं देखो भाई हम पंचायत के मुखिया भले ही हो पर ये दहेज के दबाव में आत्महत्या का मामला है तो हम पुलिस पर जोर दे नहीं पाएंगे और जब मेघा की मां कह रही है कि आप लोगों ने दहेज मांगा है तो किसी के परिवार की अंदर की बात में हम दखल कैसे दे [संगीत] सकती बता पता चला मेगा ने सुसाइड क्यों किया था वो बात तो पता नहीं लेकिन एक एक बात
पक्का है कि इस गुलरिया खानदान में कुछ तो बातें हैं जो अंदर ही अंदर पक रथ मतलब मतलब साहब भजन काफी टाइम से शहर से बाहर काम करता था ऐसे में उसकी जवान बी भी घर पे अकेली रहती थी शायद उसपे कई लोगों का नजर रहा हो गांव वालों के और साथ में शायद घर वालों के भी भजन के गैर मौजूदगी में मेघा का जेठ भूपेन ही उसको उसकी मां के गांव ले जाया करता था और तो और साहब भूपेन अपने बेटे राकेश के साथ जगत को भी मेला दिखाने ले जाया करता था साथ में मेघा भी होती थी देख सोनू साफ-साफ बता तेरा इशारा किस तरफ है घर के अंदर ही को चल
रहा था ये भूपन ने कुछ किया साहब वही तो बात है कोई भी साफसाफ कुछ नहीं जानता यहां तक कि भजन को भी इसके बारे में कुछ नहीं पता मैं तो कहता हूं साहब इन सबको उठा के धुलाई कीजिए सब के सब सच बता देंगे मेघा गुलेरिया के ससुर रचोल गुलेरिया सास पार्वती गुलेरिया और ननद कंचन गुलेरिया पर दहेज मांगने और उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाने की धाराएं लगाई गई आप अच्छी तरह जानते हो जीजा जी कि आपके परिवार वालों ने मेरी बहन को मजबूर किया कि वो खुद की जान ले ले पिछले एक महीने से मुझे लग रहा कोई बात है जो जिसकी वजह से वो
बहुत दुखी है पर वो खुलकर पता नहीं पा रहे आपकी मर्जी है जीजा जी आपको अपने परिवार वालों का साथ देना तो आप दो लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे हम लोगों ने अपनी मेगा खोई है और उसके गुनाहगारों को हम छोड़ेंगे नहीं लोगों ने हत्या की है दाबा जी हत्यारों का साथ दे रहे है अपनी पत्नी मेरी बेटी मेघ के साथ अन्याय कर रहे आप आत्महत्या क्यों की उसने यह बताओ फोन पर चुप्पी साथ के बैठी थी कुछ बता नहीं रही थी यह सब कविताएं मत सुना मैं सच कह रहा हूं साहब मुझे कुछ नहीं पता मैंने कई बार पूछा मेघ से कि क्या बात है मेघ बता ले
किन उसकी खामोशी नहीं टूटी लेकिन उससे बात करते वक्त मुझे एहसास होता था कि वो तकलीफ में तो थी उसकी मां ने अपने बयान में कहा है कि उसे पता चल गया था कि उसकी ससुराल में दहेज मांगा जा रहा है तुमने कितने मांगे थे कोई दहेज नहीं मांगा साहब कैसी बात कर रहे हैं आप मैं तो मेघा से प्यार करता था और बहुत [संगीत] प्यार मैं उसे दिल्ली भी ले जाने वाला था कमरा भी देख लिया था मैंने उसको बोला था मैं मैं दो हफ्ते में आऊंगा उसे लेने लेकिन लिखो एक महीने से मेघा गुलेरिया अपने पति भजन गुलेरिया से फोन पर बात करते वक्त तक
लीफ में थी भजन गुलेरिया ने यह बयान दिया है उसे सब पता था लेकिन भजन गुलेरिया एक बार भी दिल्ली से वापस अपने गांव आकर अपनी पत्नी के आमने सामने बैठकर यह नहीं पूछता उसकी तकलीफ क्या है मेघा के पति भजन को यह कभी समझ में नहीं आया कि आखिर उसकी पत्नी ने उसे अपनी तकलीफ के बा में क्यों नहीं बताया मेघा के ससुर सास और उसकी ननद पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था लेकिन वह शुरू से ही इस बात को मना करते आ रहे थे कि उन्होंने कभी भी मेघा से दहेज की मांग की उनके बयान दर्ज किए गए जिसमें उन्होंने मेघा को आत्महत
्या के लिए उकसाने के इल्जाम से साफ इंकार किया वह इस अपराध को स्वीकार करने के लिए बिल्कुल भी राजी नहीं मेघा किसी बात को लेकर परेशान थी लेकिन किस बात को लेकर परेशान थी यह बता पाना मु मतलब दहेज के अलावा भी कुछ और था अबे मैं कैसे बताऊं साहब हां लेकिन मैंने कई बार उसको रास्ते में देखा था जब व अपने ससुर के लिए खाना लेकर आती जाती ी तब उसका चेहरा कुछ उखड़ा उखड़ा सा रहता अच्छा यह भजन का बड़ा भाई भूपेन यह अपने परिवार से अलग क्यों रहता है कहानी क्या है यह उनके परिवार का निजी मामला है आप नाथूराम जी से पूछिए
ना दोनों भाइयों में फैसला हुआ कि छोटा भाई शहर में कमा रहा है इस वजह से बड़ा भाई भूपेन य खेतीबाड़ी का पूरा काम देखा है और खेती से होने वाली आमनी का ज्यादा हिस्सा बोलेगा और उसने अपना घर भी बनवाया और परिवार के साथ रहने उसम चला गया नथुराम जी क्या सच में य मामला सिर्फ दहेज का है केस तो इसी का बना है तो हमें लगा यही होगा आपको कुछ और लगता है क्या केस तो यही बना है पर सबसे पूछताछ करने के बाद एक बात घटक रही है क्या दहेज के अलावा कोई और बात हो सकती है क्योंकि मेघा ने ना तो अपने पति को कुछ बताया और ना ही
अपनी मां कुछ साफ-साफ कह रही थी और दहेज की बात पर मेघा की मां कह रही है कि उन्हें आवाज तब हुआ जब मेघा ने उन्हें फोन पर सिर्फ हां कहा क्या चल रहा है वहां मेघ सिर्फ दहेज की बात है क्या हां देख बेटा तू चिंता मत कर मैं कल ही पार्वती बहन से बात करती हूं नहीं मां ऐसा मत कर मैं हाथ जोड़ती हूं मेरे ससुराल में कोई बात मत कर क्यों ना करूं हमारी हैसियत वो जानते हैं हमने साफ-साफ बता दिया था कि हमारे पास क्या और जो दे सकते थे वोह दिया भी था अब 5 साल बाद ऐसे कैसे वो दहेज की मांग कर सकते मां तू रहने दे बात और ब
िगड़ जाएगी क्यों बिगड़ जाएगी कुछ और बात है क्या क्या हो रहा है वहां कुछ बताएगी भी कुछ नहीं है कोई बात नहीं है तू रहने दे सब ठीक है नाथुराम जी आपके गांव के घर में एक बहु परेशान थी और पूरे गांव को उसकी खबर भी थी लेकिन वक्त रहते किसी ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं की मेगा ने की क्या मेगा की मां को पता था उसने की क्या बहुत दुखी है कि गांव में बहू के साथ ऐसा कुछ हो भजन बहुत मेहनती है ठीक है विक्रम जी जी आप भूपन के साथ थोड़ी शक्ति कीजिए ना क्यों वो कुछ जानता है इसीलिए तो कहा है शक्ति कीजिए अलग रहता है लेक
िन है तो एक ही परिवार का अब शक्ति करेंगे तो शायद कुछ निकल के आ जाए दहेज की मांग के अलावा क्या कोई और बात भी थी जिसकी वजह से मेघा गुलेरिया परेशान थी और क्या यह बात कभी सामने आ पाएगी क्या इस बात का ताल्लुक मेघा के जेठ भूपेंद्र गुलेरिया से मां भजन भैया ने भी हमारा साथ नहीं दिया मेघा ने जैसे अपनी मां को बताया वैसे ही जगत को भी कुछ बता के गई है क्या मुझे नहीं मालूम मैंने जगत से बार-बार पूछा पर वह कुछ कह नहीं रहा था [संगीत] मां वो तकलीफ मेंथ क्या बेटा दादी और दादा ने मां को बहुत परेशान किया था बुआ मां
प चिल्लाई थी क्या तेरे को कुछ बोला था मां ने बड़े पापा ने मां को कुछ कहा था क्या मां रो रही थी क्या कई बार जब मेघा को अपने मैके जाना होता था मैं खुद उसे यहां बाड़मेर से जैसलमेर छोड़ कर आता था हम अलग रहते थे साब मगर घर के किसी भी परिवार के बीच किसी के लिए भी दिल में कोई दरार नहीं थी मैं जैसे अपने बेटे राकेश को कहीं घुमाने ले जाता या मेले में लेकर जाता था तो उसके साथ जगत को भी ले जाता था साहब और क्या क्या करते थे आप क्या मतलब है साहब [संगीत] आपका जो भी पूछना है साफसाफ पूछिए साब एक तो आप लोगों ने
मेरी मां बापू और बहन कंचन को अपनी हिरासत में रखा है दहेज के आरोप आप ही सोचिए साहब अगर उन्होंने मेघा से दहेज मांगा होता तो मेघा इतनी बार अपने मैके जाती थी कभी उसने अपनी मां से क्यों नहीं कहा फोन पर इतना बात करती थी खास उसके लिए भजन ने घर पर फोन का कनेक्शन लगाया फोन पर किसी को बताते मगर नहीं बताया मैं नहीं जानता साहब आपको यह सब किसने बताया अच्छी भली खुश थी मेघ हमारे घर में सब उसका ख्याल रख ते जगत से भी सब लाड़ करते थे साब इतना ही प्यार था तो सुसाइड क्यों किया उसने मैं नहीं जानता साब और यह भी नहीं
जानता कि उसने आत्महत्या क्यों की होगी उसकी कोई तकलीफ जो किसी को बताना नहीं चाहती अगर अब हम क्या करें साब मेरा पूरा परिवार जेल में सड़ रहा है बेल नहीं हो पा रही है अगर शादी के सा साल में लड़की के साथ दहेज के लिए कुछ होता है तो आरोपी लंबे वक्त के लिए अंदर जाते मेघा की शादी को अभी सा साल पूरे नहीं हुए भूल जाओ तुम्हारे मां बाप और बहन बाहर आई मेघ ने पता नहीं क्या कह दिया उसे फोन पर ऐसा केस बना दिया कि किसी को बेल नहीं मिल पा रही ऊपर से तू यह बयान देकर आया कि मेघा तकलीफ में थी मे तकलीफ में थी भैया मेर
ी जब भी उससे बात होती थी तो मुझे एहसास होता था मगर अब जब वो नहीं रही तो तुझे अपने परिवार के खिलाफ बोलने की क्या जरूरत थी तो झूठ बोलता क्या और सच बोलने से जो मां बापू और कंचन तकलीफ में आ गए उसका क्या देख भजन अब जब मेघा मर चुकी है तो तुझे अपना मुंह बंद रखना चाहिए था कि सच और झूठ एक तरफ है मगर जब परिवार की बात आती है ना तो सिर्फ परिवार मायने रखता है और कुछ नहीं और मेखा वो हमारा परिवार नहीं थी क्या अरे बेवकूफ हो जैसी बात मत कर तू तो पहले दिन से उस मेघ के प्यार में अंधा और बावला हो गया था मगर अब वो म
र चुकी है अभी आंखें खोल देख मैं कुछ नहीं जानता तू पुलिस में जो भी बयान देके आया वो रहने दे मगर अब तू अदालत में ऐसा कुछ नहीं बोलेगा कि मेघा ने तुझसे कहा था कि वो तकलीफ में थी तेरी बीवी अब मर चुकी है मगर मां बाप और कंचन अभी भी है अगर उन्हें कुछ भी हुआ ना तो उसका जिम्मेदार तू [संगीत] होगा [संगीत] संभल के जा खुश रहो सुनो सुनो [संगीत] एक पति का अपनी पत्नी के लिए प्रेम उसके अपने परिवार के प्रति निष्ठा के बीच दीवार बनकर खड़ा होने जा रहा था इंसाफ का तराजू किसी भी तरफ झुके पर फैसला भजन गुलेरिया के दिल को
चीर कर रख देने वाला था योर ऑनर यहां पर हर कोई एक ही बात बोल रहा है मेघा परेशान थी तकलीफ में थी मेघा गुलेरिया से गुलेरिया परिवार वाले दहेज की मांग कर रहे थे और दहेज के लिए उसे टॉर्चर कर रहे थे जिसकी वजह से उसने आत्महत्या की लेकिन यनर इस बात को साबित करने के लिए किसी भी तरह का सबूत अब तक पेश नहीं किया गया यर ऑनर केरोसिन कैन जो गुलेरिया परिवार के किचन से है गुलेरिया परिवार के घर का दरवाजा खुला पाया गया 8 सितंबर की सुबह मेघा गुलेरिया कहीं भी किसी को भी नहीं मिली ढूंढने पर भी नहीं और खेतों में मिली
वो भी जली हुई हालत योर ऑनर एक 23 साल की औरत जिसने अपनी मां से साफसाफ कहा था उसकी मां यानी कि गायत्री जी ने अपने स्टेटमेंट में मेघा गुलेरिया के ससुराल द्वारा मेघा से दहेज की मांग की थी और यही बात उसने कोर्ट में भी कही थी लेकिन सबूत कहां है यरो मेघा ने अपनी के साथ फोन पर बातचीत की यह सबूत नहीं हो [संगीत] सकता पर उसने सुसाइड किया है यह बात तो सामने है पुरोहित क्या इस सुसाइड की कोई और वजह थी वजह हो सकती है कोई मतभेद हो सकता है कोई दबाव हो सकता है किसी किस्म का संघर्ष हो सकता है या फिर यह भी हो सकता
है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक ना हो कुछ भी हो सकता है यर नर क्योंकि आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है नर मृतक महिला को ऐसी किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी की शिकायत नहीं थी डिफेंस लॉयर अपने बचाव में गैर जरूरी बातें कर रहे हैं जबकि हकीकत तो यह है कि मेघा गुलेरिया तकलीफ में थी और इस बात का जिक्र सिर्फ उसने अपनी मां से नहीं फोन पर बात करते हुए कई बार अपने पति से भी किया था आपने अपने स्टेटमेंट में बताया है कि मेघा गुलेरिया के साथ तकरीबन सात से 10 मर्तबा आपकी फोन पर बात हुई थी और इस दौरान आपने महसूस कि
या था कि वह किसी परेशानी में है अगर आपने यह महसूस किया था कि मेघा किसी परेशानी में थी तो अदालत को बताइए रा वह परेशानी वह तकलीफ क्या थी मेरे ख्याल से गवाह को बात करने दी जाए तो अच्छा हो यह बात सच है कि मैं अपनी पत्नी मेघा से कई बार फोन पर बात किया करता था और उससे बात करते वक्त मुझे कई बार लगा कि वो तकलीफ में थी आपने यह बात इसलिए बताई क्योंकि आपको ऐसा लगा था या मेघा ने आपको बताया था मैंने उससे कई बार पूछा लेकिन उसने कभी नहीं कहा कि मां बापू या कंचन ने दहेज की कोई बात की उससे तो क्या आप कोर्ट को यह
बता सकते हैं कि मेघा किस तरह की तकलीफ में थी या फिर कोई और वजह थी अरे भाई आप तो यहीं थे ना गांव में मेरे शहर जाने के बाद ऐसा क्या हुआ कि मेघा ने जो हुआ उसे भूल जा अब कुछ नहीं हो सकता बेहतर यही है कि तू अपने आप को संभाल जगत की जिम्मेदारी है तेरे पर अरे भाई मेघ ने आत्महत्या कर ली और पुलिस वाले मेरे घर वालों को जिम्मेदार ठहरा रहे ऐसे में सच क्या है झूठ क्या है जाने बगैर सोचना कैसे छोड़ आप ही बता दो मेरे पीठ पीछे मेरे घर वालों ने मेघ के साथ कुछ किया था क्या मुझे लगता है शायद मेघ तेरे घर में खुश नही
ं थी कोई तो बात थी जो उसे खाई जा रही थी कौन सी बात थी आरी भाई क्या बात थी मेघ ने कभी आपको बताया या आपने देखा हो वो शायद शायद क्या हरी भाई शायद क्या शायद उसे तेरे घर वालों की कोई बा बुरी लगी अब किसने क्या किया मुझे यह तो नहीं पता हां लेकिन वो जल्द से जल्द तेरे पास शहर में आना चाहती उर्मिला काकी ने कभी आपसे कोई बात की थी बात तो अक्सर हो जाती थी भजन लेकिन उसने कभी कुछ बताया नहीं मुझे हां उदास उदास रहती थी मेघ लेकिन मैंने भी कभी कुछ पूछा नहीं और अब जो तेरे घर वालों पर आरोप लगा है कभी सोचा नहीं था कि
तेरे मां बापू कंचन मेघा के साथ घर के अंदर ऐसे व्यवहार करते हो हो मुझे भी समझ में नहीं आ रहा है एक ऐसा कुछ करने से पहले एक बार मुझसे बात क्यों नहीं की लेकिन अब जो दहेज की बात सामने आई है शायद शायद शायद क्या काकी भजन तू अपने घर वालों के साथ देख मेघा तो चली गई अब वो वापस नहीं आएगी मैं नहीं जानता कि मेघ ने आत्महत्या क्यों की नर भजन और गायत्री के गवाही में पिछले महीने भर में मेघा के साथ फोन पर जो बातचीत हुई उसमें एक ही बात बोली जा रही कि मेघा परेशान थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट इस तरफ साफ इशारा कर र
ही है कि यह आत्महत्या है क्योंकि बॉडी पर किसी भी तरह के खाव अन्य कोई भी निशान नहीं पाएगी यर ऑनर सबसे पहली बात पीड़ित की लाश बहुत ही बुरी तरह से जली हुई हालत में पाई गई है अगर यह हत्या है यह हत्या है ऐसा साबित करने के लिए कोई सबूत ही नहीं है इसीलिए तो कहा कि अगर यह ह है तो लाश इतनी बुरी तरह से जली हुई हालत में मिली है कि किसी भी प्रकार की कोई चोट या कोई निशान इसका पता लग पाना बहुत ही मुश्किल था यर नर इस पूरे मामले में दो बातें बहुत अहम है जो अभी तक साबित ही नहीं हुई पहली बात आईपीसी सेक्शन 498a इस
पूरे मामले में दहेज के मांगे जाने का कोई भी सबूत नहीं है दूसरी बात आत्महत्या के लिए उकसाने की इन दोनों बातों को प्रूव करने के लिए कोई भी सबूत अभी तक पेश नहीं किया गया यह कोई आमन न्य बात नहीं बहुत से दहेज के मामलों में सामाजिक दबाव में आकर औरतें चुप रह जाती है और केसेस रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं यरान उस चुप रहने वाली महिला की जिंदगी में एक मजबूत मां एक देखभाल करने वाला पति भी था लेकिन इन दोनों को भी उसने कुछ नहीं बताया था यह नहीं बताया था कि उसकी सास ससुर और ननंद दहेज के लिए उसे टॉर्चर कर रहे हैं
इसके पति ने अदालत में बताया कि वह अपनी पत्नी से कितना प्यार करता था लेकिन उसके बावजूद उस पत्नी ने अपने पति को कुछ भी नहीं बताया था योर ऑनर अगर दहेज के लिए टॉर्चर नहीं किया गया है तो फिर उसने आत्महत्या क्यों की यही तो सवाल है यनर बिना किसी को अपनी तकलीफ बताए उसने अपनी जान ले ली लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं होता ना कि उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसे टॉर्चर किया और उसे आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया रनर दहेज के मामलों में चुप्पी असामान्य नहीं है लेकिन और एक बात है जो असामान्य नहीं है ऐसी कई सा
री बीमारियां हैं जिसके बारे में कोई किसी को कुछ भी बताना नहीं चाहता इसमें कोई शक नहीं है कि उसने आत्महत्या ही की है लेकिन उसके उठाए गए इस कठोर कदम का असल कारण का पता ना होने की वजह से इसे दहेज का केस समझ लेना ये उचित नहीं होगा यरान मेघा गुलेरिया की आत्महत्या की सुनवाई पूरे 2 साल तक अदालत में चली और उस दौरान गुलेरिया परिवार टूटते हुए दिखा शायद इस केस का सच आत्महत्या करने से पहले मेघा की शादी गई चुप्पी के साथ ही जा चुका था मेघा की मौत ने कई सारी जिंदगियां तबाह कर दी थी और अब आगे उसके केस का फैसला
और तबाही मचाने वाला था एक 23 साल की महिला का अपने ससुराल में आत्महत्या कर लेना बेहद दुखद है उससे भी दुखद बात यह है कि वह एक मां भी थी उसे ना जाने किस परिस्थिति ने यह कदम उठाने पर मजबूर किया लेकिन इस बात के कोई पुक्त सबूत नहीं है जो वास्तव में सुनिश्चित कर सके कि मेघा गुलेरिया ने दहेज की मांग के कारण ही आत्महत्या की अदालत मेघा गुलेरिया की मौत में तीनों आरोपी रशो गुलेरिया पार्वती गुलेरिया और कंचन गुलेरिया को सबूतों के अभाव के आधार पर बरी [संगीत] करती माफ करना माझी मैं मेगा का ठीक से ख्याल नहीं रख
पाया तुम्हे और तुम्हारे परिवार को कभी माफ नहीं करूंगी बज मे मेरी इकलौती बेटी थी तुम सबने उसे मार डाला अब से हर दिन मैं भगवान से यही मांगूंगी कि तुम सबकी जिंदगी बद से बदतर बना दे इतनी तकलीफ दे कि तुम्हारा जीना दुश्वार हो जाए तुम तुम तुम और तुम्हारे सारे परिवार का विनाश हो [संगीत] जाए भजन गुलेरिया और उसके परिवार के लिए जिंदगी अब आगे कभी भी आसान नहीं होने [संगीत] वाली भैया दो किलो चावल देना माफ करना लता पंचायत ने गुलेरिया परिवार का बहिष्कार किया है कोई भी लेनदेन से मना किया है मैं आपको कुछ भी नहीं
दे सकता मां मां दुकान ने हमें कुछ भी देने से मना कर दिया है क्यों पंचायत का फैसला है कि हमारे परिवार को कोई कुछ नहीं देगा अदालत ने छोड़ दिया है इसका यह मतलब नहीं है कि तुम लोग बेकसूर हो मेघा की मां जैसलमेर में रहती है अब वहां के पंचायत का फरमान हमारे गांव के लोगों पर क्यों लागू कर रहे हैं तुम लोगों ने उनकी बेटी को तकलीफ दी है जान से मारा है हमने नहीं मारा उसे मैं मां बापू कंचन हमने मेघ को कभी कोई तकलीफ नहीं दी और उससे कुछ भी नहीं मांगा कभी तज के अलावा और भी बहुत सारी बातें सुनने में आई है क्या स
ुना है आपने मेघ के साथ घर के अंदर अभद्र व्यवहार हुआ य क्या बकवास कर रहे आप नाथूराम जी भजन तो कुछ बोलेगा नाथूराम जी जो कुछ भी हुआ उसका हमें बहुत दुख है मेघा के जाने का गम सबसे ज्यादा मुझे और यह गम जिंदगी भर सताएगा मुझे गलती मेरी है कुसूर बर मैं हूं उसको छोड़ के मुझे शहर जाना ही नहीं चाहिए था मुझे उसके साथ रहना चाहिए था यही गांव में पंचायत ने भजन और भूपेन की विनती को मान लिया और उनके बहिष्कार करने के फैसले को वापस ले लिया लेकिन अब भी इस परिवार की जिंदगी में कुछ और ज्यादा तबाही आनी बाकी [संगीत] [सं
गीत] थी [संगीत] प्रदीप के घर वालों ने कंचन से रिश्ता तोड़ दिया है भजन बोल रहे वो जेल जाकर आई है वो नहीं चाहते कि कंचन उनके घर जाए मां से बोल देना मैं नहीं बोल [हंसी] [प्रशंसा] पाऊंगा जते राम नाम [संगीत] [संगीत] [संगीत] जते मां बहुत याद आती है बापू मुझे भी याद आती है मां ने ऐसा क्यों किया बापू मैं रात को उसको पकड़ के सोया [संगीत] [संगीत] था उसको क्यों छोड़ के चले गए पापू उसने ऐसा क्यों किया उसने य कठोर कदम क्यों उठाया सच तो यह था कि इस कहानी में दहेज की कोई बात ही नहीं थी किसी की तरफ से दहेज की क
ोई मांग नहीं की गई थी मेघा का पति भजन समझ ही नहीं पा रहा था कि मेघा के आत्महत्या करने की वजह क्या थी और उस वजह को जाने बिना उसका मन शांत नहीं हो रहा था इसलिए उसने उस सच का सामना करने की ठानी जो उसके मुताबिक मेघा की आत्महत्या का का मेघ की मां ने मुझे श्राप दिया था देख बापू भी चला गया और मां भी चली गई मां और बापू अंदर से टूट गए थे भजन मेगा रोज मेरे सपने में आती है और मैं हर बार उससे पूछता हूं कि उसने ऐसा क्यों किया सब दहेज की वजह से हुआ था मैं नहीं मानता मैं चार साल यहीं प था सबके साथ मां बापू या
किसी ने कभी दहेज की कोई बात ही नहीं की काश व हमें बता के जाती कि वो ऐसा कुछ करने वाली क्यों करने वाली काश हम उसे रोक पाते एक बात पूछू भैया मैं जानता हूं भजन कंचन की शादी करनी है मैं लड़का ढूंढ रहा मर तू भी जानता है आसान नहीं है मगर अभी भी तेरे लिए लड़की ढूंढना मुश्किल नहीं है बजा तेरे ऊपर कोई आरोप नहीं तू दूसरी शादी कर ली जगत बड़ा हो रहा है उसे भी मां की जरूरत है मैं मेघा को कभी भूल नहीं पाऊंगा प और हां मैं आपसे भी कुछ पूछना चाहता हूं पूरा गांव मुझसे पूछना चाहता है सब बातें भी करते बस कभी कोई मु
ंह प नहीं कहता लता ने भी कई बार आड़े टेढ़े तरीके से पूछने की कोशिश की ही पूछना चाहता है ना तू कि क्या मैंने या बापू ने कभी भी मेघा के साथ कुछ गलत किया खामोश थी मैंने कई बार कोशिश किया लेकिन उसकी खामोशी नहीं टूटी मुझे कुछ बताने से ताने से ज्यादा खुद को आग लगाना आसान लगा सोचकर भी रूह कब जाती है ना दर्दनाक रहा होगा मैंने या बापू ने मेघा के साथ कुछ गलत नहीं किया हम जानते थे कि वह दुखी थी कई बार उससे उसका हाल पूछने की भी कोशिश की थी जगत दादा यह देखो यह ड्राइंग मैंने बनाई है कितना सुंदर है है ना मेगा
मेगा बेटा इधर देख रहा हूं आजकल तू कुछ उदास से रहती नहीं बाबूजी ऐसी कोई बात नहीं है बेटे मां के घर जाना चाहती तो जा हो कुछ दिन वही रह लेना नहीं बाबूजी मैं ठीक हूं नहीं बेटा ठीक तो नहीं है जब भी तू खाना देने आती है मुरझाई से रहती है कहीं कंचन ने तो कुछ नहीं कहा या पार्वती ने कुछ कह दिया नहीं बाबूजी बापू ने मुझसे कहा था पता कर कई बार मैंने उसके साथ हंसी मजाक करने की कोशिश की सोचा था उसका दिल बहल जाएगा बापू के कहने पर कई बार उससे कहा तुम्हारी मां के पास जैसलमेर छोड़ा मर उसके मुंह पर वही खामोशी बंधी
रही तो जब आप लोगों को पता था तो आप लोगों ने मुझे क्यों नहीं बताया क्या उसने तुझे कभी बताया तेरी तो रोज बात होती थी ना उसके साथ जबकि उसकी आवाज सुनकर तू जान गया था कि वो ठीक नहीं है पता नहीं क्यों खामोश रही माफ करना भैया मैंने आप पर और बापू पर जो बीत गया सो बीत गया भजन उसने ऐसा क्यों किया यह जानने के लिए जितना तू अंदर से तिल मिला रहा है ना नहीं हम भी बेचान तो फिर उसने ऐसा क्यों किया भैया कोई तकलीफ नहीं थी उसे घर में बिना कुछ बताए किसी को ऐसे रात में अचानक मेघा ने ऐसा कदम क्यों उठाया यह बात सिर्फ औ
र सिर्फ एक ही आदमी जानता था पर क्या वह आदमी सामने आकर कभी सच बोलता मुबारक हो कमल लड़का हुआ है चचंदा कैसी है मां और बच्चा दोनों एकदम स्वस्थ [संगीत] हैं यह आधा तुझ पर गया है और आधा मुझ पर गया यह देख [संगीत] चंदा मुझे तो लगता है पूरा तुझ पर ही गया है [प्रशंसा] कमल क्या चंदा की सिर्फ शक्ल मेघा गुलेरिया से मिलती थी या फिर वोह मेघा गुलेरिया ही थी जो चंदा बनकर जी रही थी यह अपने आप में एक अनोखा मामला था एक ऐसा मामला जिसने कई जिंदगियां तबाह की थी और शायद आगे भी करने वाला था कल रात 11 बजे इस केस के दूसरे
और आखिरी भाग में हम इस कहानी की लंबी यात्रा को उजागर करेंगे जो साल 2003 से चली आ रही थी और जिसने कई विचित्र मोड़ लिए थे अब मैं अनूप सोनि आपसे विदा लेता हूं फिर मुलाकात होगी और याद रखें क्राइम और आपके बीच में सिर्फ इतना फर्क है कि आप कितने सतर्क हैं सतर्क रहे सुरक्षित रहे जय ंद फॉर मोर अपडेट्स सब्सक्राइब टू आवर चैनल क्लिक द शो लिंक्स एंड एंजॉय वाचिंग द [संगीत] वीडियोस

Comments

@ankitashukla3.0kcompleteplease

Kon kon daily mobile par Bollywood South movie se zyada crime patrol satrak serial ko daily khana khatey samey daily family ke saath milkar dekhna pasand karte hain 😊

@jugnikumari6013

Kon kon khana khate samay crime petrol dekhate hai 😊😊

@SunilMali-to1ck

Is episode ki sari ladki aunty bhabhi sister heroine I love u😂😂😂❤❤❤