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Indian Animal Facts Compilation | Part 4 | Best of @natureshorts30

Indian Animal Facts Compilation | Part 4 | Best of @natureshorts30 Disclaimer: Some Footages used in this video are belongs to: @Netflix@bbcearth @NatGeoWild@Disney and used for educational purpose only. Thank You. Source Videos: Lion Tailed Macaque: https://www.youtube.com/watch?v=fZn2Y9E6TtI&t=14s Audio Source: Jyc Row - The Final Showdown ( @JycRow ) Link: https://www.youtube.com/watch?v=gp1eoxQ0vLc Link of The Videos used in this video: https://www.youtube.com/playlist?list=PL2-Fk1uw5YpRZT4obqq9DvEPWIan64dbM best of nature shorts, animal facts, animal facts youtube, animals, amazing facts, facts, animal, facts about animals, crazy animal facts, weird animal, facts, interesting facts, interesting animal facts, animal facts in english, amazing animals, animal facts in hindi, wild animals, animal facts funny, 5 weird animal facts, weirds animal facts, cute animals, animal facts you didn't know, funny animals, amazing animal facts compilation, amazing animal facts in hindi, hindi facts #facts #animalfacts #nature

Nature Shorts

3 weeks ago

भारत के जंगलों में शिकारी जानवरों की एक ऐसी प्रजाति पाई जाती है जो दुनिया के बाकी हिस्सों में नहीं पाई जाती जी हां मैं बात कर रहा हूं शानदार एशियाई शेरों के बारे में अपने अफ्रीकी रिश्तेदारों से छोटे एशियाई शेर केवल भारत के गिर जंगल में ही पाए जाते हैं वजन में एक नर एशियाई शेर लगभग 190 किग्रा और मादा 120 किग्रा तक के हो सकते हैं अफ्रीकी शेरों के विपरीत एशियाई शेर आमतौर पर अपने समूह के साथ नहीं रहते दुनिया में एशियाई शेरों की कुल आबादी केवल 650 है सन 1990 में एशियाई शेरों की आबादी लगभग 280 थी मगर
पिछले पांच वर्षों में उनकी आबादी में 29 प्र की वृद्धि हुई है एशियाई शेरों और गुजरात के लोगों के बीच का रिश्ता बड़ा ही अनोखा है उनके निरंतर प्रयासों से एशियाई शेरों को स्वतंत्र रूप से रहने में मदद मिलती है एशियाई शेर भारत की आन बाण और शान है आज हम उस जानवर के बारे में बात कर रहे हैं जिसे आप भारतीय जंगलों का राजा कह सकते हैं रॉयल बंगाल टाइगर भारतीय उपमहाद्वीप का वो शीर्ष शिकारी है जो भारत के अधिकांश क्षेत्रों में पाया जाता है जंगल के सन्नाटे में बाग धीरे-धीरे अपने शिकार की ओर बढ़ता है शरीर की काली
धारियां झाड़ियों में इस तरह मिल जाती हैं कि शिकार को पता ही नहीं चलता कब बाघ उनके इतने करीब पहुंचा अंत में एक सुरक्षित दूरी से बाघ अचानक झाड़ियों से बाहर निकलता है और तेजी से अपने शिकार की गर्दन दबोच लेता है जंगल का सन्नाटा मानो अराजकता में बदल जाता है भारत में बाघों की कुल आबादी 3167 है भारत के 52 टाइगर रिजर्व में से उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों का घनत्व सबसे अधिक है साथ ही मध्य प्रदेश का बांधव गर राष्ट्रीय उद्यान बाघों को देखने के लिए सबसे अच्छी जगह है बाघों के लिए एक लाइक त
ो बनता है भारत के उत्तर पूर्वी दिशा में जहां सूरज की रोशनी ब्रह्मपुत्र की लहरों को छूती है वही एक प्रागैतिहासिक जानवर घूमता है एक सींग वाला गेंडा जिसे आप भारतीय गेंडा भी कह सकते हैं अपनी कवच जैसी खाल के साथ एक सींग वाला बड़ा गेंडा पूरी ब्रह्मपुत्र घाटी पर राज करता है एक सींग वाला गेंडा पूरे एशिया का दूसरा सबसे बड़ा जमीनी जानवर है साथ ही इनका आकार भी लगभग सफेद गेंडे के समान ही होता है लेकिन भारतीय गेंडे की त्वचा अधिक कवच जैसी दिखती है और अपने अफ्रीकी रिश्तेदारों की तुलना में त्वचा की परतों की एक
अलग व्यवस्था होती है एक सिं वाले बड़े गेंडे की कुल आबादी लगभग 3700 है वैसे तो यह नेपाल में भी पाए जाते हैं मगर इनकी कुल आबादी का 90 प्र हिस्सा असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में रहते हैं तो दोस्तों भारतीय एंडे के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट में बताएं भारत के पश्चिमी घाट के वर्षा वनों में एक अजीब सा दिखने वाला प्राइमेट रहता है शेर की पूंछ वाला मकाक जिसे वृक्ष वासी भी कहा जाता है लगभग 4000 की आबादी के साथ शेर की पूंछ वाले मकाक भी मानव अतिक्रमण की चुनौतियों के साथ जी रहे हैं ऐसा
माना जाता है कि वर्षा वनों के लुप्त होने से उनका व्यवहार बदल रहा है और वे भोजन के लिए मनुष्यों पर अधिक निर्भर होते जा रहे हैं और पेड़ों की छाया से नीचे आकर खाना इकट्ठा कर रहे हैं शेर की पूंछ वाला मकाक स्वभाव से सर्वाहारी होता है वैसे तो फल उनके आहार का प्रमुख हिस्सा है मगर कभी-कभी वे कीड़े छिपकली पेड़ के मेंढक और विभिन्न छोटे स्तनधारियों के मांस भी खा लेते हैं शेर की पूंछ वाला मकाक वर्तमान में सबसे दुर्लभ मकाक प्रजातियों में से एक है केरल के साइलेंट वैली नेशनल पार्क और तमिलनाडु के अनामलाई टाइगर
रिजर्व में इन्हें देखा जा सकता है भारत के अर्ध सदा बहार जंगलों और खुले घास के मैदानों में एक चित्तीदार प्राणी अपने झुंड के साथ घूमता है भारतीय चित्तीदार हिरण जिसे आमतौर पर हम चीतल के नाम से जानते हैं यह चित्तीदार हिरण निसंदेह दुनिया की सबसे खूबसूरत हिरण की प्रजातियों में से एक है आमतौर पर चीतल को उन पेड़ों के पास चढ़ते हुए देखा जाता है जहां लंगूर रहते हैं उनके ऐसा करने का एक कारण यह है कि कभी-कभी लंगूर उन फलों को गिरा देते हैं जिन्हें चीतल खाते हैं दूसरा कारण यह है कि अपनी ऊंची स्थिति के कारण लं
गूर हिरणों को शिकारियों के आने की चेतावनी दे देते हैं भारत में चीतल की कुल आबादी 50000 से भी अधिक है चीतल हिरण के दांत चरने के लिए पूरी तरह से डिजाइन किए गए हैं भारत के कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान कान्हा राष्ट्रीय उद्यान आदि जगहों में चीतल को आसानी से देखा जा सकता है आज हमारी सूची में वह जीव है जिसे आप भारत का सबसे तेज जानवर कह सकते हैं कृष्ण मृग जिसे भारतीय एंटीलो के नाम से भी जाना जाता है अपने 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ कृष्ण मृग भारत के धूप से ढके घास के मैदानो
ं में घूमता है कृष्ण मृग संचार के साधन के रूप में विभिन्न प्रकार की ध्वनियों का उपयोग करते हैं उदाहरण के लिए वे डिग डिग जैसी सीटी का उपयोग करते हैं जो चेतावनी या चिंता का प्रतिनिधित्व करता है साथ ही वे बेहद सतर्क भी होते हैं भारत में कृष्ण मृग की कुल आबादी लगभग 25000 है कृष्ण मृग जन्म से काले नहीं होते केवल परिपक्व नर का रंग ही काला होता है और मादा आमतौर पर पीले भूरे रंग की होती हैं गुजरात का बलाव दर ब्लैक बक नेशनल पार्क कर्नाटक का जयमंगली ब्लैक बक रिजर्व और राजस्थान का रणथंभौर नेशनल पार्क इन्हे
ं देखने के लिए सबसे अच्छी जगह है भारत के झाड़ियों और घास के मैदानों में जहां सूरज की रोशनी जमीन को तपा है एक शिकारी अपने झुंड के साथ जंगल के सन्नाटे में धीरे-धीरे अपने शिकार की ओर बढ़ता है भारतीय भेड़िया जिसे भारतीय ग्रे वुल्फ के नाम से भी जाना जाता है यह वही भेड़िए हैं जिनका वर्णन किपलिंग ने अपनी किताब दद जंगल बुक में बड़ी खूबसूरती से किया है अपने यूरोपीय रिश्तेदारों से छोटे भारतीय भेड़िए एक समय पर पृथ्वी में सबसे व्यापक रूप से वितरित स्तन पाई थे लेकिन आज जंगलों में तीन हज से भी कम भारतीय भेड़ि
ए बचे हैं अन्य भेड़ियों की प्रजातियों के विपरीत भारतीय भेड़ियों की आवाज तुलनात्मक रूप से कम होती है और उन्हें शायद ही कभी चिल्लाने के लिए जाना जाता है मध्य प्रदेश का पेंच राष्ट्रीय उद्यान गुजरात का लाव दर ब्लैकबक नेशनल पार्क और राजस्थान का रणथंभौर नेशनल पार्क इन्हें देखने के लिए सबसे अच्छी जगह है

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