मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें वीडियो को लाइक करें और बेल आइकन को प्रेस करना ना भूलें एक नशाई अफ तारी के वक्त सिगरेट के कश लगा रहा था इसके बच्चे वजू करके नमाज के लिए मस्जिद जाने की तैयारी कर रहे थे बच्चों का दादा अपनी चारपाई पर बैठा यह सारा माजरा देख रहा था दादा अपने नशाई बेटे की तरफ मुत वज्ज होकर कहने लगा ओ बगता तुझे शर्म नहीं आती बच्चे नमाज के लिए जा रहे हैं और तू मजे से लेटा सिगरेट के कश लगा रहा है नश ने बाप की तरफ देखा और मुस्कुराकर बोला देखा फिर अपनी तरबियत और मेरी तरबियत का फर्क कोई ताज्जुब
में जानू मानू को मांग रहा है तो कोई सोने बेबी के लिए रोजे रख रहा है एक मैं हूं जो हर नमाज के बाद 102 करोड़ मांगती हूं जिससे सिंपल लाइफ गुजार सकूं अक्सर मस्जिद में सुबह ऐलान होता है कि हजरात जल्दी-जल्दी उठकर सैरी का इंतजाम कर ले हालांकि सैरी का इंतजाम तो खवातीन ने करना होता है मर्द हजरात तो आखिरी 5 मिनट में उठकर टी-20 खेलते हैं लिहाजा ऐलान ऐसे होना चाहिए कि मजस खवातीन उठकर सहरी का इंतजाम कर ले और गफलत की नींद सोए अपने मर्द हजरात को भी उठा दें रमजान में घर वालों से फालतू बात करने का दिल नहीं करता
पता नहीं कौन लोग होते हैं जो जानू मानू से सहरी तक लगे रहते हैं मस्जिद में मोबाइल बंद रखें ऐसा भी होता है कि ईशा की नमाज में चौथी रकात के कयाम में खड़ा था पूरी मस्जिद में खामोशी थी जब मेरे साथ खड़े लड़के का मोबाइल बजने लगा इसने जल्दी से अपनी पैट की पॉकेट के बाहर सेही किसी बटन को दबाया तो आवाज बंद हो गई जब हम तशदूद आ रही है कॉल शायद कटी नहीं थी बल्कि रिसीव वाला बटन दब गया था इसने तशदूद में मोबाइल के स्पीकर की आवाज गूंजने लगी हेलो जानू अभी तक नाराज हो बोलते क्यों नहीं जान प्लीज एक बार बात कर लो ना
पक्का अब लड़ाई नहीं करूंगी सच में मेरा कजन से कोई ताल्लुक नहीं है वह तो मैं दुपट्टा पीको कराने गई थी इसके साथ तो गोलगप्पे खा लिए थे और आपने उधर हमें देख लिया जान प्लीज जानू एक बार बात कर लो लड़का बेचारा लगा रहा कि किसी तरह एक बार कॉल कट जाए लेकिन इसकी किस्मत का सितारा इस दिन गर्दिश में था ना कॉल कटी ना स्पीकर ऑफ हुआ और वह बंदी अपने जानू मानू धनिया पुदीना को मनाने में लगी रही मौलवी साहब ने जल्दी से सलाम फेरा इस लड़के ने आओ देखा ना ताओ जल्दी से बाहर दौड़ लगा दी इसके पीछे इसके वालिद मोहतरम जूती पहन
ने के बजाय हाथ में लेकर इसके पीछे बाहर निकल गए और भार जो हुआ इसके लिए मोरिक की खामोशी ही बेहतर है नतीजा में मोबाइल ऑफ ही रखें शुक्रिया यह कौम क्या खाक तरक्की करेगी जिस कौम की सोच अफता करा दो से आगे नहीं बढ़ती मुझे तो बस कोई शॉपिंग करा दे रमजान उल मुबारक में डॉक्टर हजरात भी अपने रिक्स में इजाफे की दुआ करते हैं लिहाजा इफ्तारी के वक्त एहतियात से काम ले ढोल वाला भी ऐसी कौम को उठाने आता है जो हो ही फजर के बाद है लड़कियों को सहरी और अफता बनाकर सारे खानदान को खिलाने से जो सवाब मिलता है वह बर्तन धोने के
वक्त बड़बड़ करने से जाया हो जाता है इसलिए ध्यान रखना लड़कियों जो लड़के पूरे रोजे नहीं रखते एड्रेस भेज दे ईद के लिए चूरियां भेजनी है रमजान में बहनों का सबसे बड़ा झूठ भाई उठ जाओ बस 5 मिनट बाकी हैं लोग पता नहीं मोहब्बत और नफरत के लिए वक्त कैसे निकाल लेते हैं एक हम हैं के बर्तन धोने से ही फुर्सत नहीं मिलती सहरी में उठो तो बर्तन धो के सोना सुबह देर से उठती हो सुबह उठो तो किचन फिर बर्तनों से भरा होता है छोटी स्कूल जाते हुए खाना खाक गई है महल्ले की पुरानी सहेली आई थी इसलिए चाय बनाई थी बेचारी से रोजे न
हीं रखे जाते अफता बन गई है तो बर्तन धो लो बाद में ज्यादा जमा हो जाते हैं अफता के बाद बर्तन समेटकर किचन साफ कर लो फिर सहरी में मुश्किल होती है और तो और अब तो ख्वाब में भी बर्तन नजर आते हैं इसने कहा मेरे इश्क में फना हो जाओ मैंने कहा मेरा रोजा है दफा हो जाओ सुना है रोजों में दोपहर 2 बजे के बाद अक्सर लोग इशारों में बातें करना शुरू कर देते हैं सुनने में आ रहा है कि सहरी के बाद लड़के जानू मानू से इस्लामी बातें करते हैं सात खजूर तीन समोसे 15 पकोड़े पांच गिलास सोडा दो प्लेट बिरयानी तीन गिलास बोतल खाने
पीने के बाद बस इतना बोल दिया कि बाकी चीजें फिर खाऊंगी मेरा हिस्सा निकाल के साइड पर रख दो अभी मुझे भूख नहीं लगी इसमें बेइज्जती करने वाली कौन सी बात थी क्या आपके घर में ऐसा कोई शख्स है जिसका अफता से पहले मीटर शर्ट हो जाता है एक शख्स ने मौलवी साहब से पूछा अगर जंगल में नमाज पढ़ते वक्त शेर आ जाए तो नमाज जारी रखूं कुर्बान जाऊं मौलवी साहब ने क्या खूब जवाब दिया अगर वजू बाकी रहे तो जारी रखो मैं आखिरी बार पूछ रही हूं रू अफजा में किसकी रूह है मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें वीडियो को लाइक करें और बेल आइकन को
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