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दिल्ली के सरकारी स्कूल में बच्चे पर हुई बे/रहमी की हदें पार | माँ का रो-रोकर बुरा हाल ~ Delhi News

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Delhi Uptodate News

2 months ago

[संगीत] काफी पूछने के बाद उसने बताया कि पापा मेरे को स्कूल में ना 10थ क्लास के बच्चों ने मारा मेरी क्या गलती थी जब मैंने स्कूल ही तो भेजा था उसको एक दिन भीन की सांस नहीं ली उसने सोया ही नहीं रात में कभी भी दो घंटे तक मैंने उ ती रही नहीं उठा इस चीज को लेकर मैं प्रिंसिपल सर के पास कम से कम तीन से चार बार जा चुका हूं अभी तक मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई है दुनिया का अगर कोई भी सबसे बड़ा बसता है तो यही माना जाता है कि पिता के कंधों पर बेटे की लाश और अगर वह घटना और भी ज्यादा गमगीन हो जाती है जब वोह बच्चा
महज 11 साल का हो जी हां ये घटना शास्त्री नगर के इलाके की है और आपको मैं थोड़ा सा ब्रीफ कर दूं इस घटना के बारे में कि एक छठी क्लास का बच्चा जो दिल्ली के ही सरकारी स्कूल में पढ़ता था दिल्ली का वोह सरकारी स्कूल जिसके अंदर तमाम दावे किए जाते हैं कि दिल्ली के अंदर सर्वोत्तम शिक्षा दी जा रही है उस शिक्षा की बात तो नहीं है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो उस स्कूल के अंदर ना तो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं महज खाना पूर्ति के लिए ही चंद जो फुटेज है वह हमें प्राप्त हुई हैं बात करते हैं आगे तो छठी क्ला
स का बच्चा 11 जनवरी को जब स्कूल में जाता है तो टॉयलेट में से आते वक्त उसकी बड़े लड़कों से कहीं कहा सुनी हो जाती है छोटी सी बात जब बढ़ जाती है तो सीनियर क्लासेस के कुछ बच्चे उस बच्चे को उठा के पटक देते हैं जिसके बाद वह बच्चे को बहुत गहरी चोटें आती हैं और 10 दिन इलाज के बाद अंततः 20 जनवरी को उस बच्चे की दर्दनाक मौत हो जाती है क्या यह है पूरा हादसा हालांकि स्कूल की पूरी पूरी जिम्मेदारी बनती है इस पूरी घटना के ऊपर कि आखिर इतनी बड़ी घटना को जब अंजाम दिया गया तो आखिर स्कूल प्रशासन कहां था स्कूल प्रिंस
िपल ने क्या किया और स्कूल टीचर्स उस वक्त क्या कर रहे थे क्या मामूली सी बातों के अंदर बच्चों की जान तक चली जाए और हमारी सरकारें सोती रहे हैं हम इस वक्त परिवार के साथ हैं और यह बहुत बड़ी दुख की घटना है तो चलिए जानते परिवार के सदस्यों से ही कि आखिर उस बच्चे के साथ क्या हुआ और क्या किस दौर से यह बच्चे यह परिवार इस वक्त गुर सर आपका नाम राहुल राहुल जी हमें जो पता लगा है उसको जरा अपनी जवानी बताए 11 तारीख को मेरे लड़के के चोट लग गई थी चोट लगने के बाद वह घर आकर जब उसने बताई काफी पूछने के बाद उसने बताया क
ि पापा मेरे को स्कूल में ना 10थ क्लास के बच्चों ने मारा है बड़ी क्लास के बच्चों ने मारा है मैं अगले दिन स्कूल जाकर मैंने पता किया तो कुछ लोग दो बच्चों ने जो कई बच्चे थे उन्होंने वेरीफाई किया कि हां कि उसको मारा था लेकिन शक्ल नहीं देख पाए लेकिन स्कूल की टाई देखकर उन्होंने बोला कि हां बच्चे जो नाइंथ और 10थ क्लास के थे इस चीज को लेकर मैं प्रिंसिपल सर के पास कम से कम तीन से चार बार जा चुका हूं अभी तक मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई है बच्चे को इलाज के लिए कहां लेके ग मैं बच्चे को पहले दीपचंद हॉस्पिटल लेकर
गया था दीपचंद बंधु वहां पर उन्होंने एक बार पेन किलर वगैरह देकर औरतों के लिए रेफर कर दिया रेफर करने के बाद जब औरतों ही बंद था वहां पर दो तीन दिन की छुट्टी थी तो मैं उसको प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गया जो सरोज के सरोज हॉस्पिटल के एक ऑर्थो स्पेशलिस्ट है विनय गुप्ता जी रोहिणी सेक्टर साथ में उनका शॉप है क्लीनिक है वहां पर उन्होंने इलाज किया उसके बाद उन्होंने जो मेडिसिन दी उसके बाद बच्चे ने खाना पना बिल्कुल बंद कर दिया और उसके बाद वह रोज-रोज कमजोर ही होता चला गया और कल मैं शाम को उसको लेकर दीपचंद बंधु ल
ेकर पहुंचा कि यह कुछ खा नहीं रहा तो क्या पता ड्रॉप वगैरह चढ़ के इसकी थोड़ी ताकत पड़ जाए शरीर में तो ड्रॉप चढ़ते ही तो यह थी पूरी घटना और पूरी वारदात लेकिन इस पूरे मामले के अंदर हम देखें तो सोचना पड़ेगा कि दोषी कौन आखिर दिल्ली सरकार का वह स्कूल दिल्ली सरकार के विद्यालयों में ही वह बच्चा पढ़ता था वहीं पर उसके साथ घटना को अंजाम दिया जाता है वारदात होती है बच्चे को चोट लगती है इलाज के के लिए सरकारी हॉस्पिटल ही ले जाया जाता है और वहां पर भी उसे उपचार नहीं मिलता अंततः हारकर यह परिवार उस बच्चे के इलाज
के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल को रुख करता है वहां से जब इमरजेंसी के अंदर भी उसी सरकारी हॉस्पिटल में ले जाया जाता है दीपचंद बंदू री हॉस्पिटल है व भी दिल्ली सरकार का है लेकिन कहीं ना कहीं यह गलती किसकी है यह देखना होगा कि क्या उपचार की लापरवाही से इस बच्चे की मृत्यु हुई या दोषी वह बच्चे हैं जिन्होंने एक जरा सी बात के ऊपर उस बच्चे के साथ मारपीट की ये तमाम सवाल है जो समाज को सामने आते हैं समाज को सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा कि आखिर हम अपने बच्चों को किस तरह की परवरिश दे रहे हैं कि उनको इतना भी ध्यान नहीं
रहता है कि वह शिक्षा के मंदिर के अंदर भी अपने सहपाठियों के साथ अपने जूनियर्स के साथ या अपने साथ पढ़ने वाले बच्चों के साथ इस तरह की हरकतें करते हैं कि आखिर किसी मासूम की जान चली जाती है सर आपने बताया कि आप घटना के बाद स्कूल में तीन चार बार गए तो आपकी कोई सुनवाई नहीं करी स्कूल प्रिंसिपल मैं कम से कम दो से तीन बार जा चुका हूं कभी तो मेरे को प्रिंसिपल नहीं मिलते थे कभी उनके नीचे जो अटेंडेंट टीचर्स थे वह कभी कह देते थे कि आज प्रिंसिपल सर नहीं है मैंने बोला सर मैं सिर्फ अपने बच्चे की यह पूछने आया हूं
कि मारा किसने और जब दो बच्चों ने यह बता दिया है आपको कि हां ये इस क्लास के बच्चे थे तो उन्होंने एक बार मेरे को ट्राई कराया लेकिन स्कूल में बच्चे बता रहे थे वो अब्सेंट है आधे से ज्यादा एक जो सीसीटीवी कैमरे क्या सीसीटीवी कैमरे इनके पास सिर्फ दो से तीन है बस जो इन्होंने अपने गेट कवर कर रखे हैं और एक मेन ग्राउंड अदर वाइज वहां पर सेफ्टी का कोई भी काम नहीं है अब अभी कल मैं गया था जब मैंने वहां पर देखा कि प्रिंसिपल सर अब कैमरो का काम चालू करवा रहे हैं इससे पहले मेरे बच्चे के साथ द नहीं लेकिन मैं अभी अप
ने बच्चे के रिकॉर्डिंग ही गया था तो मैंने देखा कि वहां पे एक बच्चे ने दूसरे बच्चे का कान फाड़ दिया एक बात गौर करने वाली और है कि जहां पर स्कूलों के अंदर ऑनलाइन क्लासेस चलती हैं वर्चुअल क्लासेस चलती हैं तो क्या इस तरह से स्कूलों के अंदर कैमरे ना होना सीसीटीवी फुटेज ना होना या इस तरह की तमाम सुविधाएं जो आजकल की बेसिक या बुनियादी सुविधाएं हैं उनसे इस तरह के दिल्ली सरकार के स्कूल क्यों वंचित रह जाते क्या देख रही है बोल बोल जैसा भाई देख लो मेरे बच्चे के सा जो भी हुआ भाई सबके साथ किसी के साथ भी ऐसा ना
भाई मेरे बच्चे को कैसे भी करके जो हो गया वो तो नहीं बदल सकती लेकिन तो दिलवा दो जो हुआ है उसके बारे में मुझे पता लगना चाहिए कि किसने किया है कैसे किया है और मेरी क्या गलती थी जब मैंने स्कूल ही तो भेजा था उसको उसके अच्छे भविष्य के लिए भेजा था नहीं तो इतनी सर्दी में उसे क्यों भेजती मेरी छाती से लग के सो रहा था वो सुबह सुबह मैंने भेज दिया उसे उस दिन से आया है ना वो एक दिन भी चन की चीज सांस नहीं ली उसने सोया ही नहीं रात में कभी भी वो नहीं सोया तो उसके साथ में भी नहीं सोई लेकिन आखरी टाइम प जब चला गया
ना तो मैं उसे जगाती रही उसने मेरी एक भी मानी जगाई नहीं दो घंटे तक मैंने उसे थपथपा आती रही वो नहीं उठा मेरे हाथ दोनों खाली करके चला गया इस परिवार का दर्द हर वो मां-बाप समझ सकता है निश्चित तौर पर समझना भी चाहिए कि आखिर हम अपने बच्चों को स्कूल में क्यों भेजते हैं पढ़ने के लिए क्यों भजते हैं कि ताकि वह कुछ पढ़ लिखकर अपना भला कर पाए समाज का भला कर पाए और अपने मां-बाप [संगीत] की वो अपने मां-बाप के हाथों का सहारा बन पाए लेकिन जब परिवार की यह हालत होती है तो कहीं ना कहीं बहुत यह हृदय विदारक घटना [संगीत
] है

Comments

@harnaamdhawan7

#Justiceforkintan 🙏🏻 परिवार के प्रति हम सभी की संवेदना । बच्चे के जाने का दुःख और दर्द केवल माँ-बाप ही समझ सकते है। भगवान परिवार को इस कठिन समय से गुजरने की ताकत दे | ओम शांति 🙏🏻

@awaarahun

परिवार ने अपना बच्चा तो खो दिया जो की अब कभी वापस नहीं आएगा । हम एकजुट होकर इन्हे न्याय जरूर दिला सकते है । #justiceforkintan #delhigovt #delhinews #justice

@rishipalmbd5349

Delhi walo free ke chakkar me na aye

@rishipalmbd5349

Arvind ko Delhi se hatana Delhi ko bachana h

@sonalikamble3007

Justice for kintan 🙏🏻

@user-zg3br2fb9i

Justice for kintan

@randhirkumarjha2104

Justice 👍or school pr karywahi???

@RinkuJaiswal-zk1fo

Principal ko suspend karo

@vlogingtrivia2195

Bacche ko Insaaf Milana chahie

@19625FCBAYERNMUNCHEN

#JusticeforKintan Please God do something otherwise these things will never stop. This young soul did not deserve this 😢😢

@sandeepkumar-dq4hp

Plz plz help the family bahut pyara bacha hai wo kabhi kisi ke saath aisa na ho bahut tadpa wo bacha un bachion ko is se bhi bhyaanak punishment mile

@ShahidHussain-cz4fm

अफ़सोस हैँ , आज का माहोल कैसा हो गया स्कूल में भी गुंडे पड़ रहें हैँ

@shejadesahim2693

Upar vale inhe sbar de de 😭😭😭😭😭😭 or unhe mujrimo ka saja ho kadi se kadi maa ka drd ek maa hi samjh sakti h 😭😭😭😭😭

@gullibulli1190

Bhai hamare government school mein bhi acche se ladai hoti unko bhi sudhar kar dena padega 🙏🙏🙏👍🤬🤬🤬

@rameshbhaigadhsar6262

#justiceforkintan

@ranjanagupta2905

Is bacche ke sath Insaaf hona chahie Sarkar ko jarur Insaaf Dena chahie aur principal aur bacchon Ko Kadi Saja milni chahiye

@nerajkumar4742

Om shanti 🕉️

@nerajkumar4742

School name to bolo daro mat chupao mat arrest all nayay do parents ko, neta kha he?

@Neelu.bharti

Mujhe bahot dar lagta hai bacche ko bhejne me mera baccha bhi bahot bhola hai bacche usse maarte hai bs me