नमस्कार आप फैक्ट्री डिटेल देख रहे हैं आपने कई बार
देखा होगा आपके आसपास किसी ने किसी को खुद से बातें करते हुए संभव है आपको यह देखकर अजीब लगा होगा जब
आप ऐसे किसी व्यक्ति को देखते हैं तो आपके दिमाग में यही सवाल आता होगा खुद से बात करना बीमारी है क्या
कहानी वह पागलपन तो नहीं कई बार हमारे अंदर दूसरों के अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं कुछ लोग इस आदत
से आश्चर होते हैं कुछ लोग इसे शर्मनाक मानते हैं तो आपको बता डन दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं
करता हो आप भी खुद से बातें करते हैं दुनिया के अंदर जितनी भ
ी व्यक्ति हैं सब खुद सी बातें करते हैं
जैसे की आपकी चाबी ना मिल रही हो तब आप कहते होंगे ऐसा कुछ और नहीं ग रही हो अगर आप भी खुद से बातें करते हो तो
घबराए नहीं यह किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं है कई सुधीर से यह पता चला
है की यह एक समाज स्थिति है बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं खुद से बात करना कई
मेन में फायदेमंद है और हेल्दी हो सकता हलोग के क्वार्टरली जनरल में छापे एक
अध्ययन में मनोवैज्ञानिक डेनियल और गहरी लूपिया ने परिकल्पना की की खुद
से बात करना वास्तव में फायदेमंद था कई ऐसे बहुत से सुधु
हुए हैं जिम यह साफ-साफ पता चला
है की यह आपके लिए बहुत फायदेमंद है या हो सकता है जो लोग खुद से बात करते हैं उनका दिमाग ज्यादा तेज
होता है वह लोग जल्दी फॉक्स कर लेते हैं बड़ी से बड़ी समस्या का हाल निकाल लेते हैं और बहुत बार तो
ऐसा होता है की वह दिन तारीख यहां तक समय तक कभी याद रख पाते हैं जो कई साल पहले उनके साथ घटना हुई थी
और बहुत से जल्दी वह हाल करते हर प्रकार की समस्या उनके दिमाग ज्यादा तेज चला है
Comments
❤❤
Thanks bhai ji
Mujhe bhi Yahi jan na tha