रहस्यमय गर्ल्स हॉस्टल की डरावनी कहानी | Hindi Horror Story
नीलावंती एक रहस्यमय ग्रंथ | Part -1 Link - https://youtu.be/cwBGUxQ9nVc?si=x_w72mrf-x4ZdWl_
नीलावंती एक रहस्यमय ग्रंथ | Part -2 Link - https://youtu.be/AextPqMBiJw?si=vv76nOjg_As4VKh5
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[संगीत] स्वागत है आपका स्टोरी रीडर 03 चैनल पर आज
हम लेके आए हैं आपके लिए मिस्ट्री से भरी कहानी इस कहानी में हम आपको लेकर जाएंगे
एक ऐसे सफर पर जिसमें डर रहस्य और रोमांच सुनने को मिलेगा इस कहानी का नाम रहस्यमई
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नेहा को मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया था वह और घर के लोग फूले ना समा रहे थे
अच्छा रैंक पाने के लिए उसने दो वर्षों तक इंतजार किया था नेहा इसलिए भी खुश
थी कि
अब स्कूल ड्रेस से छुटकारा मिला था वह मनचाहे कपड़े पहन सकती थी मनचाहे
कॉस्मेटिक्स इस्तेमाल कर सकती थी स्कूल के दौरान बहुत पाबंदियां होती हैं अब वह
स्वतंत्र रहेगी हॉस्टल में जाना उसके लिए बहुत पसंद की बात थी निश्चित समय पर
काउंसिलिंग के बाद एडमिशन हो चुका था अब बारी थी हॉस्टल के लिए रूम में चुनने की
कुछ देर बाद वह भी मिल गई सृष्टि नाम था उसका हॉस्टल का पहला तल्ला फर्स्ट ईयर के
लिए होता था वहीं रूम नंबर छह में उन दोनों ने अपने सामान जमा लिया रूम की
व्यवस्था ऐसी थी कि दो अलग बैद के साथ एक-एक अ
लमीरा एक-एक टेबल एक-एक कुर्सी और
छोटे-छोटे सामान रखने के लिए मे जनुमा ड्रेंस टेबल भी था बाथरूम कॉमन था कॉलेज
के क्लासेस दो दिन बाद से शुरू होने थे दोनों के पेरेंट्स जा चुके थे दो अनजान
लड़कियों को एक साथ रहना था हम उम्र लड़कियां जल्दी मित्र बन जाती हैं दो दो
दिनों तक दोनों ने इधर-उधर घूमकर पूरे कॉलेज और हॉस्टल का मुआयना कर लिया कैंपस
खूबसूरत था हरियाली भी भरपूर थी दो दिनों के बाद क्लासेस शुरू हो गई हॉस्टल का खाना
भी समय पर तैयार रहता था कुल मिलाकर दोनों को अच्छा लग रहा था अन्य कमरों में भी
छात्र
ाएं आ चुकी थी रैगिंग का सिलसिला थम चुका था उस कॉलेज में रैगिंग का पैमाना
थोड़ा कम ही था एक बार रैगिंग के दौरान एक छात्रा ने चुपके से वीडियो बनाकर वायरल कर
दिया था उस साल उन लड़कियों को सस्पेंड कर दिया गया था सब से प्रशासन और स्वयं
छात्राएं भी डरी रहती थी रैगिंग जैसे भयावह स्थिति को लगाम लगा था हॉस्टल में
रात सोने के पहले नेहा अपने सारे सामान सुव्यवस्थित करके सोती थी रात को कमरे से
बाहर ना जाना पड़े इसके लिए पानी की बोतल भी रख लेती थी सृष्टि थोड़ी लापरवाह थी
उसके सामान इधर-उधर बिखरे पड़े रहते किं
तु वह अपनी तरफ जैसे भी रहे नेहा को फर्क
नहीं पड़ता था अक्सर वह रात को पानी पीने नहीं ही उठती थी एक रात उसकी नींद खुली और
उसे प्यास लगी उसने बोतल उठाया पर यह क्या बोतल तो खाली
थी उसमें पानी की एक बूंद भी ना थी नेहा को थोड़ी झुंझलाहट हुई सृष्टि भले ही अपना
सामान जैसे तैसे रखे लेकिन उसका रखा पानी पीना तो जाती थी उसे भी अपना बोतल भर कर
रखना चाहिए था फिर उसने सोचा कि किसी को पानी के लिए नहीं टोकना चाहिए उसे प्यास
लगी होगी तो पी लिया होगा उसने अब वह ध्यान देने लगी कि ऐसा अक्सर ही होने लगा
था पहले से ह
ी हो रहा था शायद क्योंकि वह पानी पी या नहीं बोतल हमेशा खाली ही रहती
थी एक रात नेहा कॉलेज के फंक्शन की वजह से थकी हुई थी तो पानी नहीं रख पाई रात उसे
प्यास लगी तो तब उसे याद आया लेकिन रात को वह अपना कमरा नहीं खोलती थी मन मार कर फिर
से सो गई सुबह जब उसकी नींद खुली तब वह बोतल नीचे जमीन में गिरी हुई थी उसे लगा
कि खाली बोतल हवा के झोंके से गिर गई होगी दूसरी सुबह तो हद ही किया सृष्टि ने उसने
नेहा की कंघी इस्तेमाल की थी कंघी में लगे बालों से नेहा को पता चल गया लिपस्टिक भी
खुली थी सृष्टि कमरे में नहीं थी
कि वह पूछ पाती वह सवेरे ही कहीं चली गई थी यदि
आज वह कमरे में होती तो आज नेहा चुप नहीं रहने वाली थी थोड़ी देर बाद सृष्टि घबराई
हुई कमरे में आई और बोली घर से फोन आया था नेहा मम्मी सीरियस है मुझे थोड़ी देर में
निकलना होगा अभी मैं वॉर्डन से यही पूछने गई थी नेहा उससे कुछ पूछ ना सकी सृष्टि ने
बैग में थोड़े कपड़े डाले और निकल गई उसके जाने के बाद नेहा ने सब कुछ व्यवस्थित कर
लिया उसके बाद क्लास के लिए निकल गई शाम को आने पर अपनी दिनचर्या के मुताबिक उसने
बोतल में पानी रखा अपने कॉस्मेटिक्स ठीक ढंग से सजाकर
अपनी पढ़ाई करने लगी
पढ़ते-पढ़ते उसकी आंख लग गई और वह सो गई आधी रात को उसकी नींद खुली तो कमरे की
बत्ती बुझी हुई थी मैंने तो बत्ती नहीं बुझाई थी फिर कैसे सोचती हुई वह स्विच
बोर्ड की ओर बढ़ी उसने बत्ती जलाई पानी की बोतल खा ली थी यह देख नेहा की आंखें
[संगीत] विस्फोट भूल गई होगी यही सोचकर वापस बैठ
पर आ गई उसने बत्ती जली ही छोड़ दी काफी देर तक उसे नींद नहीं आई वो आंखें बंद
करके पड़ी रही अचानक बत्ती बुझ गई नेहा को लगा कि बिजली चली गई होगी वह उठी नहीं कुछ
देर बाद उसे नींद आ गई सुबह उठने में थोड़ी देर ह
ुई घड़ी की ओर देखा तो
ब्रेकफास्ट का समय हो चुका था जैसे थी वैसे ही कमरा बंद करके ब्रेकफास्ट के लिए
चली गई वापस आकर क्लास के लिए तैयार भी होना था उसने जल्दी से स्नान किया और
ड्रेसिंग टेबल के पास पहुंची उसके सारे कॉस्मेटिक्स बिखरे पड़े थे फाउंडेशन की
शीशी खुली थी लिपस्टिक भी खुला था काजल स्टिक भी एक और लड़का पड़ा था और तो और
कंगी में भी कुछ बाल लगे थे यह सब देख नेहा हैरान रह गई अब तो सृष्टि भी नहीं थी
तो यह सब कैसे उसने इधर-उधर देखा उसकी आंखें फैल गई जब उसने देखा कि सृष्टि के
बिस्तर पर सिलवटें पड़
ी थी जैसे अभी-अभी कोई सोकर बाहर गया हो नेहा का कलेजा धक-धक
करने लगा उसने हड़बड़ी में मां को फोन लगाया और सारी बातें बताई नेहा तुम्हारी
कोई दोस्त होगी बेटा मम्मी ने कहा नहीं मां मेरी रूम में सृष्टि घर गई है और
मैंने रूम का दरवाजा लॉक करके रखा था वह घबरा आवाज में कहे जा रही थी तो ऐसा करो
यह बातें अपनी वॉर्डन को बताओ और हां हनुमान चालीसा भी पढ़ लो इससे तुम्हारा डर
कुछ कम होगा अच्छा मां फोन रखती हूं क्लास के लिए देर हो रही यह कहकर उसने मोबाइल
बैड पर रखा और तैयार होकर निकलने लगी जो ही वह दरवाजे तक पह
ुंची अचानक दरवाजा बंद
हो गया वह हैंडल बार-बार घुमाने लगी किंतु वह खुल ही नहीं रहा था वह दौड़कर बैड के
पास गई और मोबाइल से वर्डन को फोन लगाया मैम मैं अपने कमरे में लॉक हो गई हूं
दरवाजा ही नहीं खुल रहा रूम नंबर सिक्स इतना ही बोल पाई थी कि उसे लगा किसी ने
मोबाइल उसके हाथों से छीन ला हो घबराहट के मारे वह बेहोशी महसूस करने लगी मां ने कहा
था हनुमान चालीसा बोलने को यह सोच वह बोलने लगी भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर
जब नाम सुनावे अभी इतना ही बोल पाई थी कि भड़क से दरवाजा खुल गया लगा जैसे कोई बाहर
निकल गय
ा हो वह बिस्तर पर अर्ध मूर्छित सी पड़ी थी तब तक वर्डन आ चुकी थी रूम का
दरवाजा खुला देख अंदर आ गई नेहा बेसुध पड़ी थी वॉर्डन ने उसके चेहरे पर पानी की
छीट मारी तो नेहा ने आंखें खोली क्या हुआ नेहा तुम्हारी तबीयत तो ठीक है ना मैम कोई
था यहां उसने मेरा पानी पी लिया मेरे कॉस्मेटिक्स फैला दिए और सृष्टि के बेड पर
सोया भी था नहीं नेहा ऐसा कुछ नहीं हुआ होगा यह तुम्हारा वहम है नहीं मैम यह वहम
नहीं था अच्छा मेरे साथ चलो नेहा को लेकर वर्डन अपने कमरे में आ गई उन्होंने उसे
गर्म कॉफी पिलाई और वहीं आराम करने को क
हा कुछ देर बाद नेहा को अच्छा लगा तो वह
क्लास करने चली गई जैसे-जैसे शाम हो रही थी नेहा का मन घबराने लगा उसे अपने कमरे
में जाते हुए भी डर लगने लगा उसने यह बात अपनी एक सहेली को बताई तो वह साथ आ गई
नेहा ने अपना बोतल लिया सारे बिखरे सामान अलमीरा में बंद करके ताला लगा दिया बिस्तर
ठीक किया और उसी सहेली के साथ उसके कमरे में आ गई आज उसे अकेले रहने की हिम्मत
नहीं थी वर्डन ने भी अनुमति दे दी कि वह उसी सहेली के रूम में रात को सो जाए रात
हुई नेहा की आंखों में नींद नहीं थी बस आंखें बंद करके लेटी हुई थी
रात गह
राने लगी तो धीरे-धीरे नींद की आगोश में आ गई नींद में ही उसे लग रहा था जैसे
कोई पानी मांग रहा हो उसने सोचा कि वही सहेली होगी पर वह तो गहरी निद्रा में थी
फिर कौन था उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा किंतु उसने सहेली को जगाना उचित नहीं
समझा कुछ ही देर बीते थे कि उसे लगा जैसे उसके कमरे का अलमीरा का दरवाजा कोई
जोर-जोर से झकझोर रहा था वह निष्क्रीय आवाजें आनी बंद हो गई वह चुपचाप
सुबह होने का इंतजार करने लगी सुबह हुई तो सही ली ने कहा गुड मॉर्निंग नेहा रात
अच्छी नींद आई ना नहीं कोई पानी मांग रहा था और मेरे
कमरे में कोई मेरा अलमीरा
झकझोर रहा था अच्छा पर मुझे तो कुछ भी सुनाई नहीं पड़ा चलो तुम्हारे रूम में
चलते हैं आगे आगे उसकी सहेली थी और पीछे डरती हुई नेहा जा रही थी सहेली अंदर जाकर
उल्टे पैरों वापस आ गई क्या हुआ कहती हुई नेहा रूम के दरवाजे पर आ गई आज भी बिस्तर
पर सलवट पड़ी थी नेहा का अलमीरा खुला था और टूटा ताला वहीं पर गिरा हुआ था दोनों
सहेली दौड़कर वर्डन के पास पहुंची और सारी बातें बताई वॉर्डन ने सब कुछ अपनी आंखों
से देखा जल्दी नेहा के घर में फोन करके वॉर्डन ने बताया कि यहां कुछ तो हो रहा आप
नेहा
को ले जाएं या यहां आकर दो तीन रहकर सब कुछ देखें शाम होते-होते नेहा के
पेरेंट्स आ गए उनके साथ तंत्र मंत्र जानने वाला भी कोई था नेहा को देखते ही उसने कहा
कि नेहा अकेली नहीं कोई उसके बगल में खड़ी है कौन एक लड़की हाथों में पानी का गिलास
ले खड़ी है उसके होंट सूखे हैं लगता है जैसे वह कितनी प्यासी है ओ अब क्या होगा
देखता हूं कहकर तांत्रिक ने अपने झोले से एक लकड़ी निकाली और से जलाया वह छटपटा गई
आग बुझाओ व जोर से चीखी नहीं पहले सबके सामने आओ नहीं वह मारेगी कौन मारेगा वही
जिसने रैगिंग के लिए मुझे एक बिल्ल
ी के साथ कमरे में बंद कर दिया था हां है वह
यहीं खड़ी है हरे सूट में ठीक है पर अब तुम सामने आओ ताकि वह भी तुम्हें पहचान
सके वह तुम्हें मार नहीं सकती हम लोग हैं यहां पर अचानक वहां पर हवा का झोंका सा
आया और वह हाथों में गिलास लिए सामने खड़ी थी हरे सूट वाली लड़की जिसका अब फाइनल य
था उसे देखते ही घबरा गई उसे याद आया कि उसने उसे एक बिल्ली के साथ कमरे में बंद
कर दिया था उसके बाद कॉलेज में एक सप्ताह की छुट्टी हो गई थी सभी अपने घर चले गए थे
स्टो वाले उस कमरे की ओर किसी का ध्यान नहीं गया था जब वापस कॉलेज
खुला तो उस
कमरे से वह लड़की और बिल्ली की लाश मिली यह सब किसने किया यह कोई नहीं जान पाया
प्यासी थी बहुत प्यासी थी में बिल्ली ने मेरा चेहरा नोच लिया था मैं तड़प तड़प कर
मर गई मुझे प्यास मिटा है और अपना चेहरा भी वापस सुंदर बनाना है उस लड़की की यह
बातें सबने सुनी हरे सूट वाली लड़की का अपराध सबके सामने आ चुका था अब तुम्हें
क्या चाहिए कैसे जाओगी यहां से प्यास बुझाकर
कैसे उसी लड़की के हाथों से मुझे पानी पीना है और वही मेरा चेहरा सावार दे फिर
चली जाऊंगी उस सीनियर लड़की ने उसे अपने हाथों से उसे पानी दिया
जिसे वह गटागट पी
गई अब रा संवारने की बात हुई तो वह आगे बढ़ी बिल्ली ने उसका चेहरा लहूलुहान किया
हुआ था जिसे देख वह चीक पड़ी फिर भी उसने अपने दुपट्टे से उसका चेहरा पछ उसका हरा
दुपट्टा लाल हो चुका था अब वह सिर झुकाकर हाथ जोड़कर उसके सामने खड़ी हो गई हा हा
हा हा चलो माफ किया अब जाती हूं मेरी प्यास बुझ गई अब नहीं आऊंगी उसके बाद सबने
हवा का झोंका महसूस किया अब वहां पर वह नहीं थी रैगिंग का भयानक परिणाम सामने था
जो हॉस्टल के कमरे में दबा ही रह जाता पर नहीं अपराध कभी ना कभी सिर उठाकर सामने आ
ही जाता है
दोस्तों यह कहानी यहां पर खत्म होती है आपको कहानी कैसी लगी कमेंट में
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