एक समय की बात है एक गांव हुआ करता था वह गांव
बहुत ही पुराना होने के साथ-साथ बहुत ही खुशहाल था गांव के पास ही एक नदी भा करती थी गांव में
बच्चे खेलने रहते थे स्कूल जाते थे गांव में दो पुराने बरगढ़ के पेड़ भी थे जो आमने सामने थे किसान
खेतों का कम खत्म करके शाम को खुशी खुशी घर वापस ए जाते थे किसने द्वारा बाई गई फसल भी बहुत अच्छी
होती थी बारिश सही समय पर होती थी जिससे गांव में पानी की कमी नहीं होती थी सुबह होने पर चिड़िया और
पक्षी का जाते थे बच्चों के खेलने की रौनक के साथ श्याम खत्म हो जाति थी ग
ांव में सभी बहुत खुश थे
उसे गांव से कुछ ही दूर पर गांव से भी पुराना एक जंगल था जंगल में बहुत से पशु पक्षी रहा करते थे
जो बहुत की खुश थी सभी पशु-पक्षी आपस में मिलजुल कर रहते थे बातें करते थे और गाना गति थी लेकिन एक
समय ऐसा आया की बाजार में लकड़ी से बने सानो की मांग बाढ़ गई जी करण शहर के लोग जंगल आकर धीरे-धीरे
सभी पेड़ों को काटने लगे एक दिन उनके पास गांव का एक बुजुर्ग व्यक्ति आया और खाने लगा अरे तुम
क्या कर रहे हो अगर तुम यह पेड़ काटोगे तो बहुत बड़ा समय आएगा बस इतना का कर वह व्यक्ति वहां
से
चला गया पेड़ काटने वालों ने उसकी बात नहीं मनी और एक दिन ऐसा आया की जंगल के सभी पेड़ खत्म
हो गई गर्मी का समय ए गया गर्मी से बचाने के लिए किसी भी पशु पक्षी को छांव नहीं मिलती थी गांव
के पास बहाने वाली नदी धीरे-धीरे सुख गई [संगीत] और ऊपर से सूरज भी बहुत अधिक चमकते ग गया उन्हें ग गई थी सभी पशु-पक्षी और गांव में रहने
वाले सभी लोग बारिश के लिए भगवान से प्रार्थना करते मेंढक बोलते इधर से दूसरे मेंढक बोलने लगे
है भगवान हमें बहुत प्यास ग रही है और गर्मी सहन नहीं हो रही कृपया बारिश गिरा दो बारिश बारिश
सभी
पशु पक्षी का जाते हुए बोले है भगवान बारिश बारिश उसे बुजुर्ग व्यक्ति की बात बिल्कुल सही साबित हो
रही थी गांव में जो दो बरगढ़ के पेड़ थे वही आपस में बोलते अगर बारिश नहीं हुई तो हम सुख जाएंगे वह
भगवान से प्रार्थना करते ही भगवान बारिश दाल दो जब सूरज का चेहरा बहुत अधिक चमकते लगा और गर्मी बाढ़
गई तब गांव के सभी लोगों ने इकट्ठा होकर प्रार्थना की ही भगवान बारिश दाल दो सभी लोग सच्चे मां से
भगवान प्रार्थना करने लगे एक दिन भगवान ने गांव के सभी लोगों के प्रार्थना सनी और देखते ही देखते
आसमान में कल
बादल चने लगे कुछ समय बाद बहुत तेज बारिश होने लगी फासले फिर से लहरा उठी पशु पक्षी
बारिश में खुशी से नाचे लगे नदी में फिर से पानी ए गया गांव के लोग फिर से खुशहाल रहने लगे बारिश
खत्म होने पर उसे गांव में भगवान प्रकट हुई और गांव वालों से कहा अगर तुम अपने गांव में इसी तरह
की खुशहाली चाहते हो तो अपने गांव में अधिक से अधिक पेड़ लगाओ फिर तुम्हारे गांव में सुख कभी नहीं
पड़ेगा बस गांव के सभी लोगों और बच्चों ने गांव की आसपास पेड़ लगाने शुरू कर दिए गांव में पेड़
बड़े-बड़े हो गए और फिर से गांव खुशहाल ह
ो गया कहानी की शिक्षा इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती
है की हमें पेड़ नहीं काटने चाहिए अपने घर और गांव की आसपास अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए दोस्तों
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