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Police को क्यों हुआ Hospital में Cameras ना होने पर शक? | Crime Patrol | Inspector Series

Click here to Subscribe to SET India: https://www.youtube.com/channel/UCpEhnqL0y41EpW2TvWAHD7Q?sub_confirmation=1 A person comes to a secured hospital ward and asks a woman to go and get some medicines. When the woman goes to get the medicine she discovers that it is a fake doctor. They all run back to the ward to find that a person has been shot to death in the meantime. Stay tuned. Show Name: Crime Patrol Satark Season 2 Host: Anup Soni Producers: Prem Krishen Malhotra, Sunil Mehta, Vipul D. Shah, Anirban Bhattacharyya #crimepatrol #क्राइमपेट्रोल #setindia #क्राइमपट्रोलसतर्क #crimepatrolsatark #crimepatrol #crime #thrillers #CP #क्राइमपैट्रॉलसतर्क #livcrime #crimepatroldastak #crimepatroldial100 #anupsoni #crimepatrolsatark #crimepatrolfullepisode #crimepatrollatestepisode #crimepatrolnewepisode #crimepatroldial100 #crimepatrol2024 #crimepatrolserial #crimepatrolbestepisode #crimepatrolsony #crimepatrolnewepisode #bestcrimepatrolepisode #crimepatrolmostpopularepisode #क्राइमपेट्रोल #crimepatrolcases #crimeworld #crimeworld2024 #crimeworldnewepisode #crimeworldbestepisode #crimeworldfullepisode #indiancrime #indiancrimestories About Crime Patrol : ----------------------------------- Crimes tell us, we need to be careful, we need to be watchful. Crimes that tell us lives could have been saved. Every crime we hear of, either warns us to be careful or scares us, it could happen to us. Every crime ignites a feeling, 'It should not have happened. Would knowing the 'Why' behind a crime, help in stopping a crime from happening?' I don’t like the way he looks at me', 'I don’t like the way he/she is behaving', 'I think he/she is out of his/her mind', 'I think he/she has gone crazy'. That gaze, that quirky smile, that persistent stare that unnerves. It is difficult to understand the intentions but the hints are there. In a house a husband and wife argue, and fight. A vessel comes flying, and a glass breaks. The husband is angry and the wife is upset. That hatred, that ego. The distance keeps growing. It is difficult to comprehend the damage, but the cracks are there. Feelings… expressions. Misunderstood, unresolved callings of the heart. The cracks are there. Too wide to be missed. Yet when the heart takes over the mind, the outcome is a mindless tragedy. Crime Patrol - Satark Rahe will attempt to look at the signs, the signals that are always there before these mindless crimes are committed. Instincts/Feelings/Signals that so often tell us that not everything is normal. Maybe, that signal/feeling/instinct is just not enough to believe it could result in a crime. Unfortunately, after the crime is committed, those same signals come haunting. Click here to watch more episodes of the Inspector Series: https://www.youtube.com/playlist?list=PLzufeTFnhupwPXaxlzdWOhhlyKczeyYvR Police को क्यों हुआ Hospital में Cameras ना होने पर शक? | Crime Patrol | Inspector Series

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3 days ago

[संगीत] [हंसी] [हंसी] [संगीत] [संगीत] [संगीत] [संगीत] बहुत जदा [हंसी] [संगीत] [संगीत] [संगीत] डॉक्टर साहब डॉक्टर साहब जरा इनको देख लीजिए ना इन्ह बहुत दर्द हो रहा है यह सो नहीं पा रहे आप एक काम कीजिए नर्स स्टेशन प जाके दवाइया ले आइए ठीक है मैं जल्दी ले आती [संगीत] [संगीत] हूं मैडम मैडम जल्दी से हमको ये दवाइया दे दीजिए डॉक्टर साहब ने मंगवाए हैं अक्कड़ बक्कड़ यह कौन सी दवाई है हमें नहीं पता डॉक्टर साहब ने लिख के दिया है कौन से डॉक्टर व जो बरड में है ना डॉक्टर साहब उन्होंने ही लिख के दिया है डॉक्टर
आप अभी राउंड पर गए थे मैंने आपको जाते हुए नहीं देखा मैं तो यही हूं अभी राउंड का टाइम नहीं हुआ है पर वो दूसरे डॉक्टर साहब तो राउंड प है वर्ड नंबर न में आज की नाइट शिफ्ट में अकेला हूं कोई दूसरा डॉक्टर है ही [संगीत] नहीं कास्टेबल उठिए उठिए यह सब क्या हो रहा है कौन आया था इस वड में कौन आया था यह सब कैसे हुआ क्या हुआ सर मैं जल्दी से हूटर बजा के आती हूं शायद कातिल अभी भी हॉस्पिटल में ही [संगीत] हो हॉस्पिटल के सिक्योरिटी गार्ड और ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल इस शूटिंग के दौरान होते हुए पाए गए इस मामले ने
पूरे प्रशासन पर एक क्वेश्चन मार्क लगा दिया था आखिर चूक कहां हुई थी और उदय चौहान की हत्या के पीछे का मकसद क्या था जल्द से जल्द इन दोनों सवालों के जवाब ढूंढे जाने बहुत जरूरी थे आपने देखा नहीं किस पर्ची पर अक्कड़ बक्कड़ लिखा हुआ है मैडम पर्ची पर ध्यान ही नहीं गया मेरे पति बहुत तकलीफ में थे वो सो भी नहीं पा रहे थे उस आदमी ने जो लिख कर दिया मैं तुरंत लेकर नर्स के पास भागी मैडम मैं जानती थी कि रेसिडेंट डॉक्टर शरद पुजारी अपने कबि में है क्योंकि जब वो राउंड प होते है मुझे पता होता [संगीत] है ये ड्यूटी क
र रहे थे तुम लोग इस तरह घोड़े बेच कर सो के चार दिन से लगातार हम लोग डेनाइट की ड्यूटी कर रहे थे सर गलती से आंख लग गई सर सर एक साथ चारचार अंडर ट्रायल का इलाज चल रहा था चार-चार अंडर ट्रायल्स का इलाज चल रहा है और तुम लोग सफाई यां दे रहे हो कि झपकी आ गई एक बंदा गन में साइलेंसर लगा के सबके सामने उदय को गोली मारकर चला जाता है और तुम लोग सोते रह जाते हो अरे अगर आंख खुली होती तो उदय बच जाता इतने लापरवाह कैसे हो सकते हो तुम लोग ड्यूटी पे वर्दी में सो रहे हो सर आइए सिक्योरिटी चीफ महेंद्र गुप्ता जी आपके पास
कितने एक्सक्यूज है सॉरी सर सर चार सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं कॉरिडोर लॉबी और बाहर एंट्रेंस के पास लेकिन सर वो काम नहीं कर रहा है तो फिर यहां पे काम क्या कर रहा है सिक्योरिटी गार्ड सो रहे हैं कांस्टेबल सो रहे हैं सीसीटीवी कैमरा काम नहीं कर रहे सिक्योरिटी के नाम प मजाक लगा के रखा आप लोगों ने एक सीसीटीवी कैमरा बाहर इंटरेस्ट के पास काम कर रहा है सर उसमें वो आदमी दिखाई भी दे रहा है तो फिर जाइए उसका फुटेज लेकर आइए या अर्जी दूं तब लेकर आएंगे सर यह लालू कुमार बेड नंबर न प था इसका मलेरिया का इलाज चल रहा
है वो किशन मिश्रा बेड नंबर 10 प था उसका पैर टूटा हुआ है और तुम तुम सो रहे थे सर मैं उठ गया था जैसे आवाज ई एक बंदा वार्ड में घुसा टि पर गोलिया चलाई और चला गया तुम्ह पता नहीं चला और तुम दोनों तुमने देखा था गोली चलाने वाले को क्या फिर उदय को मरवाने में तुम दोनों का हाथ है नहीं साहब मैंने किसी को नहीं देखा साहब मैं इस उदय को जानता तक नहीं हूं जेल में मिला था दो तीन बारी कोई ज्यादा जान पहचान नहीं है और आप फालतू में ये क्यों बोल रहे हो कि हमने मरवाया उसे परफेक्शन है ना तेरा साले हाथ भी कर दूंगा आप आप
हमें क्यों धमकी दे रहे हो आपके लोग सो रहे थे जो बोलना है इनको बोलो अभी किशन बता दे कौन था कुछ ना कुछ इंतजाम करूंगा तेरे लिए दिख रहा है ना हमारी बुरी तरह से क्लास लग रही है मुंह प मास्क लगाया हुआ था उसने और जो रात में डॉक्टर साहब चेकिंग के लिए आते हैं उनका नाम मुझे नहीं मालूम साहब हमको तो लगा था वो रात वाला ही डॉक्टर है राउंड पे इंस्पेक्टर मैंने डॉक्टर शरद और बाकी डॉक्टर से बात की है जलनी नाइट शिफ्ट में सिर्फ डॉक्टर शरद ही राउंड्स पर होते हैं और जब ये हादसा हुआ वो अपने केबिन में था डॉक्टर हमारी
पुलिस डिपार्टमेंट की रेपुटेशन का तो छोड़ी है आपके इस हॉस्पिटल पर भी कई सवालिया निशान खड़े कि जाएंगे एक कातिल बड़ी आसानी से हॉस्पिटल में घुसा डॉक्टर के भे में एक अंडर ट्रायल पेशेंट को शूट किया और उतनी ही आसानी से हॉस्पिटल से बाहर निकल गया मुझे लगता है इस हादसे का कनेक्शन सेंट्रल जेल से ही है अभी चार दिन पहले ही स्ट के चक्कर में उदय को यहां शिफ्ट किया गया था सर सीसीटीवी फुटेज में कातिल दिखाई दे रहा है बड़ी आराम से अंदर आया है ऐसा लगता है उसे पहले से पता था कि क्या करना है और कहां जाना [प्रशंसा] [स
ंगीत] है यह हमारे हॉस्पिटल के डॉक्टर्स में से कोई भी नहीं है हम इस तरह का कैप कोट और मास्क पहनकर कभी नहीं आते इसे देखकर तो लग रहा है कि य सिर्फ सिर्फ कत्ल करने के लिए ही अंदर आया था पूरे हॉस्पिटल में सिर्फ यही है कैमरा जो काम कर रहा है हां सर सर बाकी सारे खराब हैं मैंने उन्हें ठीक करने के लिए कई बार रिक्वेस्ट भी डाली है और मैंने ये रिक्वेस्ट पास भी कर दी थी लेकिन वो सीसीटीवी वेंडर अभी तक नहीं आया इसे ठीक करने के लिए तो फिर एक काम करते हैं इस सीसीटीवी वेंडर को कट गरे में ठा करते हैं ये ठीक रहेगा
डॉक्टर हरीश इंस्पेक्टर साहब हमें कौन सा मालूम कि इस हॉस्पिटल में ऐसा कुछ होने वाला है सर कातिल डॉक्टर के भेस में वार्ड नंबर नौ में राउंड पर आया और फिर उसने शालिनी को धोखे से नर्स के पास भेज दिया और फ सीधा उदय चौहान को अपना निशाना बनाया उसे पता था कि वो कहां सो हॉस्पिटल में इतने सारे वड है लेकिन व सीधा वही पर ही गया कातिल का उदय चौहान के साथ जरूर कोई झगड़ा रहा होगा इससे पहले की य केस बड़ा हो हमें इसकी तह तक पहुंचना होगा वैसे उदय चौहान का केस क्या था कि जून के लिए ट्रायल [संगीत] पता उदय चौहान एक म
र्डर केस में ट्रायल पर था और मर्डर केस दो साल पहले का है एक हफ्ते पहले उदय चौहान ने अपने पेट में बहुत तेज दर्द होने की शिकायत की थी इनफैक्ट वो दर्द की वजह से जेल में बेहोश हो गया था हमने उसी दिन 5 जून को उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया और उसके अगले दिन 6 जून को उसका ऑपरेशन किया गया डॉक्टर हरीश ज ने उदय चौहान को एक हफ्ते के लिए अंडर ऑब्जर्वेशन में रखने को कहा था उसके बाद ही उसे जेल में लाया जाना दरअसल उदय चौहान अपने साडू यानी कि अपनी पत्नी प्रतिभा चौहान की बहन गायत्री तिवारी के पति केतन तिवारी की ह
त्या के मामले में ट्राल पर [संगीत] था गायत्री भाभी गायत्री भाभी आपने कुछ सुना क्या सुना बरजू भाभी उदय भैया नहीं रहे कल अस्पताल में किसी ने गोली मार दी [संगीत] उन्हे मम्मी उदय मसा ने पापा को क्यों मारा था क्या क्या था उने बोलो ना मम्मी क्यों मारा था [संगीत] उन्हे मम्मी किसने मारा पापा को बोलो ना मम्मी किसने मारा पापा को उदय चौहान ने अपनी पत्नी की छोटी बहन के पति की हत्या की थी जी हां केतन तिवारी केत क्या कर रहा है पागल हो गया क्या कर रहा है किधर लग जाएगा लग जाएगा क्या कर रहा हां उद यह क्या हुआ जी
हा जी आपने उसे क्यों मारा मैंने उसे नहीं मारा गायत्री मैं उसे नहीं मारना चाहता था लेकिन उसे मुझ हमला किया लेकिन आपने उसे मार डाला क्यों किया आपने ऐसा गायत्री मैंने जानबूझकर कुछ नहीं किया मैं सच कह रहा हूं मैंने उसे नहीं मारा है साहब मैं भगवान की कसम खाके कह रहा हूं मैंने कुछ नहीं किया है मैंने केतन को नहीं मारा है साहब अ मैं तो दुकान से घर लौट रहा था तो रास्ते में किनर आकर मुझसे झगड़ा करने लग गया ऐसे ही तो झगड़ा नहीं शुरू किया होगा कुछ तो बात हुई होगी दारू पीने के लिए पैसे मांग रहा था और जब मैंन
े देने से मना कर दिया तो झगड़ा करने लगा मुझसे उदय भाई साहब तुमने मुझे पैसे देने को क्यों मना किया इसलिए कतन मैं नहीं चाहता हूं कि तेरी जिंदगी इस तरह से बर्बाद हो देख जिद मत कर पैसे नहीं मिलेंगे साले और जो तू मेरी बीवी के साथ मिलकर कर रहा है वो मैं आंख बंद करके देखता रहा हूं केतन तू अपनी हाथ से बाहर जाके बात कर रहा है और ये क्या अनाना बोल रहा अपनी बीवी के बारे में तो बस मुझे पैसे दे और जो करना है कर ले मेरी बीवी के साथ तन तेरा दिमाग सर चुका है बात करना बेकार है मेरा दिमाग सड़ गया है ये तेरी नियत
तेरी बीवी को पता है कि तू उसकी बहन के साथ जो कर रहा है बंद कर अी बकवास मुझे बस पैसे दे मुझे बस पैसे दे और मैं किसी को कुछ नहीं बोलूंगा और जब मन करे तब घर आ जाना मैं किसी को कुछ नहीं बोलूंगा और जो करना है कर लेना मेरी बीवी के साथ तुझे तो एक फूटी कोड़ नहीं मिलेगी अब जो चाहे कर लेना साहब वो अपने साथ चाकू लेकर आया था मैं तो सिर्फ अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा था वो केतन है ना मेरी पत्नी प्रतिभा उसकी बहन गायत्री जो उसकी पत्नी है दोनों के बारे में अनाप शना बोल रहा था मैं चुपचाप सुन रहा था साहब कुछ
नहीं किया मैंने साब उसने चाकू निकाला और वार भी उसने किया सा मैं तो सिर्फ अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा था ऐसे बचा रहा था कि उसकी अते तक काट डाली उसके एक एक अंदरूनी अंगों के चिथड़े चिथड़े कर दिए तूने मैं सिर्फ अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा था [संगीत] बदला उदय चौहान की हत्या की साफ-साफ यही वजह दिखाई दे रही थी लेकिन हकीकत यह थी कि जिस तरह से इस हत्या को अंजाम दिया गया था हॉस्पिटल में भर्ती एक अंडर ट्रायल अपराधी को इलाज के दौरान हॉस्पिटल के अंदर ही मार दिया गया था इससे स्थिति और भी गंभीर हो गई
थी एक अंडर ट्रायल मुजरिम की अस्पताल परिसर में हुई हत्या ने सुरक्षा पुलिस और प्रशासन पर सवालिया निशान लगा दिए हैं कई सवाल उठ रहे हैं क्या मरीज अस्पताल के अंदर सुरक्षित है एक हत्यारा डॉक्टर की वेश में अस्पताल के अंदर चला आता है और किसी को इस बात की भनक तक नहीं होती और बाद में पता चलता है कि हादसे के वक्त मरीजों की सुरक्षा का ख्याल ना रखते हुए अस्पताल के सभी लोग सो रहे थे इस घटना पर देश की जनता से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और कड़ी निंदा की जा रही है ये अंदरुनी मामला है सुप्रिया उदय की पत्नी प्रतिभा
और प्रतिभा की छोटी बहन गायत्री से बात करो जिसके पति की हत्या की थी उदय ने सर इनके कॉल रिक और खबरी गोविंद को कहो कि पता करे अगर प्लान सेंटर जेल में बना है तो जरूर इसमें कोई हिस्ट्री शीटर शामिल होना चाहिए 100% यही हुआ होगा सर उद को जेल से हॉस्पिटल आना और फ चार दिन के अंदर आकर उसको मार देना य इत्तेफाक नहीं हो सकता कैसे भी करके हमें शूटर का पता लगा एक सेकंड भी नहीं हमारे पास गवाने के लिए ऊपर से बहुत [संगीत] प्रेशर ज सर हम इस केस पर लगे हुए सर विक्रम अपने कदम तेजी से आगे बढ़ाओ जो मारा गया वो अंडर ट्र
ायल था हमारी कस्टडी में था काफी सारी एजेंसीज एनजीओ आवाज उठा रहे हैं आई नो सर जो कंपनसेशन देना होगा वो अलग है लेकिन हमारे लोग क्राइम सीन पर हादसे के वक्त सो रहे थे इस बात को बहुत ज्यादा उछाला जा रहा है विक्रम जिसे तोड़ना है तोड़ो यह मर्डर हमारी कस्टडी में हुआ है कटघरे में हमें खड़ा किया जाएगा सर ट्रस्ट मी हम इस केस को जल्द से जल्द क्रैक कर ले अभी सिर्फ सस्पेंड हुए हो लेकिन बात यही खत्म नहीं हो चार्जेस लगेंगे इंक्वायरी बैठेगी समझ रहे हो ना सुनील सौरभ अवदेश कपिल गलती हो गई सर यह सिर्फ गलती नहीं है
तुम लोगों की लापरवाही की वजह से सवाल हमसे किए जा रहे हैं जवाब हमें देने पड़ रहे हैं बोलो किसने मदद की थी [संगीत] उसकी कौन है यह आदमी कि आदमी गन पे साइलेंसर लगाकर सीधा अंदर आता है वो भी उस वक्त जब तुम लोग वर्दी में तैनात थे बोलो कौन है ये ये आदमी सीधा हॉस्पिटल में आता है उदय चौहान को गोली मार कर निकल जाता है इत्तेफाक नहीं हो सकता ये इसे पता था कि उदय चौहान कहां पर है यह बड़े आराम से अंदर आया अपना काम करके निकल गया क्यों क्योंकि तुम लोग अपना काम ठीक से नहीं कर रहे थे तुम लोगों ने मौका दिया इसे ये
सब करने का क्या तुम्हारी बहन गायत्री जानती थी कि तुम्हारे पति को किडनी स्टोन हुआ है और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है मैं और मेरी बहन ज्यादा बात नहीं करते पिछले दो सालों में तो मुश्किल से हमारी बात हुई होगी इसीलिए मैं नहीं शांति की उसे पता था भी या नहीं जब तुम्हारे पति हॉस्पिटल में भर्ती थे तो मुझसे मिलने गई होगी क्या उसने कभी धमकी या किसी खतरे का जिक्र किया इसे देखो यह आदमी हॉस्पिटल में सिर्फ तुम्हारे पति को मारने के लिए गया था पिछले दो सालों में मैं जब भी उनसे मिली हूं उने सिर्फ हमारे बेट
े राहुल के बारे में बात की उसके बारे में पूछा मेरे पति को अपने किए पर पछतावा था प्र राहुल की पढ़ाई तो ठीक चल रही है ना वो स्कूल तो जा रहा है ना हां सब ठीक है अभी राहुल की चिंता मत कीजिए और वो डॉक्टर क्या बोल रहा है ये पत्थर निकल तो जाएगा ना हां उन्होंने कहा है कि कल ऑपरेशन के बाद निकल जाएगा और वो वकील क्या बोल रहा है पिछले दो साल से ऐसे ही चल रहा है प्रतिभा कुछ भी नहीं हुआ अभी तक बोल रहे थे कि पूरी कोशिश करेंगे लेकिन मर्डर का आरोप तो लगेगा ही इस बीच में अपनी बहन से एक दो बार मिली उसके आगे हाथ फै
लाए ताकि वो हमारी मदद करे मदद करे तुम्हारे पति को बचाने में जी मैडम मेरे पति कोई खूनी नहीं थे उनसे गलती हुई लेकिन उन्होंने जानबूझकर कुछ नहीं किया वो तो बस एक एक्सीडेंट था भाभी अगर आपने उदय चौहान के हक में एक शब्द भी और कहा ना मैं उसे चैन की नींद सोने नहीं दूंगा तुम अच्छी तरह से जानते हो सुशील तुम्हारा भाई अपने साथ-साथ मेरी बहन की जिंदगी भी बर्बाद कर रहा था अरे केतन भैया के मरने ने के बाद आप चाहे जो कह लो प्रतिभा जी पर मरा मेरा भाई है और पूरा बेनिया गांव जानता है कि आपके पति का यहां इस घर में काफ
ी आना लगा रहता था चुप करो सुशील अभी अगर आप मुझे चुप करा रही है तो इसका यह मतलब है कि आप उदय की तरफदारी कर रही है और अगर आपने कोर्ट में यह कहा कि उसका इरादा भैया को मारने का नहीं था तो अंजाम अच्छा नहीं होगा वो तुम्हारे भाई को नहीं मारना चाहते थे केतन खुद आया था चाकू लेकर और गायत्री तुम खुद गई थी ना उनसे मदद मांगने मदद मांगने गई थी जिया जी से केतन को मारने को नहीं कहा था उनसे उदय ने केतन का खून नहीं किया है वो एक हादसा था और ये तुम अच्छी तरह जानती हो प्रतिभा साफसाफ बताओ क्या तुम्हारी बहन उदय से बद
ला लेना चाहती थी मुझे मेरी बहन पर तो कोई शक नहीं है लेकिन वह सुशील मुझे यकीन है यह सब कुछ उसी ने किया है मेरे पति तो सिर्फ मेरी बहन की शादी बचाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वो सुशील उसी ने मेरे पति को मारा सर जो एक सीसीटीवी काम कर रहा था उसमें कुछ मिला क्या मिला गुप्ता सर मर्डर से चार दिन पहले 6 और 7 जून को दो लोग हॉस्पिटल में आते जाते दिखे हैं सर सेंट्रल जेल के कांस्टेबल चंदर जो उस दिन हॉस्पिटल में मौजूद था उसने हमें बताया कि यह दोनों भी हिस्ट्री शीटर्स हैं और यह दोनों भी उसी सेंट्रल जेल में कैदी
थे जहां यह उदय चौहान था सर ये देखिए ये दोनों 7 जून को भी आए थे यही है दोनों स्ट शीटर सर ये दोनों कौशिक गुलाटी और सब्बीर खान है इनको एक महीने पहले बेल मनिग सेंट्रल जेल में थे [संगीत] दोनों उदय भाई चलते हैं फिर हम लोग मिलेंगे फिर कभी चलते हैं हमारा आना जाना तो लगा ही रहता है कौशिक गुलाटी और शब्बीर खान हॉस्पिटल में उदय से मिलने आए थे सर ये तो पता नहीं कि उदर से मिलने आए थे या नहीं पर ये दोनों बेल पर बाहर है और सुपारी उठाते हैं इनकी लंबी हिस्ट्री है सर मैं जानता हूं प्रोफेशनल है ये सुपारी उठाते हैं
यह दोनों हॉस्पिटल टारगेट की पोजीशन जानने ही आए होंगे और हॉस्पिटल के सारे सीसीटीवी कैमरा खराब है इस बात का अंदाजा था ही नहीं उस्मान जी सर ये दोनों कौशिक गुलाटी और सब्बीर खान दोनों मुझे किसी भी कीमत प चाहिए जिस भी बिल में हो खोद के निकाल जी सर राइट इंस्पेक्टर कौशिक गुलाटी और शब्बीर खान दोनों ही मई के महीने में वेल पर बाहर आए थे 17 मई को दोनों ही 12 नंबर बैरक में थे सेल नंबर तीन में और किशन मिश्रा भी उन्हीं के साथ किशन मिश्रा जी यह भी हॉस्पिटल में एडमिट था मिल चुका हूं मैं इससे पैर फ्रैक्चर था इसक
ा राइट राइट इंस्पेक्टर बाथरूम के पास फिसल जाने से उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था वो इस वक्त जेल में है जी इंस्पेक्टर दरअसल जितने भी लोग अंडर ट्रायल पर थे जिनका हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट चल रहा था उन सबने डिस्चार्ज लि ले लिया इस शूटआउट के बाद सभी लोग बुरी तरह से घबराए हुए हैं पता नहीं कब किसके साथ ऐसा हो जाए मैं इस किशन मिश्रा से मिलना चाहूंगा वैसे भी बहुत अकड़ दिखा रहा था ये इस प्लान का हिस्सा हो सकता है इसे पता होगा कि कौशिक गुलाटी और शब्बीर खान के बीच क्या खिचड़ी पक रही थी अरे धन का मारना है जो
करना है कर लो उदय के मरने से मुझे तो चैन की नींद मिल गई अब चैन की नींद लॉकअप में लेना सुशील तिबारी त बैट बैट मुझे कोई बात नहीं करनी बात नहीं कर रही क्यों नहीं कर रही उदय तुम्हारे पति के खून के इल्जाम में अंदर था तुम्हारा क्या चल रहा था उदय के साथ ओम ये पक्का इंटरनल मैटर है एक कहानी थी जो उदय बता रहा पर जो बात सामने आई वो कुछ अलग ही थी हमारे खबरी ने जो कहानी निकाली वो यह थी कि इस गायत्री के पति केतन ने प्रतिभा पर हाथ ला और दूसरी तरफ यह बात भी सामने आ रही थी कि शायद केतन की पत्नी गायत्री और उदय के
बीच कुछ चल रहा था क्योंकि जिस तरीके से उसने केतन को मारा था वो एक्सीडेंट तो नहीं लगा और प्रतिभा कह रही थी कि उसके पति ने उसकी बहन की मदद की थी केतन को पैसा ना देकर क्योंकि केतन शराबी था और उसे जुए की लग थी हमने गायत्री से भी पूछताछ की और वो कुछ बोल ही नहीं रही यह केतन का भाई सुशील क्या गायत्री पर अपना मुंह बंद रखने के लिए कोई दबाव डाल रहा है उदय की हत्या के पीछे यह सुशील का भी हाथ हो सकता है उसके भाई केतन के मर्डर केस की तीन हियरिंग हो चुकी है लेकिन डेट के चक्कर में केस आगे नहीं बढ़ पा रहा है क
ौशिक गोला शब्बीर खान दोनों हिस्ट्री शीटर जो शायद उदय के में शामिल है सुपारी तुमने दी थी या सुशील ने मैंने किसी को कोई सुपारी नहीं दी मुझे तो पता भी नहीं था कि जीजाजी अस्पताल में थे तो फिर सुशील ने दी होगी दी होगी तो मुझे नहीं पता उदय चौहान के मर्डर की खबर सुनकर तुम्हारे दिल को तो ठंडक मिली होगी कि तुम्हारे पति का हत्यारा मारा गया हां मैं नहीं सुपारी देती वो कौन था यह नहीं पता ब जिसको मरना था वो मरा और सर अगर आप भूल रहे हो ना तो बता देता हूं कि वो मेरे भाई का हत्यारा था बेटा ये पुलिस स्टेशन है अग
र हम तमीज से खाने पर आ गए ना तो सारी अकड़ निकल जाएगी अरे सर इतने सारे पुलिस वाले थे ना अस्पताल में सबकी हेकड़ी खूब दिख रही थी सो रहे थे सर सबको पता है जब आप लोग की जरूरत होती हो आप लोग हमेशा सोते रहते हो तुझे इस पुलिस स्टेशन से बाहर चलकर अपने पैरों पर जाना है या नहीं सर जिसने मारा था वो तो आराम से बाहर चलकर चला गया मेरी हालत बिगाड़ के क्या मिलेगा आपको और पूरी दुनिया में आप लोग ढंडोरा पीट कि उदय चौहान को किसने मारा उदय चौहान को किसने मारा जहां हाथ मारना चाहिए वहा नहीं जाएंगे आप लोग चल तू बता कहा
हाथ मारना चाहिए प्रति उसकी पत्नी उसी ने मरवाया अपने प हा सबब अच्छी तरह जानता इन दोनों को शबीर और कौशिक ये दोनों मिलने आए थे ना झसे हॉस्पिटल में साहब आप तो पीछे ही पड़ गए कि उदय चौहान को मारने में मेरा हाथ है मैं पीछे नहीं पड़ा हूं तेरे किशन मिश्रा मुझे पूरा यकीन है कि उदय चौहान को मारने में तेरा ही हाथ है तेरे दोनों पंटर मिलने आए थे ना तेरे से अस्पताल में कौशिक और शब्बीर ने पूरी जानकारी इकट्ठा की हॉस्पिटल का अच्छे से मुआयना किया तुझसे मिलने के बहाने यहां आकर उन्होंने उदय चौहान के बारे में सब कुछ
पता किया ताकि सही समय पर वापस आकर उसे मार सके फिर 11 जून की रात को उन्होंने शूटर को भेजकर काम तमाम कर मुझे पक्का यकीन है तुझे पहले से पता था कि 11 जून की रात को क्या होने वाला है उदा चौहान का मर्डर होते हुए बड़े मजे से देखा होगा ना [संगीत] तूने सब कुछ ऐसे ही हुआ था ना यही प्लान किया ना त अगर ऐसा ही हुआ था और ऐसा ही प्लान किया था तो अब आगे भी बता दीजिए कि मेरा ऐसा करने के पीछे क्या वजह थी ये मैं नहीं तू बताएगा किसके कहने प मरवाया उदय चौहान को गायत्री जिसके पति केतन तिवारी की हत्या की थी उदय चौहा
न ने या फिर सुशील तिवारी केतन तिवारी का छोटा भाई अब मैं सूर्य के बारे में या इसने किसका खून कब किया क्यों किया कुछ नहीं जानता मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है जेल में एक दो बार बात हुई और एक बात बता दूं यह काम है रतन का रतन शिवारे का कौन है रतन शिवारे यहां का दादा हमें समझा सबका बॉस री दे हमसे सुनाएगा नहीं तुमको सब यहां का बॉस सा ये रतन शिवारे भी अंडर ट्रायल है डीलर साहब ने आपको बताया क उनका हाथ तो नहीं है इन सब में दो हफ्ते पहले लड़ाई होती है फिर उद जहान को चोट लगती है और फिर वो जेल में दर से कर
ता है अरे भाई साहब क्या हुआ भाई साहब क सब जानते हैं रतन ने जानबूझकर उदय चौहान से लड़ाई शुरू की थी लेकिन फिर भी दो दिन बाद वो बेल पर बाहर हो जाता है और लड़ाई के चार दिन बाद उदय चौहान को बहुत तेज दर्द होता है और फिर उसे अस्पताल ले जाते हैं वहां उसका खून हो जाता है आखिर ये जेलर साहब बचा किसको रहे हैं विक्रम एक्चुअली तुम किस बात का इल्जाम लगा रहे हो मुझ पर आपने मुझे रतन शिवारी उस लड़ाई के बारे में पहले क्यों नहीं बताया अरे मुझे कैसे पता होगा कि उदय की मौत का कनेक्शन सीधा उस जेल के झगड़े से होगा और व
ो झगड़ा तो मैं से एक टॉयलेट के लिए था कि पहले कौन जाएगा और वो रतन उसको तो सब पर रोप ड़ने की आदत थी आपको इसमें प्लानिंग नजर नहीं आ रही उदय चौहान से झगड़ा किया जाता है उसे घायल किया जाता है उसके बाद उसे हॉस्पिटल भेजा जाता है जहां उसका मर्डर हो जाता है पुलिस डिपार्टमेंट पर रोज सवाल उठाए जा रहे हैं कि अंदर का आदमी कोई मिला हुआ है तो अब वो अंदर वाला आदमी मैं हो गया वो किशन मामूली सा क्रिमिनल तुम उसकी बात मानकर मुझ पर उंगली उठा रहे हो ओम ये रतन शिवार जहां कहीं भी है मुझे जल्द से जल्द हिरासत में चाहिए
इस आसे से इसका लिंक कोई ना कोई जरूर है उदय चौहान पर जेल में हमला हुआ था और हमसे क्या बताया गया उसे किडनी स्टोन की प्रॉब्लम ये जेल में हमले वाली बात हमसे छुपाई गई एक काम करो अपने दोनों कांस्टेबल सौरभ और सुनील दोनों को पूछताछ के लिए वापस बुलाओ ओके सर मैं इस रतन शिवारे के लिए अभी रेड अलर्ट जारी कर देता हम इसे कैसे भी खोद निकालेंगे लेकिन सर यह सुशील तिवारी केतन का भाई उदय की पत्नी पर उंगली उठा रहा है जो कोई भी है इसके पीछे हम उसे ढूंढ निकालना है हमारा रास्ता इन्हीं क्रिमिनल के बीच से होकर इस प्लान क
े मास्टर माइंड तक पहुंचेगा ठीक है ठीक है पर देखो थोड़ा जल्दी करो हमको हमको यहां से निकलना है गर्मी दिन पर दिन बहुत बढ़ रही है साला हम एनकाउंटर में नहीं मरना चाहते हैं समझे ना अच्छा ठीक है ठीक है हम रखते हैं अभी क्या हुआ गुलाटी हां क्या हुआ देख कल तक पैसे मिल जाएंगे निकलते हैं फिर यहां से कल क्यों आज क्यों नहीं अरे बोल ना उसको देख आज ही निकलते हैं एक तो साला सारी पुलिस पोर्स इस केस प लगी हुई है देख गर्मी बहुत बढ़ रही है जरा सा उतावले हुए ना तो बुरे फस वैसे भी हम दोनों का नाम सामने आ गया है दिमाग
को थोड़ा ठंडा रख समझाना मैं अब सबको सच बताना चाहती हूं दीदी तू पहले किसी के दबाव में थी क्या तूने अगर तब हिम्मत दिखाई होती तो आज सब कुछ नहीं होता दीदी दबाव में नहीं थी लेकिन मैं टूट गई थी उस आदमी के लिए जो तेरी जिंदगी बर्बाद कर रहा था जिसने कभी तेरी या पूजा की परवाह नहीं की इतना सब कुछ होने के बाद तू अब सच बोलना चाहती [संगीत] देख अभी भी वक्त है सब खुद से जाकर बोल देते हैं इससे होगा क्या सौरव जिस दलदल में फसे हैं ना और ससते जाएंगे सुनील मैं इन क्रिमिनल्स के चक्कर में अपना करियर बर्बाद नहीं कर सकत
ा अभी तो सिर्फ सस्पेंशन प आगे जाके डिपार्टमेंटल इंक्वायरी बैठेगी और अगर तब सब कुछ पता चला ना तो हम कहीं के नहीं रहेंगे रतन शिवहरे जो अंडर ट्रायल मुजरिम है और फिलहाल बेल पर बाहर था जिसका जेल में उदय चौहान के साथ झगड़ा हुआ था पुलिस ने आखिरकार उसे पूछताछ के लिए उठाया उदय चौहान की पत्नी प्रतिभा उसकी बहन गायत्री और केतन के भाई सुशील तिवारी के फोन रिकॉर्ड्स निकलवाए गए ताकि यह पता लगाया जा सके कि उदय चौहान की हत्या की सुपारी देने में अगर इनमें से कोई शामिल था तो तो उसने इस क्राइम को कैसे अंजाम दिया था
कोई कम्युनिकेशन नहीं है नहीं सर कुछ भी नहीं मिला प्रतिभा गायत्री सुशील तीनों के फोन रिकॉर्ड में ऐसा कुछ भी नहीं मिला है जो उनकी किसी भी क्रिमिनल से हुई बातचीत की ओर इशारा करे जेल के अंदर मिलने आते वक्त क्या फिर बाहर कहीं फेस टू फेस कुछ हुआ हो मेरा मतलब शायद फोन का इस्तेमाल ही ना हुआ सर या तो फेस टू फेस हुआ है या उन्होंने किसी से करवाया है जिसने ये सारी सेटिंग की [संगीत] [संगीत] पूरे ना साहब बिल्कुल पूरे वैसे तुमने कौन से पंटर को भेजा था ट्रिगर दबाने के लिए बेवजह का हंगामा खड़ा हो गया हंगामा तो ह
ोना ही था कस्टडी में मर्डर हुआ कोई मामूली बात तो है नहीं आप तो फिर भी एसी में बैठ के ठंडी हवा का मजा ले रहे हो साला आग तो हमारे पीछे लगी हुई है ना साहब गोली अस्पताल में चली वो भी साइलेंसर लगाकर और जेल में हुए झगड़े पर आप इतना शोर मचा रहे अब वो मेरा टाइम था मेरा टॉयलेट जाने का टाइम वो उदय बीच में घुस रहा था मैंने प्यार से समझाया कि भाई अर्जेंट है जाने दे उसके समझ में नहीं आया तो दिया दो चार अबे इतने दो चार दूंगा ना तुझे टॉयलेट जाने तक के लायक नहीं बचेगा सच सच [संगीत] बोल बदा चौहान को किसने मरवाया
साहब मैं सिर्फ इसका नाम जानता था वो भी झगड़े के बाद किसी ने मुझे बोला ये बैरक नंबर 12 का उदय चौहान है मां कसम साहब पहले से तीन मर्डर केस चल रहा है एक और जुड़ जाता तो क्या फर्क पड़ता साहब ये जो किशन मिश्रा है ना जिसने आपको यह बताया एक नंबर का चालबाज और सनकी आदमी है साहब पक्का उसी का हाथ होगा सेटिंग में और साहब मैंने सेटिंग की होती तो क्या मैं आपको अपने घर पे मिलता किसी बिल में छुप जाता साहब ये कांड किया तो गया है उदय चौहान का मर्डर किया गया वो भी जेल के अंदर से तूने नहीं किया तो किसी ने तो करवाय
ा सब के सब कोई ना कोई नाम ले रहे चल तू भी अपना चांस ले एक नाम बोल किशन मिश्रा किशन मिश्रा साहब सर इस रतन शिवारे का हाथ तो नहीं लग रहा और उस पर जो गुगली आई है वही गुगली रतन किशन मिश्रा पर फेंक रहा है सर इस केस में हमारे सामने एक के बाद दूसरा नाम आ रहा है उदय चौहान की पत्नी प्रतिभा चौहान वो सुशील का नाम ले रही है लेकिन उसकी बहन गायत्री वो कुछ बोल ही नहीं रही जबक उसके पति केतन का मर्डर उदय ने किया है और जब सुशील को इंटेरोगेटर रहे थे वो सिर्फ प्रवा चौहान का ही नाम ले रहा था और य अखबार में रोज छप र ह
ै ये पुलिस कुछ कर ही नहीं रही है हाथ प हाथ धरे बैठी है एक कैदी को सुरक्षा नहीं दे सकती तो आम जनता को क्या देगी मिले हुए पुलिस के लोग माय फुट सर क्या है कांस्टेबल सौरव पांडे और सुनील अवस्ती आए हैं कह रहे हैं कि आपसे कुछ बात करनी है सर एक बात हमको बहुत टाइम से खटक रही थी सर उदय के मर्डर के बाद ही बोलने वाले थे लेकिन समझ में नहीं आ रहा था कि कैसे बोले बोलेंगे तो तो खुद फ सेंगे सरय किशन मिश्रा ये किशन मिश्रा इवॉल्वड है सर क्यों ऐसा क्यों बोल रहे हो पहले तो कुछ नहीं बोला तुम लोगों ने एक्चुअली 9 जून क
ो किशन मिश्रा नाटक करने लगा था कि उसके बेड के पास बदबू आ रही है और वहां नहीं रह सकता किशन के बेड के पास से बदबू आ रही थी हां सर असल में किशन मिश्रा पहले बेड नंबर छ पर [संगीत] था मुझे तो कोई बदबू नहीं आ रही हैब मुझे दो दिन से आ रही है साहब करवा दो ना बैड चन साहब साब मैं सुसाइड कर लूंगा बता रहा हूं कर ले सुसाइड जल्दी कर मुझे भी घर जाना है पता नहीं पुलिस की नौकरी कर रहा हूं या तेरी कर ले सुसाइड अरे साहब सुनो ना साहब साहब क्या मुश्किल है साहब सबब करवा दो ना बैड चेंज आपके कौन से घर का है सरकारी बैड [
संगीत] है अब यहां बोला बदबू आ रही है ना तो तेरे को संडास में डाल दूंगा समझा अरे नहीं साहब यहां एकदम मस्त है कोई बदबू नहीं है साहब थैंक यू सो मच [संगीत] सर 10 तारीख को उदय चौहान का पोस्ट ऑपरेशन चेकअप होने वाला था तो मैंने सौरभ से बात की और उदय का बेट किशन को अलट कर दिया पोस्ट ऑपरेशन चेकअप के बाद जब उदय वापस वार्ड में आया तो उसे बेड नंबर छ अलॉट किया जो पहले किशन का था सर जब फायरिंग हुई तो हम लोग हिल गए थे लेकिन बाद में ध्यान में आया कि यह सब किया धरा तो किशन का है उसने जानबूझ के सारा हंगामा किया थ
ा बेड बदलने के लिए क्योंकि सर छह नंबर का बेड दरवाजे के बिल्कुल पास था कर ले सुसाइड अरे साहब क्या मुश्किल है साहब यहां से अंदर आना और बाहर भागना बिल्कुल आसान था सर और हां सर ये कौशिक और शबीर इन दोनों ने यह सारी प्लॉटिंग की होगी सर उस समय तो हम बहुत डर गए थे सर इसलिए नहीं बताया पर अब सब सामने आकर बता रहे हैं सर इस किशन मिश्रा पर मुझे पहले से ही शक था पर इसने किसके लिए किया होगा ये सब सर ये तो हमें पता नहीं और हम लोग ड्यूटी पर भी नहीं है कि यूनिवर्सिटी में आपकी मदद कर पाए यह प्रतिभा उदय की पत्नी उस
े कभी बात करते देखा था किशन मिश्रा से जी नहीं मैम यस इंस्पेक्टर जीवन क केतन की पत्नी गायत्री तिवारी आई हुई वो कुछ कहना चाहती पहले तो एक शब्द भी नहीं कहा था उस और अब कहना चाहती केतन का मर्डर उदय चौहान ने किया और अब हम उदय चौहान के मर्डर केस में उे पड़े मैं जानता हूं विक्रम वो शायद सिर्फ इतना ही कहना चाहती कि उसके पति की हत्या एक एक्सीडेंट था जीवन अब इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है उदय चौहान मर्डर केस में भी गायत्री के स्टेटमेंट से कोई मदद नहीं मिलने वाली है इस जानकारी से उदय चौहान की हत्या के मा
मले में कोई बदलाव नहीं आने वाला था लेकिन यह एक महत्त्वपूर्ण जानकारी थी एक लीड थी जो शायद यह खुलासा कर पाए कि उदय चौहान की हत्या आखिर क्यों हुई एक तरफ गायत्री ने आखिरकार अपना सच बया किया और वहीं दूसरी तरफ पुलिस को हत्या के षड्यंत्रकारी दो शातिर अपराधी कौशिक गुलाटी और शब्बीर खान के बारे में अहम जानकारी मिली यह इंफॉर्मेशन बिल्कुल सही वक्त पर आई थी क्योंकि दोनों अपराधी कौशिक गुलाटी और शब्बीर खान मनिग इलाके से भागने की तैयारी में थे उदय चौहान की हत्या के तार किशन मिश्रा से जुड़े हुए थे और वह उसी जानक
ारी पर आधारित थे जो दोनों कांस्टेबल्स ने दी थी किशन मिश्रा का बेड शिफ्ट किया गया था अब क्या बात करना चाहती हो गायत्री मेरे जीजा जी उन्होंने सिर्फ मेरा घर बचाने की कोशिश की थी मैंने उनसे खुद मदद मांगी थी कैसी मदद गायत्री और अगर मदद करनी थी तो उदय चौहान ने तुम्हारे पति को क्यों मारा और अब उदय चौहान क्यों मारा गया तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे खिलाफ बोलने की मैंने तुम्हारे खिलाफ कुछ नहीं कहा बस जीजा जी से इतना बोला कि तुम्ह पैसे ना दे हा मैंने पैसे दिए थे केत क्यों दिए जिहा जीी और कब तक देते रहेंगे गाय
त्री पति है तुम्हारा वो किसी तकलीफ में था कोई कर्जा चुकाना था उसको उसने दे दिए कब से दे रहे हैं आप उसे पैसे अथी मैं हिसाब किताब तो रखता नहीं हूं कई बार दिए होंगे और तुम प्रतिभा की छोटी बहन हो तो मेरी बहन जैसी हुई ना अगर आपकी बहन जैसी हूं तो एक बार मुझसे पूछ तो लेते जिया जी कि केतन आपसे क्यों पैसे मांग रहा है बात क्या है गायत्री साफ-साफ बताओ वो सारे पैसे जुए में उड़ा देता है रोज रात को पीकर आता है और आके तो मैं आपको ऐसी-ऐसी जगहों पर जाता है जीजा जी कि आपको बताते हुए भी मुझे शर्म आ रही है अच्छा पर
मुझे तो कभी ऐसा लगा ही नहीं दिन परदन उसकी आदतें और खराब होती जा रही है उसे पैसे देना बंद कीजिए आप जाने अनजाने मेरा घर बर्बाद कर रहे हैं जिया जी तुम्हें जितना मारना है मार लो लेकिन अब से जीजा जी तुम्हें पैसे नहीं देंगे अच्छा पैसे नहीं देंगे तूने उसे भड़काया ना अब देख मैं कैसा आग लगाता हूं और अगर उदय ने पैसे नहीं दिए ना मुझे तो देख मैं तुम दोनों को कैसे बर्बाद करता हूं और उसी रात केतन का मर्डर हो गया लेकिन मेरे जीजाजी ने मेरे पति को नहीं मारा हो होगा केतन को बात बात पर गुस्सा आ जाता था हो सकता है
केतन ने मेरे और जिया जी के बारे में कुछ अनाप शनाप बग दिया हो या फिर दीदी के बारे में कुछ कह दिया हो तो अब उदय चौहान को किसने मारा या कहीं यह तुम्हारे पति के खून का बदला तो नहीं है नहीं मैडम मैंने जीजा जी को नहीं मारा और ना ही दीदी ने और जहां तक सुशील का सवाल है तो वह अपने भाई के जैसा ही है लेकिन मुझे नहीं लगता कि उसने जिया जी को मारा है गायत्री अब इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है तुम्हारे जीजा जी का खून हो चुका है हां तुम्हारे पति के मर्डर के ट्रायल में यह सब बातें शायद कुछ मायने रखती लेकिन अब ह
म सब लोग उदय चौहान के कातिल तक पहुंचना चाहते [संगीत] [संगीत] हैं साहब दरवाजा खोलिए रूम की सफाई करनी है एक मिनट क्या हुआ हमारे पास तुम दोनों को ठोकने के ऑर्डर है तो भागने की तो सोचना भी मत समझे चलो आइए आइए आइए शब्बीर खान साहब कौशिक घटक साहब आइए क्या बात सारे किरदार एक साथ मिलकर कहानी सुनाएंगे तो पिक्चर देखने का मजा ही डबल ट्रबल हो नी पर क्या है ना कहानी बोर नहीं होनी चाहिए एकदम शॉर्ट में सुना नहीं तो सालो तुम लोगों को शॉर्ट कर दूंगा उदय चौहान की हत्या का मकसद इन्वेस्टिगेशन टीम के लिए भी चौका देने
वाला था सब कुछ जेल के अंदर ही प्लान किया गया था और हत्यारों को इस बात का पूरा यकीन था कि हॉस्पिटल में इस काम को अंजाम देना सबसे आसान होगा अब बको ग या फिर पहले पीटो ग और फिर ब कोगे मेरा इस उदय चौहान से कोई लेना देना नहीं था पहले भी आपको बोल चुका हूं और फिर भी वही बोल बहुत सुन ली तेरी बकवास अबन नहीं हमें पूरा यकीन है इस मर्डर का मास्टर माइंड तू ही है तेरे दोनों प्याद आए थे तेरे से मिलने अस्पताल में वही मिलके य सब प्लान किया तुम लोगों ने बोलो कौन है ये मैं पूछ रहा हूं कुछ अतुल मौर्य अतुल मौर्य वो
शूटर अतुल मौर्य हा साहब वही वार्ड नंबर न बेड नंबर छ रात को काम आसान रहेगा तुम लोग मुझे सिखाओ ग रोज का काम है मेरा य नहीं नहीं बस बता रहे हैं रोकड़ा कब कितना कैसे मिलेगा 2 लाख तो नहीं लग रहे मुझे ये एक लाख है एक लाख काम होने के बाद खुद कर लो मुझे तुम्हारे ये चिल्लर नहीं चाहिए अरे नहीं नहीं काम होने के बाद मिलेंगे ना मैं बैलेंस में काम नहीं करता काम पूरा होता है लेकिन फुल पेमेंट एडवांस समझा मगर हां एक बार काम पकड़ा पैसे लिए तो काम 100% होता है तुम लोगों को भी मालूम चल जाएगा न्यूज देख [संगीत] लेना
वो डॉक्टर बन के गया है और ऐसे मारा हम लोगों को भी बाद में पता चला साहब डिटेल्स के लिए तेरी खुदाई बाद में करेंगे पहले यह बता उदय चौन को क्यों मारा साले बड़ी आसानी से तूने बैट शिफ्ट कर लिया कोई बास वास नहीं आ रही थी वहां तुझे एग्जिट और एंट्री के लिए रास्ता चाहिए था ताकि तेरा शूटर शूट करके आसानी से निकल सके नहीं आ रही थी कोई बद मुझे भी कोई बदबू नहीं आ रही पर ये साले शब्बीर और गुला टी इनको तो मैं जेल में मिला था पत्ते खेलते थे मेरे साथ पते खेलते खेलते पता नहीं कौन सी इनकी गहरी दोस्ती अचानक बाहर निकल
के आ गई इनके जेल से निकलने के बाद मेरा पैर टूटा था और ये अस्पताल में आ गए मेरे से मिलने के लिए फल बल लेके मामला गड़बड़ है इसकी फनक लग गई थी मुझे हमारी दोस्ती इतनी गहरी भी नहीं थी ये मुझसे अस्पताल में मिलने आ मुझे पक्का पता लग गया था कि उन्होंने मेरे नाम की सुपारी उठाई है वना अस्पताल में मुझसे मिलने का कोई मतलब नहीं था अटैक होगा मुझे मालूम था इसलिए मैंने नाटक कि सच बोल रहा है हां साहब पर हम लोगों को नहीं पता था इतना बड़ा चालू निकलेगा इसने ऐसे ही बेड बदल लिया साहब हम दो दिन से वहां पर जा रहे थे इ
से हमने बेड नंबर छ पर ही देखा था अपना लोकेशन फिक्स था साहब वार्ड नंबर न बेड नंबर छ रात को काम आसान रहेगा और हमें क्या पता था साहब वहां पे ऐसे से कोई उदय चौहान आ जाएगा तो ये सारा प्लान इसके लिए था मारना था किशन मिश्रा को और मर गया उदय चौहान और नहीं तो क्या साहब सच में उदय चौहान से हमारा कोई लेना देना ही नहीं था आप तो फिर भी एसी में बैठ के ठंडी हवा का मजा ले रहे हों साला आग तो हमारे पीछे लगी हुई है ना बेवजह की आग है क्या साला तुम्हारा पंटर किसी और को मार आया अब मातुर साहब गलती किससे नहीं होती किशन
मिश्रा का क्या मरना उसको था ना मर गया कोई और बेचारा अब देखो साहब मर्डर तो हुआ है ना अब थोड़े दिन आप शांति से बैठो केस को थोड़ा ठंडा होने दो फिर देखते हैं साला किशन को कहां तक भाग के जाएगा वो कौन है ये माथुर साहब देखो चुप रहने से तुम लोगों की सजा तो कम नहीं होगी मर्डर के चार्जेस तो फिर भी लगेंगे तुम कुंदन माथुर साहब चंदन माथुर का बड़ा भाई हां साहब उसे अपने छोटे भाई चंदन माथुर के मर्डर का बदला जो लेना था और चंदन माथुर का मर्डर तूने किया था अरे साहब बियर बार में फालतू का झमेला था जरा सी ठोकर लग गई
बोतल फूट गई मेरा सर घूम गया फायर कर दिया मैंने उस पर और तू उसी के मर्डर के चार्ज में अंदर है हां साहब मुझे मालूम था कुंदर माथुर जरूर बदला लेगा इतनी आसानी से वो छोड़ेगा नहीं मुझे लेकिन इन दोनों को अस्पताल में देखकर मैं समझ गया था कि कुछ गड़बड़ [संगीत] है कुंदन माथुर जो कि एक ज्वेलरी शॉप का मालिक और इस हत्या का मास्टरमाइंड था उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया डॉक्टर के लिबास में आने वाला और ट्रिगर दबाने वाला शूटर अतुल मौर्या लंबी तलाश के बाद आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया सर सर उसका तो मर्डर हु
आ ही नहीं जिसकी मैंने सुपारी दी थी सर मुझे किस चार्ज में लेके जा रहे हैं अरे फिक्र मत कर तुझ पे कोई चार्ज नहीं लगाएंगे तो सर मेरी गलती क्या है क्यों लेके जा रहे हैं सर एक्चुअली हमें किसी दूसरे क्रिमिनल का एनकाउंटर करना था अब गलती से तुझ परे गोली चलानी पड़ेगी सर सर क्या मजाक कर रहे हैं सर सर सभी अपराधियों पर कत्ल के लिए धारा 302 और क्रिमिनल कंस्पिरेशन के लिए धारा 120 भी लगाई गई है इस हादसे को क्या कहा जाए क्या दोष गर्दिश में सितारों का था एक व्यक्ति उदय चौहान जिसकी दुनिया उसके परिवार के इर्दगिर्द
ही घूमती थी उदय अपनी पत्नी की बहन की मदद करने जाता है और उसके पति से उलझ जाता है जिसमें उसके हाथों हत्या हो जाती है और ट्रायल के दौरान उदय मारा जाता है गलती से मारा जाता है गलत बेड नंबर की वजह से मारा जाता है लेकिन उदय चौहान की हत्या सिर्फ इसलिए नहीं हुई थी क्योंकि कुछ अपराधी अपना काम करने निकले थे और गलती से किसी को मार बैठे थे सीसीटीवी कैमरास का काम ना करना ढीली सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाह हॉस्पिटल अनुशासन किसी भी क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति ने जरा सी भी जिम्मेदारी और सतर्कता नहीं दिखाई लापरव
ाही की वजह से ही कोई भेस बदलकर अंदर आया और बखूबी एक हत्या करके आसानी से निकल गया गलती हो गई छूट गया आंख लग गई अब हो गया तो मैं क्या करूं मानता हूं कि गलती हो गई अब क्या ऐसी कई बातें कई बात गलती करने की नहीं है बल्कि हर छोटे से छोटे काम के प्रति अपने दृष्टिकोण को सुधारने की है फिर वह काम चाहे घर का हो या ऑफिस का गलती करने की गुंजाइश हमेशा रहेगी यह मनुष्य की प्रवृत्ति है लेकिन लापरवाही को गलती का नाम नहीं दिया जा सकता है हम सबको यह कोशिश करनी चाहिए कि ऐसा कभी ना हो अब मैं अनूप सोनी आपसे विदा लेता
हूं फिर मुलाकात होगी एक और नए केस के साथ देखते रहे क्राइम पेट्रोल सतर्क रात 11 बजे सोमवार से शुक्रवार और याद रखें कम और आपके बीच में सिर्फ इतना फर्क है कि आप कितने सतर्क हैं सतर्क रहे सुरक्षित रहे जय हिंद फॉर मोर अपडेट्स सब्सक्राइब टू आवर चैनल क्लिक द शो लिंक्स एंड एंजॉय वाचिंग द [संगीत] वीडियोस

Comments

@ankitashukla3.0kcompleteplease

Kon kon daily mobile par Bollywood South movie se zyada crime patrol satrak serial ko daily khana khatey samey daily family ke saath milkar dekhna pasand karte hain 😊

@PA98170

kaun kaun sanjeev sir ko dil ❤ se salute 🫡 karna chahta hai ..

@___abhay.y____

I love Gayatri bhabhi 😅

@skfabrication8976

अभी कौन कौन देख रहा है ,,,,,,,,में तो देख रहा हूँ

@SunilMali-to1ck

Is episode ki sari ladki aunty bhabhi sister heroine I love u😂😂❤❤❤

@kalima525

Ye to moye moye ho gaya matlab sala murder me bhi scam hota hai waah 🤣🤣

@AmaanKhan-zo5ok

Asi, Neha verma❤

@Venkateshvenkatesh-ho2kv

Anup Soni ji show what happens when a women expose her front body in dresses by not wearing top & and project it to look bigger than they are in front of boy's men's. If he is school going boy If he is adult If he is a criminal If he is a married men

@AttaurRahman3838

Nice to all them crime patrol ❤❤❤

@shariqueurrahman6700

Purana case h ye

@sonichauhan9190

❤❤❤❤❤❤❤

@MDAlam-mb7ww

Hum ❤❤❤❤❤,🙋‍♀️💁‍♀️

@GurdeepSingh-oz4yf

I love punjab

@krishnasah3848

😂😂😂😂

@MdMunna-tw9xw

😭❤️🤎❤️♥️💔♥️❤️🤎♥️❤️🤎👍👍👃