कहानी पृथ्वी के अंत की: The Attack of the Asteroid | Sci-fi Asteroid impact story - Must Watch!
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Embark on a thrilling journey through the cosmos with our latest sci-fi adventure! Inspired by scientific concepts and hypothetical cosmic events, this gripping tale explores the possibility of an asteroid impact on Earth. Follow our characters as they navigate the challenges of an impending disaster in this fictional narrative. While the storyline delves into cosmic events, it is entirely fictitious and not based on real-life occurrences or individuals. Sit back, relax, and enjoy the entertainment! Viewer discretion is advised. #AsteroidAttack #SciFiStory #spaceadventure
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Disclaimer: The following story is a work of fiction, inspired by scientific concepts and hypothetical cosmic events. Any resemblance to real-life occurrences or persons, living or deceased, is purely coincidental. This content is intended for entertainment purposes only and may not accurately reflect scientific principles. Viewer discretion is advised.
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ब्रह्मांड की अंधेरी दुनिया में फिलहाल बस
एक ही ऐसा स्थान है जो जीवन के लिए अनुकूल है पृथ्वी लगभग 4.5 अरब सालों के बाद आज
हम एक ऐसी पृथ्वी को देख पा रहे हैं जो बहुत ही खूबसूरत और अनोखी है लेकिन पृथ्वी
के यहां तक के सफर में इसने काफी कुछ झेला [संगीत]
है हम इंसान पृथ्वी की जीवन प्रणाली में बस एक कड़ी है हमसे भी पहले बहुत सारे जीव
पृथ्वी पर अपना जीवन बिता चुके हैं लेकिन कुछ आपदाओं के चलते वे अब बस इतिहास बनकर
रह गए हैं और शायद अब बारी हमारी है टकराव से 5 दिन पहले एक सामान्य दिन की
तरह डॉक्टर रिया अप
ने घरेलू कामों में व्यस्त थी तभी उनके सेलफोन पे डॉक्टर
आर्यन का एक मैसेज आता है मैसेज देखते ही डॉक्टर रिया कुछ सोच में पड़ जाती है और
तुरंत ही अपनी ऑब्जर्वेटरी की तरफ निकल पड़ती है ऑब्जर्वेटरी पहुंचने के बाद
डॉक्टर आर्यन डॉक्टर रिया को एक ड्राइंग बना के दिखाते हैं जिसमें पृथ्वी के बाहर
एक एक्सप्लोजन को बनाया होता है इस ड्राइंग को देखकर डॉक्टर रिया हंसते हुए
पूछती है कि क्या यह है तुम्हारा इंपॉर्टेंट काम तब डॉक्टर आर्यन जवाब देते
हैं कि यह कोई मजाक नहीं बस कुछ ही दिनों में हम इतिहास का सबसे बड़ा
एक्सप्लोजन
करने वाले हैं और वो भी पृथ्वी के बाहर डॉक्टर रिया इस पर सवाल करती है कि ऐसा
करने की वजह क्या है क्या यह नया कोई परीक्षण है या कुछ और तब डॉक्टर आर्यन
उन्हें बताते हैं कि यह कोई परीक्षण नहीं लेकिन वैसा ही कुछ है एक एस्टेरॉइड आ रहा
है पृथ्वी की ओर बस उसे हमें बाहर ही मिटा देना है डॉक्टर रिया उनसे आगे पूछती है कि
क्या यह इतना आसान होगा तब डॉक्टर आर्यन उन्हें जवाब देते हैं कि हां बिल्कुल इतना
कहने के बाद दोनों अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं कुछ ही घंटों में रात हो जाती है
डॉक्टर रिया अपना
काम खत्म करके घर निकलने ही वाली होती है तब डॉक्टर आर्यन उन्हें
कहते हैं रिया यहां आओ मुझे तुम्हें कुछ दिखाना है डॉक्टर आर्यन डॉक्टर रिया को
वही एस्टड दिखा रहे थे जो पृथ्वी की और तेजी से बढ़ रहा
[संगीत] था पहली बार देखने पर ही डॉक्टर रिया को
एस्टेरॉइड में कुछ गड़बड़ लगी उन्होंने डॉक्टर आरन से कहा कि इसमें कुछ तो अलग है
यह सामान्य एस्टेरॉइड नहीं लग रहा इसलिए अपनी शंका दूर करने के लिए डॉक्टर रिया
रात में लैब में रुकने का फैसला कर लेती है जब अंधेरा गहरा हो जाता है तब डॉक्टर
रिया अपने टेलिस्कोप के म
ाध्यम से उस एस्टेरॉइड को गौर से देखने लगती है अब
एस्टेरॉइड को साफ-साफ देखा जा सकता था लेकिन एस्टेरॉइड के आसपास कुछ बादल जैसी
आकृतियां भी बनी हुई थी जिसने डॉक्टर रिया को थोड़ा हैरान कर दिया था उस दिन डॉक्टर
रिया अपने कैलकुलेशंस और और इंस्ट्रूमेंट्स के साथ यह समझ जाती है कि
यह साधारण सा दिखने वाला एस्टेरॉइड पृथ्वी के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बन सकता
है टकराव से 4 दिन पहले रात के 3:30 बजे तक डॉक्टर रिया ने एस्ट्रॉयड के बारे में
लगभग पूरी जानकारी हासिल कर ली थी वो चाहती थी कि जितनी जल्दी हो सके उतना
जल
्दी यह खबर सारे वैज्ञानिकों को दे दी जाए इसलिए वो अपने सभी सहयोगी वैज्ञानिकों
को मेल के जरिए इस बात की सारी जानकारी दे देती है सुबह होते-होते यह बात हवा की तरह
फैलने लगती है सब जगह बस एक ही चर्चा सुनाई देने लगती है डॉक्टर आर्यन दौड़ते
हुए आते हैं डॉक्टर रिया तब अपने डेस्क पर थोड़ा आराम कर रही होती है डॉक्टर आर्यन
उन्हें जगाते हैं और टेलिस्कोप से उस एस्टेरॉइड को देखने के लिए कहते हैं
डॉक्टर रिया अपनी नींद भरी आंखों से टेलिस्कोप की ओर जाती है और एस्टेरॉइड को
देखने लगती है और तभी उनकी आंखें एकदम से
खुल जाती है उनकी नींद गायब हो जाती है
क्योंकि अब एस्टेरॉइड ने एक नया रूप धारण कर लिया था यह एस्टेरॉइड कुछ ही घंटों में
काफी बड़ा दिखने लगा था जिससे रिया को यह अंदाजा होने लगा था कि उसकी उम्मीद से भी
बहुत ज्यादा तेज यह एस्टेरॉइड पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है अब तक सभी बड़े साइंटिस्ट
के पास एस्टेरॉइड की जानकारी पहुंच गई थी लेकिन आम जनता अभी भी इस बात से अनजान थी
साइंटिस्ट अपने एक्सप्लोजन के मिशन पर डटे हुए थे उन्हें यकीन था कि हम पृथ्वी के
बाहर ही इस एस्टेरॉइड को मिटा सकते हैं तब सभी इस बात से आश्वस्त
थे कि हम पृथ्वी को
इस एस्ट्रॉयड से बचा सकते हैं डॉक्टर रिया इस बात से पूरी तरह खुश नहीं थी लेकिन
उन्हें भी आशा थी कि इस एस्टेरॉइड को पृथ्वी के बाहर ही खत्म कर दिया जाए तो
अच्छा होगा दिन खत्म होते-होते एस्टेरॉइड की खबर कहीं से लीक हो जाती है और आम जनता
के बीच तेजी से फैलने लगती है लोगों को जिज्ञासा होने लगती है वे अपने घरों की
छतों पर जाकर एस्टेरॉइड को देखने की कोशिश करने लगते हैं लेकिन एस्टेरॉइड काफी दूर
होने के कारण वे कुछ भी देख नहीं पाते हैं टकराव से न दिन
पहले बड़े वैज्ञानिक और विशेषज्ञ अब इ
स एस्टेरॉइड को अपनी निगरानी में ले लेते
हैं उन्हें यह महसूस होता है कि यह एस्टेरॉइड कल के मुकाबले आज बहुत बड़ा नजर
आ रहा है एस्टेरॉइड के गति का अंदाजा ना होने के कारण वैज्ञानिक मिसाइल को रेडी
करने का आदेश दे देते हैं और सुबह 11 बजे पहला मिसाइल लच किया जाता
है स फ अब तक सोशल मीडिया पर भी एस्टड की खबरें
जोरों सोरों से चलने लगती है राजनीतिक तौर पर भी बड़े-बड़े देशों के बड़े-बड़े नेता
एक साथ जुड़ने लगते हैं लोगों के बीच तनाव देखते हुए नेता और साइंटिस्ट अपने
एक्सप्लोजन के मिशन के बारे में लोगों को बत
ा देना ही उचित समझते हैं आम जनता भी इस
मिशन के बारे में सुनकर थोड़ी राहत की सांस ले लेती है लेकिन दिन प्रतिदिन
एस्टेरॉइड के बढ़ते आकार को देखकर डॉक्टर रिया को चिंता होने लगती है वे लगातार
एस्टेरॉइड को अपने टेलिस्कोप से देख रही होती है लेकिन उन्हें अब तक ऐसी कोई भी
जानकारी नहीं मिली थी जिससे एस्टेरॉइड के इतने तेज गति का पता चल
सके टकराव से दो दिन पहले एक नई सुबह के साथ सभी लोग उम्मीद
भरी नजरों से इस एक्सप्लोजन के मिशन को देख रहे थे सभी देशों में डर और जिज्ञासा
का माहौल बढ़ रहा था लेकिन डॉक्टर रिय
ा अपने ही कैलकुलेशंस में डूबी हुई थी
उन्हें ये महसूस हो रहा था कि यह एस्टेरॉइड जैसा दिखता है वैसा है नहीं
लगभग 40 घंटों का तेज सफर करने के बाद मिसाइल अब एस्टेरॉइड के पास पहुंच गया था
दुनिया के सभी लोगों की नजरें अब इस मिशन पर लगी हुई थी और देखते ही देखते मिसाइल
और एस्टेरॉइड का एक्सप्लोजन हो जाता है यह देखकर लोगों में खुशी की लहर दौड़
जाती है लोगों को यह एहसास होने लगता है कि अब हम खतरे से बाहर हैं सब जगह हंसी
खुशी का माहौल बनने लगता है वैज्ञानिक भी इस बात की पुष्टि कर देते हैं कि मिशन
सक्सेसफुल
रहा सभी देशों से वैज्ञानिकों की तारीफ
होने लगती है खास करके इस बात की खबर देने वाली डॉक्टर रिया का नाम सुर्खियों में
होता है लेकिन डॉक्टर रिया इस बात से बेखबर थी आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई
उन्हें एस्ट्रॉयड के बारे में ऐसी बातें पता चली थी जो जल्द ही लोगों के हो होश
उड़ा देने वाली थी डॉक्टर रिया तुरंत ही अपने सहयोगी वैज्ञानिकों के साथ एक मीटिंग
बुला लेती है जिसमें वह कहती है कि हम हमारे मिशन में सफल नहीं हुए हैं यह
एस्टेरॉइड जैसा दिखता है वैसा है नहीं एस्टेरॉइड के धुंधले दिखाई देने की असली
वजह इस
के आसपास में बसी गैस है इसलिए एस्टड को देखने में मुश्किल हो रही थी
डॉक्टर रिया ने आगे यह भी कहा कि एक्सप्लोजन के बाद से इसके आसपास की गैसों
की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ गई है और अब यह और भी धुंधला दिखाई दे रहा है डॉक्टर रिया
की इन बातों को सुनकर सभी वैज्ञानिक चिंता में डूब गए और आपस में चर्चा करने लगे फिर
से लोगों में डर का माहौल बढ़ने लगा और रात के समय यह डर का माहौल अपनी चर्म सीमा
पर पहुंच गया अब रात के अंधेरे में एस्ट्राइड को साफ-साफ देखा जा सकता था लोग
अपने घरों की छतों में जाकर इस एस्टेरॉइड को
अपनी खुली आंखों से भी देख पा रहे थे
हर देश में तहल का मचना शुरू हो गया था लोग बेकाबू होने लगे थे हर जगह डर और खौफ
का माहौल बढ़ने लगा था देश के बड़े-बड़े नेताओं को भी अब लोगों को शांत कराने में
मुश्किल हो रही थी तब इमरजेंसी में सभी देशों के नेताओं ने एक मीटिंग बुला ली
जिसमें यह तय किया गया कि और एक मिसाइल को लच किया जाएगा जो एस्टेरॉइड को पृथ्वी के
बाहर ही मिटा देगा टकराव से 24 घंटे पहले डॉक्टर रिया
इस दूसरे मिशन से खुश नहीं थी उन्होंने इस मिशन को अपने ने अंडर किए जाने की मांग की
और सभी चीजों पर
नजर रखने के लिए स्पेस स्टेशन जाने का फैसला कर लिया लेकिन पृथ्वी पर जगह-जगह लोगों ने नए
आंदोलनों को शुरू कर दिया था कुछ लोग अपने भगवान को याद कर रहे थे और प्रार्थना में
जुट गए थे तो कुछ लोग अपना आपा खो रहे थे स्पेस स्टेशन पहुंचने पर डॉक्टर रिया
को यह एहसास होता है कि एक विशाल का धोए के आकार सहित यह एस्टेरॉइड प की और तेजी
से बढ़ रहा है इसलिए वे तुरंत ही मिसाइल को लॉन्च करने का आदेश दे देती
है टकराव से 12 घंटे पहले दूसरा मिसाइल भी एस्टेरॉइड के साथ अपना दूसरा एक्सप्लोजन
कर देता है और इस बार वह मिसाइ
ल एस्टेरॉइड को पूरी तरह से नष्ट करने में सफल हो जाता
है डॉक्टर रिया भी इस बात की पुष्टि कर देती है कि एस्टेरॉइड के आसपास के बादल कम
हो रहे हैं डॉक्टर रिया की यह बातें पूरी दुनिया के लोगों में एक ऊर्जा भरने का काम
कर है फिर से दुनिया भर में डॉक्टर रिया की तारीफें होने लगती है लोगों में जीवन
की उम्मीद फिर से बढ़ने लगती है लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाती टकराव
से 5 घंटे पहले डॉक्टर रिया अभी थोड़ी टेंशन फ्री होने ही वाली थी तभी स्पेस
स्टेशन में एक अलार्म बजने लगता है यह एक चेतावनी होती है
कि कोई अननोन ऑब्जेक्ट
पृथ्वी की ओर तेजी से आ रहा है डॉक्टर रिया तुरंत ही एस्टेरॉइड की ओर देखने लगती
है उन्हें यह समझ में नहीं आता है कि एस्टेरॉइड के खत्म होने के बावजूद यह
पृथ्वी की ओर कैसे बढ़ रहा है तब उनके मन में एक शंका उत्पन्न होती है कि शायद पहले
मिसाइल के कारण यह एस्टेरॉइड दो बड़े टुकड़ों में बढ़ गया होगा और उन्हीं में
से एक टुकड़ा अब पृथ्वी की ओर तेजी से बढ़ रहा है इतना सोचते ही डॉक्टर रिया घबरा
जाती है उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा था लेकिन जैसे-तैसे करके उन्होंने इस बात को
पृथ्वी पर वैज
्ञानिकों के पास पहुंचा दिया यह बात सुनकर सभी वैज्ञानिक फिर से चिंता
में डूब गए थे अब उतना समय भी नहीं था कि तीसरी मिसाइल को लॉन्च करके कुछ हासिल
किया जा सके धीरे-धीरे सभी लोग अपनी उम्मीद खो रहे थे इस बार वैज्ञानिकों ने
इस बात को लोगों को ना बताना ही उचित समझा लेकिन अब सभी चीजों के लिए देर हो चुकी
थी टकराव से 60 मिनट पहले आसमान में अब एक सफेद और लाल रंग का
धब्बा दिखाई देने लगा था लोग इस बात से बेखबर थे कि यह एस्टेरॉइड अब रुकने वाला
नहीं है तब कुछ वैज्ञानिक एक बहुत बड़ा फैसला ले लेते
हैं टकराव से
30 मिनट पहले ना चाहते हुए भी वैज्ञानिकों को इस घटना के बारे में
लोगों को बताना पड़ता है और यह बात बड़ी तेजी से सोशल मीडिया और टीवी चैनल पर
फैलने लगती है अब लोगों के पास बचने का कोई भी उपाय नहीं था दुनिया भर में लोग
रास्तों पर जगह-जगह जमा होने लगे कुछ अपने भगवान को याद कर रहे थे तो कुछ अपने
करीबियों से आखिरी बातें कर रहे थे टकराव से 10 मिनट पहले अब एस्टेरॉइड का
असर पृथ्वी के वातावरण पर भी दिखना शुरू हो गया था तभी आसमान में बड़े-बड़े रॉकेट
देखे गए जो क्यों छोड़े गए थे यह किसी को पता नहीं था पृथ्वी
का वातावरण बदलने लगा
तेज हवाए चलने लगी कई जगहों पर तूफान आने की खबरें आने लगी टकराव से 2 मिनट पहले पृथ्वी अब अंधक
का में डूब रही थी और तभी आसमान में एक सफेद और लाल रंग का गोला दिखाई दिया जो
देखते ही देखते तेज रोशनी में बदलता चला गया व्हाट इफ की इस सीरीज में आज की
वीडियो में बस इतना ही आगे की कहानी हम अगली वीडियो में जारी रखेंगे फिलहाल आज की
वीडियो कैसी लगी यह आप कमेंट करके जरूर बताइए आपकी हर एक कमेंट मेरे लिए बहुत
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ो लाइक और दोस्तों में शेयर भी कर दीजिए ताकि आपके दोस्तों को भी इस कहानी के बारे
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