जब शीशा भी रेत से बनता है तो ये जरा सा
टकराने पर टूट क्यों जाता है आइए जानते हैं शीशे को बनाने के लिए 1700 डिग्री तक
की रेत को गर्म किया जाता है इतने टेंपरेचर में रेत एक ट्रांसपेरेंट लिक्विड
में बदल जाती है 1700 डिग्री से धीरे-धीरे ठंडा होने पर कांच की सतह पर प्रेशर पड़ता
है इसी वजह से जब कांच का टुकड़ा छोटा होता है तब इसके टूटने के चांसेस कम होते
हैं लेकिन अगर बड़ा हो तो वो बहुत इजली टूट
जाएगा
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