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Mola Ali(A.S) Ki Jinnat Se Jung | Bair Ul Alam| |Horror Vibes|

#spiritualwarfare #supernaturalencounters #horrorstories #dajjal #solomon #horrorpodcast #podcast #horrorpodcast #haikalesulemani #bairulalam #ali #21ramzan #molaali "Welcome to [Horror Vibes] your gateway to the eerie realms of the unknown. Brace yourself for a spine-chilling journey into the world of real horror, where every tale is a haunting experience waiting to unfold. Our Urdu storytelling will transport you to the darkest corners of fear, narrating bone-chilling encounters and unexplained phenomena that will send shivers down your spine. Experience the awe-inspiring account from Arab history as we delve into the mystical tales of unseen beings and epic battles in the realm of Jinn. Join us as we uncover the legends of bravery and faith, featuring the legendary figures like Hazrat Ali (A.S) and the Prophet Muhammad (P.B.U.H). Explore the fascinating narrative of the legendary Kunwain, a place where unseen creatures dwell, and witness the extraordinary events that unfolded in the epic battle known as Jung e Bair Ul Alam. Don't miss out on this gripping journey through the annals of Arab lore, filled with courage, faith, and the divine intervention of Allah ⚡️HOW TO RECORD QUALITY VOICE⚡️ ◾ Turn off the fan when recording. ◾ Avoid recording your voice in public. ◾ Maintain a distance from the mic when recording. ⚡️WHATSAPP US YOUR STORIES⚡️ +923405608658 ⚡️FOLLOW ME ⚡️ https://instagram/hsn_ali_naqvi Facebook: / horrorvibesshow Tiktok: Horror.vibes6 Subscribe now and become a part of the darkness. [Horror Vibes] – where nightmares come to life in Urdu." #islamic #jinnatsejung #spookyadventures

Horror Vibes

23 hours ago

अस्सलाम वालेकुम मज नाजरीन उम्मीद आप लोग खैरियत से होंगे नाजरीन अरबी जबान का एक कायदा है कि जब जीम और नून इठे हो जाए तो कोई ऐसी मखलूक एसास या जगह बन जाती है जो मौजूद तो होती है पर नजर नहीं आती जैसे कि जिन एक मखलूक है लेकिन हमारी आंखों से ओजल है जनून एक एहसास है पर हम उसे देख नहीं सकते और जन्नत ऐसी जगह जिसके बारे में सबने सुना लेकिन उसे इंसान अपनी जिंदगी में देख नहीं सकता जो नजर ना आने वाली मखलूक से लड़ जाए और उन्हें जहन्नम वासल कर दे उस हस्ती को शरीयत में अली इब्ने अबी तालिब कहते हैं मौला अली सला
म ने जिन्नात से 82 जंगे की और उनमें से एक जंग का आज हम जिक्र करेंगे जिस जंग का नाम जंगे बैरल अलम है एक बार हुजूर पाक सल्लल्लाहु अल वसल्लम गजवा सकास से वापस आ रहे थे आप एक वादी में पहुंचे तो वहां कयाम करने का इरादा फरमाया और अपने साब से पूछा कि क्या इस वादी को कोई जानता है और इस वादी का नाम क्या है तो आपके साब में से एक शख्स खड़ा हुआ उसने कहा या रसूल अल्लाह जब मैं काफिर था तो मैं इस वादी से गुजरा था इस वादी का नाम कसीर हजरत है तो हजूर पाक सल्लल्लाहु अल वसल्लम ने फरमाया कि क्या यहां कोई पानी का कु
मा मौजूद है तो इस पर वो शख्स बोला कि जी अल्लाह के रसूल यहां पानी कोवा मौजूद है लेकिन उस कुए पर जिन्नात का कब्जा है और वो जिन्नात किसी को उस कुए से पानी नहीं निकालने देते और इन जिन्नात के बारे में मशहूर है कि रोम का बादशाह जब यहां से गुजरा था तो उसके लश्कर के 100 हज अफराद को इन जिन्नात ने कत्ल कर दिया था इस पर ूर पा सला सलम ने फरमाया कि जो शख्स उस कुए से पानी निकाल के लाएगा उसे मैं जन्नत की बशारत देता हूं और इसके बाद आपके लश्कर में से एक शख्स खड़ा हुआ कि जिसका नाम रबिया बिन हारिस है वो अब्दुल मुत
बललिस्ट [संगीत] और हजूर पाक सल्ला वसल्लम ने रस्सी और डोल के साथ 10 अफराद के हमरा उन को रुखसत किया वो कुए के पास जाते हैं और रस्सी से डोल बांधकर जैसे ही कुए में फेंकते हैं तो कुए के अंदर से कोई रस्सी को काट देता है और ऐसा तकरीबन तीन से चार बार होता है इस पर जनाब रबिया बिन हरस फरमाते हैं कि कौन है जो हमारी रस्सी को बारबार काट रहा है तो अंदर से आवाज आती है हम जिन्नात हैं यहां से चले जाओ वरना मार दिए जाओगे इस पर रबिया बिन हरस जलाल में आ गए और उन्होने कहा तुम इतने ही बहादुर हो तो बाहर आओ और मुझसे लड़
के दिखाओ यह कहना था अब जो 10 असब हुजूर पाक सला वसल्लम ने रब बिन हरस के साथ भेजे थे उन हब से रिवायत है कि जैसे ही रब बिन हरस ने यह जुमला फरमाया उसके फौरन बाद कुए से आग निकली हर तरफ तारी की छा गई जबकि उस वक्त दिन की रोशनी थी तारी की और धुआ इतना ज्यादा था कि हाथ को हाथ नजर ना आता था और हम लोग खफ जदा होकर कदम पीछे ठने लगे और हुजूर पाक सला सलम के खैम की तरफ दौर पड़े हमें सिर्फ एक आवाज आई रब बिन हरस की अल्लाह ह अकबर और उन्होंने नेम से तलवार निकाल ली और जैसे ही हम वापसी की तरफ रवाना हुए तो उनका आखिरी
जुमला सुना कि अल्लाह के रसूल को मेरा आखरी सलाम कह देना हम हजूर पाक सलाम के खमे में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि हुजूर पाक की आंखों से आंसू निकल रहे हैं और हुजूर पाक फरमा रहे हैं कि जिन्नात ने रबिया बिन हारिस को कत्ल कर दिया इतने में मौला अली भी पहुंचते हैं क्योंकि मौला अली सलाम को हुजूर पाक सल्लल्लाहु अल वा वसल्लम ने जंग सकासा में कयाम करने का हुकम दिया था और यह कहा था कि जब हम रवाना हो जाए तो हमारे बाद वहां से रवाना होना जैसे ही मौला अली हुजूर पाक सल्ला वसल्लम की खिदमत में हाजिर होते हैं तो हुजू
र पाक उन्हें सारा माजरा बताते हैं और कहते हैं कि कौन है कि जो रैया बिन हारिस का बदला लेगा इस पर मौला अली अ सलाम लब्बैक या रसूल का नारा लगाते हैं और हुजूर पाक अपने तीन हब के समराह मौलाली को रुखसत करते हैं अब मौला अली जाते हैं और जैसे ही कुए के पास जाते हैं तो कुए में डोल फेंकते हैं फिर से वही सब चीजें होना शुरू हो जाती हैं क्योंकि उनकी रस्सी को काट देता है और डोल वापस गिर जाता है कुए में तीन चार बार मराली डोल बांध के फेंकते हैं तो उसकी रस्सी को काट दिया जाता है अब खुदा के शेर को जलाल आ जाता है मौ
लाली फरमाते हैं कि कौन है और किसम इतनी हिम्मत कि जो हमारी रस्सी को बार-बार काट देता है इस पर गायब से आवाज आती है कि हम जिन्नात है ये हमारी जागीर है तुम यहां से चले जाओ वरना तुम्हें भी कत्ल कर दिया जाएगा तो मली सलाम फरमाते हैं अगर तुम इतने बहादर हो तो आओ मुझसे लड़ो लेकिन इस बार जिन्नात भी डाल रहे थे शायद उन्हें भी मालूम हो गया था कि कोई आम इंसान इस बार उनके कुए पर नहीं आया और जिन्नात ने कहा कि अगर तुम इतने बहादर हो तो कुए के अंदर आओ जो तीन असब मौला अली सलाम के साथ गए थे वो रिवायत करते हैं कि मौला
अली ने फरमाया कि मेरी कमर रस्सी बांधो और रस्सी को आराम आराम से छोड़ना ताकि मैं आराम से कुए के अंदर पहुंच जाऊं और अगर तुम्हें खौफ आए तो रसूल पाक सल्ला अ वसल्लम की खिदमत में हाजिर हो जाना और उन्हें बता देना कि अली कुए के अंदर उतर गया है अब मौला अली सलाम कुए के अंदर उतरते हैं और जो तीन असब थे उनका कहना है कि फिर से हर तरफ तारीख छा गई और कुए के अंदर से एकदम बहुत ज्यादा आग निकली अब मौला अली अ सलाम कु के अंदर है और वो तीन साब ूर पाक अ वा वसल्लम की खिदमत में जहां पहुंचे आप सल्ला अल वा वसल्लम का फरमाना
था कि जैसे ही वो साब मेरे पास पहुंचे इतनी देर में मेरे पास जिब्राईल अल सलाम भी आ गए और उन्होने फरमाया क्या रसूल अल्लाह हजरत अली अल सलाम कुए के अंदर उतर चुके हैं और जैसे ही व कुए के अंदर उतरे हैं वहां जिन्नात का बहुत बड़ा कबीला है या यूं कह ले कि बहुत सारे कइल हैं और कमो बेश एक हज जिन्नात है वहां पे और मौलाली सलाम ने उनके सामने तीन शर्तें रखी है वो शरा यह है कि जजिया देकर हमारी पनाह में आ जाओ कलमा पढ़कर मुसलमान हो जाओ या फिर हमसे जंग कर लो इस पर कुए में मौजूद जिन्नात का सरदार जिसका नाम आमिर था उ
सने कहा कि हमें आपकी तीसरी शर्त कबूल है हम जंग करेंगे और उसने अपने सबसे ताकतवर जिनको मौला अली सलाम के मुकाबले में भेजा मौला अली सलाम ने निम से जुल्फिकार को निकाला और जुल्फिकार को अल्ला ने खास मजज अता किया था कि जुल्फिकार तीन गास की तलवार थी लेकिन जब मौलाली इसलाम उसे लड़ाई में लते तो वो नौ गस की हो जाती थी और अल्लाह ने कुरान में पाक में इरशाद फरमाया है कि मूसा अ सलाम को भी एक असता फरमाया गया था कि जो तीन गस का था और जब मूसा अल सलाम फिरन के दरबार में गए और जादूगरों से उनका मुकाबला हुआ तो वही असा न
ो गस का हो गया और अजहा बन के जादूगरों के सांपों को निकल गया आमिर ने जो जिन मौला अली सलाम के मुकाबले में भेजा था मौला अली सलाम ने उसे एक ही बार से खत्म कर दिया और इस तरह हजार जिन्नात मली के मुकाबले में आए और जन्नम वासिल होते अब आमिर जो कि जिन्नात का सरदार था बहुत घबरा गया उसने कहा कि सब मिलकर इस पर हमला करो क्योंकि य कोई आम इंसान नहीं है अब मौला अलाम की तलवार इतनी तेजी से चल रही थी कि वह जिस तरफ को जाती वहां से ही जिन्नात को जन्म वासिल कर देती तकरीबन 800 हज जिन्नात खत्म हो चुके थे और आमिर म सलाम
के मुकाबले में खुद आया और वह भी जन्नम वासिल हो गया यह सब आमिर का बेटा देख रहा था और आमिर के बाद वो जिन का सरदार बना उसने मला के कदमों पर अपना सर रख दिया और कहा हम आप पर आपके रसूल पर और आपके अल्लाह पर ईमान लाए और यूं मौलाली इस्लाम ने उस कुए में मौजूद तकरीबन 24000 कबाल की जिन्नात को मुसलमान किया और कुए से पानी निकालकर रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अल वसल्लम की खिदमत में पेश किया अब खुदा की कुदरत देखिए कि 8 हजार जिन्नात एक कुए में कत्ल हुए और उस कुए का पानी बिल्कुल साफ रहा और इस जंग को जंगे बैरल अलम कहा जात
ा है ऐसी मजीद वीडियो के लिए हमारे चैनल को देखते रहिए और अगर आप अपनी कोई कहानी या कोई रिसर्च हमें भेजना चाहते हैं तो हमारा नंबर डिस्क्रिप्शन में मौजूद है आप उस पर हमें

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