Main

Demon Village - डेमन गांव | Horror Movie Explained in Hindi/Urdu , South Movie

Demon Village - डेमन गांव | Horror Movie Explained in Hindi/Urdu , South Movie #movieexplainedinhindi #endingexplained #latestsouthmovie2024 #movieexplainedinurdu #actionmoviesintamil #horrormovieexplainedintelugu #horrorstories Crime Movie - https://youtu.be/fois3B6hjt8 Horror Movie - https://youtu.be/1epJyAgY-FE New movie explained in Hindi, New movie explained in Bangla, New movie explained in Tamil,New movie explained in Telugu,New movie explained in urdu,New movie explained in English, adventure movie explained Hindi, horror Movie Explained In Hindi,latest release movie explained Hindi,new South Indian movie Hindi dubbed, trending movies,filmi Fiesta zone Facebook - https://www.facebook.com/SimaLovers?mibextid=ZbWKwL Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976 , allowance is made for " fair use " for purposes such as criticism , sharing, comment , news re porting , teaching , scholarship , and research . Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing . Non - profit , educational or personal use tips the balance in favor of fair use . "

Filmi Fiesta Zone

10 hours ago

मूवी की शुरुआत भैरव कोना नाम के गांव से होती है जहां कई सारे लोग मिलकर किसी तरह का रिचुअल कर रहे होते हैं तभी एक आदमी गांव से भागने की कोशिश करता है पर कुछ सिपाही उसको पकड़कर खूब मारते हैं उसके बाद उसे पेडम्मा नाम की एक महिला के पास लाया जाता है जो कि पूरे गांव की मुखिया है सारे लोग उसकी बात मानते हैं और जो उसकी बात मानने से इंकार करता है ना उसे मरना पड़ता है वो आदमी पेडाम से भीख मांग रहा होता है कि मुझे माफ कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई आज के बाद में कभी इस गांव से भा देने की कोशिश नहीं करूं
गा लेकिन पेडा मा कहती है कि इस गांव में तो लोग अपनी मर्जी से आते जरूर है लेकिन जाते मेरी मर्जी से हैं इतना कहकर वो उस आत्मी को एक कमर में बंद करवा देती है जिसके बाद वहां पर कुछ शैतानी शक्तियां आकर उस आथ में की जान ले लेती है और अगले सीन में हम एक दुल्हन को देखते हैं जो पुलिस स्टेशन में फोन करके कहती है कि देखो आज मेरी शादी है और चुपके से एक चोर मेरे घर में घुसाया जिसने मेरे सारे गहने चुरा लिए हैं हमने जैसे-तैसे उसको एक कमर में बंद करके रखा हुआ है अब जल्दी से आ जाओ वरना गांव वाले मिलकर उस चोर को
मार डालेंगे प्लीज इसलिए पुलिस तुरंत वहां के लिए निकल जाती है तो वहीं गांव वाले कमरे के अंदर घुसने की तैयारी कर रहे होते हैं ताकि चोर की जान ले पाए लेकिन वो चोर जिसका नाम पसवा है वो आराम से कमरे के अंदर बैठकर कैसे यहां से बाहर निकलना है ये सोच रहा होता है तब उसको एक बहुत ही अच्छा आईडिया आता है वो सारे गहने अपने कपड़े में छुपाकर एक जैकेट पहन लेता है और उस जैकेट में आग लगाकर तुरंत घर से भागने लग जाता है हां उसका ये आईडिया काम भी कर जाता है क्योंकि आग लगने की वजह से कोई भी उसके सामने आने की हिम्मत न
हीं करता साथ ही बसवा ने ये खतरनाक काम इतनी आसानी से इसलिए कर लिया क्योंकि वो मूवी का स्टंट मैन है और उसके लिए इस तरह का काम करना तो रोज की बात है अब बसवा नदी में जाकर खुद अपनी जैकेट में लगी आख को बुझाता है और और बाइक पर सवार होकर मस्त आराम से गहने लेकर वहां से निकल जाता है फिर पुलिस वालों को जब पता चलता है ना कि बसवा बाइक लेकर भाग गया है तो वो हर जगह तुरंत नाकाबंदी करवा देते हैं और साथ ही बाइक की तलाश लेने का ऑर्डर देते हैं लेकिन बसवा काफी चालाक था वो आधे रास्ते में अपने दोस्त जॉन को बुलाकर उसकी
गाड़ी में सवार हो जाता है बस फिर मजे से लेटे हुए घर की ओर निकल जाता है तभी उसका चाचा उसको फोन करके एक मूवी में स्टंट करने को कहता है लेकिन इसके लिए बुआ साफ मना कर देता है और इसके बाद हमें पास्ट का सीन दिखाया जाता है जहां बसवा जब स्टंड करके अपना काम खत्म करता ही है कि तभी भागते हुए उसके पास भूमि नाम की एक लड़की आती है जो उससे कहती है कि एक चोर मेरा बैग छीनकर भाग रहा है प्लीज मेरी मदद करो तब बसवा जब पहली बार उसे देखता है ना तो देखते रह जाता है इसलिए वो उस चोर का पीछा करना शुरू कर देता है ताकि भूम
ि को उसका बैग वापस कर दे और उससे थोड़ा दोस्ती भी कर ले लेकिन जब वो चोर एक सुनसान जगह पर आकर भूमि का बैग खोलता है ना तो उसके पसीने छूट जाते हैं वो चोर उस बैग को वहीं छोड़ कर निका जाता है क्योंकि बैग में कोई कीमती चीज नहीं बल्कि इंसानी कंकाल रखे हुए थे और ये देखकर तो बसवा भी ढर जाता है कि भूमि ये कंकाल लेकर जा कहां रही थी आखिर लेकिन हां वो उससे कोई भी सवाल नहीं पूछता और उसे बैग वापस कर देता है लेकिन भूमि तो उसे सिर्फ थैंक यू कहकर वहां से चली जाती है अगले दिन बसवा के चाता किसी काम के लिए उसको एक जग
ह पर बुलाते हैं जहां वो एक किडनैपर के साथ थे वो बसवा को किडनैपर की गाड़ी कुछ देर तक संभालने के लिए कहते हैं और जब बसवा उस गाड़ी की टक्की खोलता है तो उसके अंदर भूमि दिखाई देती है जिसे किडनैप करके रखा गया है ये देख करर तो बसवा हैरान जाता है कि चाचा क्या कर रहे थे लेकिन आगे वो कुछ कहता ये सीन यहीं पर हो जाता है कट पर आप को चिंता करने की जरूरत नहीं है दोस्तों आगे चलकर इसके सारे राज खुल जाएंगे आपको ठीक है अब हम दोबारा से प्रेजेंट टाइम का सीन देखते हैं जहां बसवा को आगे भागते हुए एक स्कूटी गिरी हुई दिख
ाई देती है वहीं गीता नाम की एक लड़की भी घायल अवस्था में पड़ी होती है इसलिए बसवा उसे हॉस्पिटल ले जाने के लिए तुरंत अपनी गाड़ी में डाल देता है लेकिन असल में गीता एक चोर होती है जो ऐसी नाटक करके लोगों को लूटने का काम करती है और इधर पुलिस वालों ने नाकाबंदी पर तैनात सभी पुलिस वालों को ये ऑर्डर दिया होता है कि जिसके अंदर से भी कैरोसिन की स्मेल आए उसे तुरंत अरेस्ट कर लेना क्योंकि बसवा ने केरोसिन की मदद से खुद के अंदर आग लगाई थी इसलिए नागा बंदी पर पहुंचते ही पुलिस वाले बसवा को पहचान लेते हैं अब यह देखकर
बसवा गाड़ी को फुल स्पीड में भगाना शुरू कर देता है और पुलिस वाले उसका पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं लेते इसलिए बसवा और जॉन भागते हुए जंगल के काफी अंदर चले जाते हैं और यहां तक पुलिस वाले भी उनका पीछा नहीं कर पाते ये देखकर बसवा आसपास ही रात बिताने का फैसला करता है ताकि सुबह होते ही यहां से आराम से निकल जाए तभी एक जगह उसको काफी सारे जुगन दिखाई देते हैं कि देखकर वो हैरान भी रह जाता है कि इतने जुगनू आए कहां से आखिर इसलिए उन जुगन का पीछा करते हुए भैरव कोना गांव में दाखिल हो जाता है अब गांव में आने के बाद
बसवा को वहां कुछ लोग बंदी बने हुए दिखाई देते हैं जिन्हें बहुत ही बुरी तरीके से मारा जा रहा होता है फिर वो गांव के एक आदमी से पूछता है कि इन्हें इस तरह आखिर मारा क्यों जा रहा है गांव वाले भी कहते हैं कि लगता है तुम यहां पर नहीं आए हो कुछ देर रुख तुम्हें सब पता चल जाएगा इसके बाद बसवा गीता को इलाज के लिए नरसप्पा नाम के डॉक्टर के पास लेकर आता है लेकिन नरसप्पा लड़कियों से सख्त नफरत करता है यहां तक कि वो उनका इलाज भी नहीं करता पर बसवा के काफी ज्यादा रिक्वेस्ट करने पर वो गीता की चोटों को ठीक करने के ल
िए मान जाता है और जब तक गीता का इलाज हो रहा होता है तब तक बस्तो और जॉन गांव के सरकले निकल जाते हैं जहां उन्हें कई लोग अजीब अजीब रिचस करते हुए दिखाई देते हैं जिससे उन्हें समझ में नहीं आता कि आखिर ये किस तरह का गांव है और यहां नरसप्पा गीता को बचाने की बजाय उसे मारने की दवाई दे रहा होता है पर तभी गीता होश में आ जाती है और नरसप्पा पर हमला करके वहां से भागती है और सीधे बसवा की गाड़ी चुपके से चुराकर गहनों के साथ वहां से निकल जाती है लेकिन भागते भागते उसकी पीछ साइकिल पर सवार कुछ लोग पड़ जाते हैं इधर बस
वा और जॉन नरसप्पा के पास आकर गीता के बारे में पूछते हैं कि कहां गई वो वो कहता है तुम यहां एक चोर को उठा आए थे क्या वो तो यहां से भाग निकली साथ ही साथ तुम्हारे गहनों से भरे बैग को भी लेकर चली गई है ये सुनकर बसवा गीता को ढूंढने के लिए निकल जाता है जो उसको एक जगह बेहोश दिखाई देती है उससे गहनों के बारे में पूछने पर वो बताती है अरे कुछ साइकिल पर सवार लोग आए थे और मुझ पर हमला कर दिया वो तुम्हारी गाड़ी भी अपने साथ लेकर गए हैं जिसमें गहने रखे हुए थे अब नरसप्पा कहता है कि पेडम्मा नाम की एक महिला इस गांव
में रहती है उसे जरूर मालूम होगा कि साइकिल पर सवार लोग कौन थे अब इसीलिए सभी पेडम्मा के पास जाते हैं लेकिन वो उन्हें मिलती ही नहीं दूसरी तरफ हम पेड़ मा को देखते हैं जो कि एक पुराने घर में होती है वहीं काफी लोग मौजूद होते हैं जिनके सामने पेडम्मा अपने हाथों से जादुई शक्ति निकालकर लोगों से यह कहती है कि आओ और मुझसे हाथ मिलाओ इससे तुम्हें तुम्हारी सारी परेशानियों का समाधान मिल जाएगा पर सभी उससे हाथ मिलाने से डर रहे होते हैं तभी वहां पर रजप पा नाम का एक आदमी आता है जो कि इस घर का मालिक है पेडम्मा उससे
भी हाथ मिलाने को कहती है ताकि उसके अंदर से बदले की भावना खत्म हो जाए वरना गुस्से में उसका ही नुकसान होगा लेकिन राजपा कहता है कि जब तक मैं उस इंसान का सर धर से अलग ना कर दूं जिसने मुझे धोखा दिया है तब तक मेरे अंदर की आग नहीं पूछेगी इधर बसवा के आगे बढ़ने पर उसे पेडम्मा दिखाई देती है जो उससे कहती है मैं जानती हूं तुम यहां भूमि की वजह से आए हो अब ये सुनकर बसवा हैरान रह जाते हैं और इसी के साथ दोबारा कहानी जाती है पास्ट में जहां वो भूमि को किन पर की गाड़ी से छुपाकर अपने घर ले आया था तब जैसे भूमि को हो
श आता है उसे लगता है कि बसवा भी कुंडों से मिला हुआ है इसीलिए वो उस पर हमला करने की कोशिश करती है लेकिन बसवा उसे विश्वास दिलाता है कि मैंने ही तुम्हें उनके ने पट से बचाया है इसलिए तुम्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है वो उससे उस कंकाल के बारे में पूछता है कि क्या था वो तब भूमि बता कि मैं और मेरे गांव वाले अपने गांव में शांति से रह रहे थे लेकिन तभी कुछ गुंडों ने नकली पेपर दिखाकर हमारे गांव पर कब्जा कर लिया और हमें हमारे गांव से बाहर निकाल दिया हमने जब इसकी शिकायत की तो वहां सबूत की डिमांड हुई कि अगर ह
मारे आसपास सबूत होगा तभी सरकार हमारी मदद के लिए कुछ कर पाएगी इसलिए मैंने गांव के अंदर से अपने दादाजी का कंकाल निकालकर उसे फौरन सी गलब भेज दिया ताकि पता चल सके कि यह कंकाल मेरे दादाजी का है जिनकी गांव के अंदर काफी ज्यादा जमीन थी फोरेंसिक रिपोर्ट जैसे ही आने वाली थी उन कुंडों ने मुझ पर हमला करके मेरा किडनैप कर लिया जिनके साथ मुझे लगता है शायद तुम भी मिले हुए हो अब प्रेजेंट टाइम में बसवा को वही साइकिल सवार लोग दिखाई देते हैं जिन्होंने गीता से बसवा की गाड़ी और वो गहने चुराए थे इसलिए बसवा उनका पीछा क
रता है और पीछा करते हुए वो रप्पा के घर पहुंच जाता है तब उसे रप्पा के पास उन गहनों से भरा बैग दिखाई देता है अब बसवा जब उससे अपना बैग मानता है तो र जप्पा कहता है कि यह बैग मेरा है और इसके अंदर जो गहने हैं उसे मैंने अपनी बेटी के लिए बनाया है अगर तुम्हारे पास कोई सबूत है तो बताओ नहीं है तो निकलो यहां से इसके बाद वहां पर जप्पा के गुंडे आकर बसवा को चारों तरफ से घेर लेते हैं लेकिन चालाकी से बस असुवा एक गुंडे की गर्दन पर चाकू रखकर रजा पपा से कहता है कि मेरे गहने वापस कर दो शांति से वरना देखो मैं इसकी जा
म ले लूंगा तभी रप्पा के इशारे पर आदमी बसवा के चाकू से खुद की गर्दन काट लेता है और इसके बाद अ जप्पा बसवा से कहता है मरने से वो डरते हैं जो जिंदा होते हैं मरे हुए को किसी चीज की डर नहीं होती इतना कहते ही वो आदमी दोबारा जीवित हो जाता है जो कि असल में आज से 10 साल पहले मर चुका था यानी कि यहां पर जो भी लोग मौजूद हैं वो सब के सब आत्माएं हैं उन्हीं में राजप्पा भी शामिल है जो खुद भी आज से कई साल पहले मर चुका था अब ये देखकर तो बसवा एकदम दंग रह जाता है कि आखिर ये किस तरह का गांव है तब सारी आत्माएं बसवा और
जॉन पर हमला करना शुरू कर देती है और यह सीन सच में दोस्तों काफी डरावना होता है साथ ही आखों काफी फनी भी लग सकता है लेकिन जैसे ही सूरज की रोशनी उन आत्माओं पर पड़ती है वह धुए में बदलकर गायब हो जाती है मानो वैंपायर की तरह इन्हें भी धूप से डर लगता हो इस मौके का फायदा उठाकर बसवा और जॉन गहने और गाड़ी ले वहां से तुरंत निकलते हैं जहां रास्ते में उसे पूरा गांव ही राख में बदलकर किसी पोर्टल की तरह दिखाई देता है यानी कि सारा का सारा गांव इन आत्माओं से भला हुआ है उन्हीं में से एक आत्मा बसवा से उसके बैग छीनकर
पोर्टल के अंदर चला जाता है बसवा की लाख कोशिशों के बाद भी वह उससे अपना बैग नहीं ले पाता और पोर्टल बंद हो जाता है अब बसवा को गांव में एक तांत्रिक मंदिर में पूजा करते हुए दिखाई देता है उसको देखकर बसवा को लगता है कि शायद ये इंसान जिस पर धूप का कोई असर नहीं हुआ है यह सही होगा इसलिए वो उस तांत्रिक से इस गांव के बारे में पूछता है तांत्रिक कहता है कि मैं तुम्हें इस गांव की पूरी कहानी बताता हूं जिससे तुम्हें समझ में आ जाएगा कि आखिर यह किस तरह का गांव है वो कहता है कि काफी समय पहले किसी राजा के पास एक रहस
्यमय किताब थी जिसमें भैरव कोना गांव के बारे में लिखा हुआ था कि यह जादुई गांव है जिसके अंदर जाने का रास्ता साल में सिर्फ कुछ दिनों के लिए खुलता है इसीलिए कई लोगों ने उस गांव को ढूंढने की कोशिश की लेकिन जो भी उसे ढूंढने गया वो कभी वापस लौट कर नहीं आया क्योंकि गांव के अंदर सिर्फ मरे हुए लोगों की आत्माएं रहती हैं वो भी ऐसी आत्माएं जिनके अंदर बदले की भावना हो उस गांव को पेडम्मा नाम की महिला चलाती है जिसका काम है आत्माओं के अंदर से उनके बदले की भावना को निकालना और एक बार उन आत्माओं के अंदर से बदले की
भावना निकल गई तो उन आत्माओं को शांति मिल जाती है लेकिन पेडम्मा उन्हें सही रास्ता दिखाकर उनकी आत्माओं को शांति दिलवा है ये बहुत ही अजीब है सच में ह चलो यूनिक कांसेप्ट तो है कम से कम अब जॉन और गीता बसवा से यह कहते हैं हमें यहां से निकल जाना चाहिए वरना हो सकता है वो आत्माएं फिर से हमें परेशान करने के लिए आ जाए लेकिन बसवा कहता है मैं उन गहनों को छोड़ नहीं सकता क्योंकि उन गहनों से मैं भूमि की मदद करना चाहता हूं इसलिए मैं खाली हाथ यहां से नहीं निकल सकता मेरे पास एक अच्छा प्लान है हम गीता को र जप्पा की
बेटी बनाकर उसके पास भेजेंगे जिससे रप्पा खुशी-खुशी अपने गहने गीता को दे देगा और फिर उसे लेकर हम यहां से निकल जाएंगे अब ये सुनकर ये सभी डर रहे होते हैं लेकिन बसवा के लिए फिर मान नहीं जाते हैं अब बसवा उस घर में आता है जहां से उसने गहने चुराए थे वहां आने के बाद वो एक आदमी को पकड़कर जबरदस्ती उससे रज पपा के बारे में पूछता है जिस पर वो आपने बताता है कि काफी टाइम पहले इस गांव में रजप पा नाम का एक आदमी रहा करता था जो अपनी बेटी कात्यायनी से बहुत प्यार करता था उसने काफी सारा सोना चोरी किया और उन्हें पिघला
कर कात्या इनी के लिए नए गहने बनाए लेकिन सारी चीजें मुरली नाम के एक आदमी ने देख ली और इसकी शिकायत पुलिस को कर दी इसके बाद वो काकनी के गहने चलाकर वहां से भागने की कोशिश करने लगा रजप पा जब उसका पीछा कर रहा था तब भी दुर्भाग्य से वो छत से नीचे गिर गया और इससे उसकी मौत हो गई यानी कि इसी वजह से राजप्पा की आत्मा बेड़ा अम्मा से कह रही थी कि जब तक मैं अपने धोखा देने वाले इंसान को सर से अलग ना कर दूं तब तक मैं शांत र बैठूंगा इसका मतलब वो इंसान मराली है जिससे र जप्पा बदलना चाहता था लेकिन अब तो मराली का कुछ
बिगाड़ भी नहीं सकता इसलिए पेडम्मा उसको शांत रहने के लिए कह रही थी अब वो आदमी बसवा को आगे बताता है कि मराली ने कात्यानी के गहनों से बड़ा बिजनेस खड़ा किया लेकिन जब उसकी बेटी की शादी होने वाली थी तभी तुम उसके गहने चलाकर भाग निकले और ये सुनकर बसवा टेनी के बारे में जानकारी निकालने लग जाता है ताकि गीता को बिल्कुल वैसा ही लोग दे पाए अब रात को बसवा और बाकी ये सभी दोबारा उस गांव में आते हैं पर जैसे ही र जप्पा को पता चलता है कि बसवा यहां पर आया है वो उस पर हमला शुरू कर देता है लेकिन बसवा कहते है मुझे छोड़
दो मेरे पास तुम्हारे लिए एक बहुत ही बढ़िया उपहार है इतना कहकर वो गीता को कात्यायनी के रूप में लाकर वहां पर बताता है उसे और इसे देखकर रप्पा एकदम हैरान और खुश भी होता है लेकिन अरसप्पा जो कि असल में रजप के पिता की आत्मा है वो रजप से कहता है कि ये लोग तुम्हें बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं ये लड़की पहले एक गीता बनकर मेरे पास आई थी तो फिर यह कात्यायनी कैसे हो सकती है पर तद गीता कात्यानी के बच्चे का एक फोटो रजप पा को दिखाती है और यह देखकर रप्पा को यकीन हो जाता है कि यही उसकी बेटी है इसलिए वो उसके स
ाथ खूब बातें शेयर करता है और उसकी शादी के लिए सारे गहने उसे दे देता है लेकिन जैसे बसवा और बाकी गहने लेकर जा रहे होते हैं तब रजप को गीता के पैर पर एक बर्थ माग दिखाई नहीं देता क्योंकि कात्यानी के पैर पर था जिससे वो समझ जाता है कि यह नी नहीं है इसलिए वो सारी आत्मा को बस और उसके दोस्तों के पीछे लगा देता है अब ज जैसे ही बसवा थोड़ी दूर आता है वहां पेडम्मा जाती है जो बसवा से कहती है कि इस गांव में कोई भी बिना मतलब के नहीं आता इतना कहकर वो भूमि के आत्मा को लेकर आती है यानी कि भूमि मर चुकी है ओहो और उसके
अंदर भी बदले की भावना थी इसे लेकर वो मर गई पेडम्मा भूमि से कहती है और मेरा हाथ पकड़ो तुम्हें सच्चाई पता चल जाएगी जिसके बाद हमें फिर से फ्लैश बैक दिखाया जाता है जहां भूमि को अब भी डाउट था कि बसवा कहीं उन गुंडों के साथ मिला हुआ तो नहीं है और कहीं इसका यह प्लान तो नहीं कि ये मुझे रो के फॉरेंसिक रिपोर्ट कोर्ट में ले जाने से इसीलिए उस दिन भूमि बसवा को घर में बंद कर देती है और खुद निकल जाती है पर रास्ते में गुंडे आकर उस पर हमला कर देते हैं तभी वहां पर बसवा आता है जो गुंडों से लड़ना शुरू कर देते हैं ल
ेकिन उनसे लड़ते हुए जब वो चाकू घुमाता है तो इससे भूमि की गर्दन कट जाती है जिससे वो वहीं मर जाती है और दम तोड़ने से पहले भूमि को लगता है कि बसवा ने जानबूझकर उस पर हमला किया और यही बदली की भावना लिए व दम तोड़ देती है ये देखकर बसवा एकदम टूट जाता है इसलिए वो डिसाइड करता है कि वह भूमि का अधूरा काम जरूर पूरा करेगा वो कुछ खास सरकारी लोगों के पास आता है उन्हें पता था कि वो गांव भूमि के गांव वालों का ही है पर गुंडों के डर से वो मुंह नहीं खोल रहे थे इसलिए बसवा उन्हें एक एक करोड़ रुपए का ऑफर देता है ताकि क
ोर्ट में सच कह सके जिस पर सारे लोग मान जाते हैं और इन्हीं पैसों का जुगाड़ करने के लिए बसवा ने चोरी की थी और यह जानकर भूमि की आंखों में आंसू आ जाते हैं कि उसने बसवा को गलत समझा इसलिए वो उसे माफ कर देती है इधर राजा प और उसके साथी बसवा पर हमला कर देते हैं जिनके सामने बसवा बहुत कमजोर पड़ रहा होता है तभी भूमि के कहने पर पेड़ मा अपनी छड़ी बसवा को देती है इसकी मदद से वो काफी बढ़िया और जबरदस्त के साथ राजप्पा और उसके साथियों से लड़ता है लेकिन जैसे ही वो उसे मारने वाला होता है राजप्पा उससे कहता है मुझे छो
ड़ दो मुझे मराली से बदला लेना है बसवा कहता है कि अगर तुमने उससे बद्दा लिया तो कात्यायनी फिर अनाथ हो जाएगी क्योंकि तुम्हारे मरने के बाद मुरालीलाल का नहीं था वो तो बस एक हादसा था जिसमें तुम्हारी जान चली गई यानी कि बसवा ने जिसके गहने चुराए वो असल में काक ही नहीं गए थे अब इस चीज को जानकर रप्पा हैरान हो जाता है और अपनी बेटी के लिए मराली को माफ कर देता है जिस वजह से उसे और भूमि की आत्मा को यानी दोनों को शांति मिल जाती है और बाकी सारी आत्माएं सुबह होते ही गायब हो जाती है अब इसके बाद मूवी के एंड कडिट सी
न में हमें बताया जाता है कि भूमि के गांव वालों को उनका गांव वापस मिल गया यानी कि बसवा ने भूमि का अधूरा काम पूरा कर लिया और इसी के साथ ये मूवी दोस्तों यहां पर खत्म हो जाती है बाकी अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी हो यूनिक लगी हो मजा आया हो तो लाइक कीजिए चैनल को सब्सक्राइब मिलते हैं अगली वीडियो में ध्यान रखेगा अप एंड फाइनली थैंक्स फॉर वाचिंग

Comments

@ChanduMallikk

❤❤😊😊

@ChanduMallikk

Nice explanation of jjj

@ChanduMallikk

South Indian movie in